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मध्य प्रदेश की देवास पुलिस की हालिया कार्रवाई को लेकर हंगामा मचा हुआ है। भारत की जीत के जश्न के दौरान कुछ युवकों द्वारा हुड़दंग मचाने के बाद पुलिस ने उन पर सख्ती बरती और उनका मुंडन करवाया। इसके बाद व्यापारी की पिटाई का मामला सामने आया, जिससे पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। विधायक गायत्रीराजे पवार ने इस मामले में पुलिस की कार्रवाई की आलोचना करते हुए निर्दोषों को सजा न देने की अपील की। एसपी पुनीत गहलोत ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
पुलिस की कार्रवाई पर उठे सवाल
दरअसल, भारतीय टीम के चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के बाद देवास में जश्न मनाया गया था। कुछ युवकों ने एबी रोड स्थित सयाजी गेट पर जश्न मनाते हुए आतिशबाजी की। लापरवाही से आतिशबाजी करने पर कोतवाली थाना प्रभारी अजय गुर्जर ने समझाइश देने पहुंचे थे। इस दौरान युवकों द्वारा थाना प्रभारी से अभद्रता की और गाड़ी के कांच फोड़ा। इसके बाद पुलिस ने कुछ युवकों को हिरासत में लिया था, पुलिस ने इन युवकों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करते हुए मुंडन करवाया और जुलूस निकाला। इसके बाद से पुलिस की कार्रवाई पर गंभीर सवाल उठे हैं।
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पुलिस ने व्यापारी को बुरी तरह पीटा
युवकों का मुंडन और जुलूस निकालने का मामला चल ही रहा था कि पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगा। एक पुलिसकर्मी ने व्यापारी अखिलेश यादव से जमकर मारपीट कर दी। जिसमें व्यापारी गंभीर रूप से घायल हो गया। अब मामले में शिकायतें हुईं है। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर पुलिस अधीक्षक पुनीत गहलोत ने जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही एडिशनल एसपी जयवीरसिंह भदौरिया को जांच की जिम्मेदारी दी है। एएसपी ने सभी मामलों की जांच कर सात दिन में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।
निर्दोषों को नहीं मिलनी चाहिए सजा
मामले को लेकर विधायक गायत्रीराजे पवार ने पुलिस अधीक्षक से मिलकर इस मामले की जानकारी ली और पुलिस की कार्रवाई की आलोचना की। विधायक ने युवकों का मुंडन और जुलूस निकालने को गलत बताते हुए कहा कि, "युवकों का कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं था, ऐसे में उनका मुंडन कर जुलूस नहीं निकालना चाहिए था।" विधायक ने यह भी कहा कि पुलिस का काम सुरक्षा करना है, न कि निर्दोषों को सजा देना।
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एसपी बोले- एएसपी करेंगे मामले में जांच
एसपी पुनीत गहलोत ने इस पूरे घटनाक्रम को लेकर जांच के आदेश दिए है। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों के खिलाफ आरोपों की जांच एडिशनल एसपी द्वारा की जाएगी। आतिशबाजी में युवक घायल की रिपोर्ट पर ही प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई है। एसपी ने यह भी स्पष्ट किया कि दो सौ लोगों को आरोपी बनाने की खबर झूठी है और किसी भी गलतफहमी को दूर करने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
एसपी ने कहा कि मामले में विधायक को जानकारी दी गई है। थाना प्रभारी से अभद्रता, व्यापारी से मारपीट, पुलिस पर लगे आरोपों की जांच की जिम्मेदारी एडिएशनल एसपी को सौंपी हैं। एसपी ने आश्वस्त किया है कि जांच करवा रहे हैं। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उस पर सख्त कार्रवाई होगी।
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नशे का कारोबार करने वालों को बीजेपी नेताओं का संरक्षण
मामले में सियासी पारा भी चढ़ा हुआ है। कांग्रेस नेताओं पर बीजेपी पर निशाना साधा है। शहर कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी और प्रवक्ता चंद्रपाल सिंह सोलंकी ने आरोप लगाया कि, "देवास में नशे के कारोबार और सट्टे में बीजेपी नेताओं का संरक्षण है, जिसके कारण यह अपराध बढ़ रहे हैं।" देवास में जनता की सुरक्षा करने वाली पुलिस भी अब सुरक्षित नहीं है। शहर में अपराधियों, नशेड़ियों का बोलबाला हो गया है।
कांग्रेस नेता ने घटना को लेकर कहा कि भारत की जीत के जश्न के दौरान कुछ शराबी युवकों ने लापरवाही बरतते हुए पटाखे फोड़े थे। जो महिलाओं और बच्चों पर फेंके थे। जिससे अप्रिय घटना हो सकती थी। कोतवाली थाना प्रभारी अजय गुर्जर और पुलिस के जवानों ने हुड़दंग करने वाले युवकों को समझने लगे तो युवकों ने थाना प्रभारी से बहस की। साथ ही गाड़ी को नुकसान पहुंचाया।
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