मध्य प्रदेश के सतना जिले के मैहर के कुआं गांव में एक दर्दनाक हादसे में एक जंगली हाथी की हाईटेंशन तार में फंसकर मौत हो गई। यह घटना शुक्रवार सुबह लगभग 4:30 बजे हुई। घटना की सूचना मिलते ही कलेक्टर रानी बाटड और डीएफओ (DFO) मौके पर पहुंचे और तुरंत विद्युत सप्लाई (Electric Supply) बंद कराई गई। हालांकि, तब तक हाथी की जान जा चुकी थी।
पिछले हफ्ते से हाथियों का मूवमेंट
पिछले एक हफ्ते से शहडोल (Shahdol), उमरिया (Umaria) और अनूपपुर (Anuppur) के जंगलों में हाथियों के एक दल का मूवमेंट (Movement) देखा गया। इन्हें खदेड़ने के प्रयास के बाद ये छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) सीमा पार कर सतना के रामनगर (Ramnagar) लौट आए। इनमें से एक मेल हाथी मैहर के रामनगर तहसील के बूढ़ा बाउर ग्राम पंचायत के कुआं गांव पहुंचा, जहां हाइटेंशन तार (High Tension Wire) के संपर्क में आने से उसकी मौत हो गई।
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अन्य हाथियों की सुरक्षा के लिए इंतजाम
हाथी की मौत के बाद अन्य चार जंगली हाथियों की सुरक्षा के लिए मुकुंदपुर (Mukundpur) रेंज की टीमों को अलर्ट पर रखा गया है। पास के गांवों की बिजली सप्लाई (Electricity Supply) भी एहतियात के तौर पर बंद करा दी गई है। हाथियों के मूवमेंट को ट्रैक करने के लिए टीमें लगातार काम कर रही हैं।
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पोस्टमार्टम के लिए पन्ना से डॉक्टर बुलाए गए
मृत हाथी के पोस्टमार्टम (Postmortem) के लिए पन्ना (Panna) से डॉक्टर संजय गुप्ता को बुलाया गया। उन्होंने मौके पर पहुंचकर हाथी की मौत के कारणों की पुष्टि की। इस बीच, कलेक्टर ने घटनास्थल का मुआयना कर बाकी हाथियों की तलाश और सुरक्षा के निर्देश दिए हैं।
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स्थानीय प्रशासन का प्रयास
स्थानीय प्रशासन ने ग्रामीणों से सतर्क रहने की अपील की है। अधिकारियों ने कहा है कि जंगली हाथियों को नुकसान पहुंचाने से बचने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
इससे पहले भी हुई है हाथियों की मौत
मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व (BTR) में कथित तौर पर जहरीला पदार्थ खाने से 10 जंगली हाथियों की मौत हो गई थी। जानकारी के मुताबिक, हाथियों का झुंड खेतों में घुस आया था। किसानों ने फसलों पर कीटनाशक का छिड़काव किया था और हाथियों ने फसल खा ली। फसल खाने के बाद हाथियों की हालत बिगड़ गई और वे बेहोश होने लगे।
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