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BHOPAL. मध्यप्रदेश विधानसभा के उपनेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस नेता हेमंत कटारे की मुश्किलें बढ़ गई हैं। आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ यानी ईओडब्ल्यू ने हेमंत, उनकी पत्नी, भाई योगेश कटारे और बहू पर केस दर्ज किया है। यह मामला राजधानी भोपाल के आईएसबीटी प्रोजेक्ट में प्लॉट आवंटन में गड़बड़झाले से जुड़ा है। इसी के साथ भोपाल विकास प्राधिकरण (बीडीए) के तत्कालीन सीईओ केपी राही, ओएसडी मनोज वर्मा और अन्य पर भी एफआईआर दर्ज की गई है। आरोप है कि इन अधिकारियों ने सांठगांठ कर कटारे परिवार को प्लॉट का आवंटन किया था।
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हेमंत कटारे पर की गई एफआईआर को उनकी सक्रियता से जोड़कर भी देखा जा रहा है। परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के यहां पड़े लोकायुक्त छापों के बाद से हेमंत लगातार सरकार के खिलाफ सियासी तौर पर हमलावर थे। उन्होंने भोपाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सौरभ शर्मा के केस में सरकार और बीजेपी के नेताओं पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। माना जा रहा है कि इसके बाद से हेमंत कटारे सत्ता, संगठन के निशाने पर थे। अब उनके खिलाफ एक्शन की तैयारी कर ली गई है।
यह है मामला
EOW ने भोपाल विकास प्राधिकरण (BDA) द्वारा नियमों के खिलाफ जाकर एक निजी कंपनी को जमीन आवंटन का मामला उजागर किया है। इस मामले की शिकायत भोपाल के हर्षवर्धन नगर निवासी सीआर दत्ता ने की थी। शिकायत के आधार पर अब ईओडब्लयू ने हेमंत कटारे, योगेश कटारे, मीरा कटारे और रुचि कटारे पर धारा 120 बी, 420, 468, 471 भादंवि के तहत एफआईआर दर्ज की है।
ईओडल्यू की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि भोपाल विकास प्राधिकरण ने हाई स्पीड मोटर्स नाम की कंपनी को बिना किसी उचित प्रक्रिया के नियम विरुद्ध तरीके से जमीन आवंटित की थी। इस कंपनी के साझेदार हेमंत कटारे, योगेश कटारे और अन्य थे। जांच में पता चला कि आईएसबीटी प्रोजेक्ट में प्लॉट का आवंटन नियमों के विरुद्ध किया गया। जमीन के उपयोग में बदलाव कर इसे कमर्शियल बना दिया गया। प्लॉट की कीमत भी बिना निविदा के मनमाने तरीके से तय की गई।
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इन अधिकारियों पर लगा आरोप
EOW की जांच में सामने आया कि भोपाल विकास प्राधिकरण के तत्कालीन सीईओ केपी राही, ओएसडी मनोज वर्मा और अन्य अधिकारियों ने हाई स्पीड मोटर्स के साझेदारों के साथ मिलकर यह अनियमितता की। इन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अवैध तरीके से भूमि आवंटन किया। प्लॉट के उपयोग में बदलाव कर इसे कमर्शियल घोषित किया। नियमों को ताक पर रखकर कंपनी को आर्थिक लाभ पहुंचाया। इन दोनों अधिकारियों के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है।
कौन हैं हेमंत कटारे
हेमंत कटारे भिण्ड जिले की अटेर विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक हैं। इससे पहले हेमंत के पिता सत्यदेव कटारे मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे हैं। हेमंत का राजनीतिक जीवन विवादों में भी रहा है। उनके खिलाफ राजधानी भोपाल के महिला थाने में जर्नलिज्म की एक छात्रा से ज्यादती, बंधक बनाने और धमकाने का केस दर्ज हुआ था। बीजेपी इस मामले को लेकर हेमंत को लगातार घेरती भी रही है।
भूपेंद्र सिंह ने लगाए थे आरोप
हेमंत कटारे ने हाल ही में सौरभ शर्मा के मामले में पूर्व गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि परिवहन मंत्री रहते हुए भूपेंद्र सिंह ने सौरभ शर्मा की तैनाती अपने विधानसभा क्षेत्र की मालथौन आरटीओ चैकपोस्ट पर करने की अनुसंशा की थी। इसके बाद भूपेंद्र सिंह ने आरोपों का खंडन करते हुए हेमंत कटारे पर पत्रकारिता की छात्रा से दुष्कर्म मामले की एफएसएल रिपोर्ट (Forensic Science Laboratory) धनबल के दम पर बदलवाने और हेमंत के भाई योगेश पर भोपाल में मादक पदार्थों के अवैध व्यापार का आरोप लगाया था।
हेमंत कटारे बोले- सरकार ने बदले की भावना से कराया केस
हेमंत कटारे बोले- सरकार ने बदले की भावना से कराया केस
— TheSootr (@TheSootr) February 12, 2025
➡ ईओडब्ल्यू में केस दर्ज होने के बाद मध्यप्रदेश विधानसभा के उपनेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस नेता हेमंत कटारे ने अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा, यह 2004 का घटनाक्रम है। बदले की भावना से ईओडब्ल्यू में एफआईआर कराई गई है। उन्होंने… pic.twitter.com/92AGG2XuFi
ईओडब्ल्यू में केस दर्ज होने के बाद मध्य प्रदेश विधानसभा के उपनेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस नेता हेमंत कटारे ने अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा, यह 2004 का घटनाक्रम है। बदले की भावना से ईओडब्ल्यू में एफआईआर कराई गई है। उन्होंने सरकार पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं।
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