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मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में डीजे पर लगाए गए प्रतिबंध के खिलाफ डीजे संचालकों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। बुधवार को बड़ी संख्या में जुटे डीजे संचालकों ने अहमदाबाद-इंदौर नेशनल हाईवे को जाम कर दिया, जिससे सड़क यातायात बुरी तरह से प्रभावित हुआ। दोपहर 12 बजे के नाराज डीजे संचालकों ने नेशनल हाईवे को पूरी तरह से बंद कर दिया, जिसके बाद हाईवे पर लंबा जाम लग गया। इस दौरान मौके पर पहुंची पुलिस टीम पर डीजे संचालकों ने पथराव कर तोड़फोड़ कर दी। पुलिस को हालात को काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ना पड़ा। इस हंगामे में कई लोगों के घायल होने की खबर है।
डीजे संचालकों का हंगामा, पुलिस वाहनों पर पथराव
दरअसल, डीजे बजाने पर लगाए गए प्रतिबंध के विरोध में डीजे संचालक नेशनल हाईवे पर जाम लगाकर विरोध- प्रदर्शन कर रहे थे। डीजे संचालकों ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया और वे डीजे साउंड से गाने बजाने की अनुमति की मांग कर रहे हैं। जब जाम खुलवालने के लिए पुलिस पहुंची तो प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वाहनों पर पथराव कर दिया। इस पर स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। पुलिस ने कई वाहनों को दूसरे रूट से निकालने का प्रयास किया, लेकिन सड़क पर भारी जाम की स्थिति बनी रही।
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भारी संख्या में पुलिस बल तैनात
फिलहाल मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। 300 से 400 पुलिसकर्मी मौके पर मौजूद हैं। पुलिस अभी भी स्थिति पर पूरी तरह से नियंत्रण में नहीं कर पाई है। प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है। डीजे संचालकों के विरोध प्रदर्शन और पथराव के स्थिति बिगड़ने के बाद नेशनल हाईवे बंद हो गया है। हाईवे की दोनों दिशानों में वाहनों की लंबी कतार लग गई रहै। पुलिस ने यातायात व्यवस्था संभाली है और वाहनों को दूसरे रूट से निकाला जा रहा है।
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क्यों नाराज हैं डीजे संचालक
झाबुआ के डीजे संचालक इन दिनों गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं। दरअसल, जिले के अधिकांश गांवों में डीजे पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है, जिससे डीजे व्यवसायियों को बड़े पैमाने पर नुकसान हो रहा है। संचालकों का कहना है कि हर साल शादी के सीजन में उन्हें अच्छे व्यापार की उम्मीद होती थी, लेकिन इस बार प्रतिबंध के कारण उन्हें कोई ऑर्डर नहीं मिल रहे हैं।
डीजे पर लगे बैन से गहराया आर्थिक संकट
डीजे संचालक गजेंद्र मुनिया ने बताया कि "अब घर का खर्च भी निकालना मुश्किल हो गया है। जो डीजे सिस्टम 25 से 30 लाख में खरीदा था, उसका कर्ज भी चुकता नहीं हो रहा है। ऐसे में परिवार चलाना मुश्किल हो गया है।"
शोरगुल के खिलाफ पुलिस का कड़ा रुख
झाबुआ में डीजे पर प्रतिबंध की मुख्य वजह परीक्षा का मौसम है, क्योंकि शोरगुल की वजह से विद्यार्थियों को परेशानी हो रही थी। पुलिस ने शोरगुल मचाने वालों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है और डीजे साउंड सिस्टम पर कार्रवाई की जा रही है। वहीं डीजे संचालक चाहते हैं कि डीजे बजाने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं होना चाहिए।
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स्थिति अभी भी नियंत्रण में नहीं
हालांकि पुलिस प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की, लेकिन अभी भी स्थिति पूरी तरह से सामान्य नहीं हुई है। भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर तैनात है और प्रशासन स्थिति पर निगरानी बनाए हुए है।
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