/sootr/media/media_files/2025/07/23/labour-femaly-with-diamund-2025-07-23-16-37-26.jpg)
Photograph: (the sootr)
नीरज सोनी@छतरपुर
किस्मत कब पलट जाए, इसका कोई अनुमान नहीं होता। यह सच साबित हुआ छतरपुर जिले के कटिया गाँव में रहने वाले एक मजदूर दंपती के साथ। हरगोविंद यादव और उनकी पत्नी पवन देवी यादव, जो पिछले पांच सालों से हीरे की खोज में हीरा खदान पर मजदूरी कर रहे थे, अचानक खुदाई के दौरान आठ हीरे पाए।
यह घटना उनके जीवन में नया मोड़ लेकर आई। पहले तो वे एक छोटे से हीरे के मिलने से खुश थे, जिसकी कीमत ढाई से तीन लाख रुपये तक थी। लेकिन अब उनके पास आठ हीरे हैं, जिनकी कीमत लगभग 10 से 12 लाख रुपये तक होने का अनुमान है।
8 हीरे मिले, जिनमें कुछ पक्के और कुछ कच्चे हीरे
पिछले पांच सालों से हरगोविंद और पवन देवी यादव खदानों में काम कर रहे थे। उनका जीवन कठिन था, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। उनकी मेहनत और संघर्ष के कारण उन्हें अब आठ हीरे मिल गए हैं, जिनमें कुछ पक्के और कुछ कच्चे हीरे शामिल हैं।
हालांकि, पहले भी हरगोविंद के छोटे भाई को एक हीरा मिला था, लेकिन उस समय उसे इसके असली मूल्य का पता नहीं था, और उसे केवल एक लाख रुपये मिल पाए थे।
अब, जब इन आठ हीरों का मूल्य तय किया जाएगा, तो मजदूर दंपती की किस्मत पूरी तरह से बदल सकती है। इन हीरों के मिलने से उनका जीवन स्तर ऊँचा उठने की संभावना है। इन हीरों को संग्रहालय में जमा किया जाएगा और फिर उनका परीक्षण किया जाएगा, जिसके बाद उनकी वास्तविक कीमत का पता चलेगा।
यह खबरें भी पढ़ें...
MP Weather Update: मध्यप्रदेश के 25 जिलों में हल्की बारिश का अलर्ट, जानें आज का मौसम
सावन का महीना और कट जाएगी कर्मचारियों की सैलरी, मध्यप्रदेश में ई-अटेंडेंस ने फंसाया पेच
जल्द होगा हीरे(Diamond) के मूल्य का आकलन
दूसरी ओर, हीरों के परीक्षण के बाद ही उनके वास्तविक मूल्य का आकलन किया जाएगा। विशेषज्ञों के अनुसार, इन हीरों की कीमत 10 से 12 लाख रुपये तक हो सकती है, या फिर उससे भी अधिक। यह घटना न केवल इस दंपती के लिए खुशियों का कारण बनी है, बल्कि इस क्षेत्र के अन्य लोगों के लिए भी एक प्रेरणा बन गई है।
कठिन परिश्रम का उदाहरण बने मजदूर दंपती
यह घटना यह साबित करती है कि मेहनत कभी बेकार नहीं जाती। खासकर उन लोगों के लिए जो अपनी किस्मत पर यकीन करते हुए कठिन परिश्रम करते हैं।
छतरपुर के इस मजदूर दंपती के उदाहरण से यह भी समझा जा सकता है कि जीवन में कभी भी कुछ भी हो सकता है। हम किस कार्य में लगे हैं, यह मायने नहीं रखता, बल्कि हमारी मेहनत और समर्पण ही हमें हमारी मंजिल तक पहुँचाते हैं।
कैसे तय होती है खदान से मिले हीरे की कीमत
खदान से मिले हीरे की कीमत, हीरे के "4C" (कैरेट, रंग, कट और स्पष्टता) और आपूर्ति और मांग के आधार पर तय होती है. इसके अलावा, हीरे की कीमत निर्धारण में आपूर्तिकर्ताओं और तराशने वालों की भूमिका भी महत्वपूर्ण होती है।
यह खबरें भी पढ़ें...
कीमत निर्धारण प्रक्रिया:
4C: हीरे की कीमत का निर्धारण 4C (कैरेट, रंग, कट और स्पष्टता) के आधार पर किया जाता है.
कैरेट: हीरे का वजन, जिसे कैरेट में मापा जाता है, उसकी कीमत को प्रभावित करता है। आमतौर पर, ज्यादा कैरेट का हीरा ज्यादा महंगा होता है।
कलर : हीरे का रंग जितना स्पष्ट होगा, उसकी कीमत उतनी ही अधिक होगी।
कट: हीरे का कट, उसकी चमक और सुंदरता को निर्धारित करता है, और यह भी कीमत को प्रभावित करता है।
क्लियरटी : हीरे में मौजूद अशुद्धियों और दोषों की मात्रा स्पष्टता को निर्धारित करती है, और यह भी कीमत को प्रभावित करता है।
thesootr links
- मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- राजस्थान की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक
- जॉब्स और एजुकेशन की खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें
- निशुल्क वैवाहिक विज्ञापन और क्लासिफाइड देखने के लिए क्लिक करें
अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃🤝💬👩👦👨👩👧👧👩