FIITJEE ने 14 हजार स्टूडेंट्स से 250 करोड़ रुपए ऐंठे, भोपाल-इंदौर, ग्वालियर में पेरेंट्स परेशान
FIITJEE कोचिंग सेंटरों पर ईडी की छापेमारी के बाद बड़ा खुलासा हुआ है। जांच में पता चला कि FIITJEE ने 14,411 स्टूडेंट्स से 250.2 करोड़ रुपए फीस वसूले, लेकिन इसके बदले उन्हें पढ़ाया नहीं गया। ईडी ने इस मामले में दस्तावेजों की जांच के बाद अहम तथ्य उजागर किए।
नई दिल्ली. दिल्ली-एनसीआर में FIITJEE कोचिंग सेंटरों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी के दो दिन बाद बड़ा खुलासा हुआ है। जांच में पता चला है कि FIITJEE ने मौजूदा सत्र से लेकर 2028-29 तक के शैक्षणिक वर्षों के लिए देशभर के 14 हजार 411 स्टूडेंट्स से करीब 250.2 करोड़ रुपए फीस के रूप में वसूले, लेकिन इसके बदले स्टूडेंट्स को पढ़ाया नहीं। ईडी ने सभी जरूरी दस्तावेजों की जांच के बाद फीस वसूली से जुड़े अहम तथ्य उजागर किए हैं। अभिभावक अब इस बात को लेकर चिंता में हैं कि उन्हें अपना पैसा वापस मिलेगा या नहीं। मध्य प्रदेश के भोपाल और इंदौर में पेरेंट्स अधिकारियों के चक्कर काट-काटकर परेशान हैं, लेकिन उन्हें कहीं से न्याय की आस नजर नहीं आ रही है।
इस तरह वसूली फीस
शैक्षणिक वर्ष
वसूली गई फीस
छात्रों की संख्या
2025–26
₹181.89 करोड़
9,823 छात्र
2026–27
₹47.48 करोड़
3,316 छात्र
2027–28
₹17.07 करोड़
1,008 छात्र
2028–29
₹3.76 करोड़
264 छात्र
क्यों उठा है यह मामला
पिछले दिनों FIITJEE के खिलाफ नोएडा, लखनऊ, दिल्ली, भोपाल और इंदौर समेत अन्य शहरों में एफआईआर दर्ज की गई थीं। जनवरी में कुछ अभिभावकों ने शिकायत की थी कि FIITJEE ने अचानक अपने सेंटर बंद कर दिए, जिससे उनके बच्चों की पढ़ाई बीच में छूट गई। अभिभावकों का आरोप था कि उन्होंने लाखों रुपए फीस में जमा किए थे, लेकिन न तो पढ़ाई करवाई गई और न ही पैसे लौटाए गए।
24 मार्च 2025 को ईडी ने FIITJEE के दिल्ली-एनसीआर स्थित सात ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस दौरान संस्थान के डायरेक्टर डीके गोयल, सीईओ, सीओओ और सीएफओ के घर और ऑफिसों पर भी कार्रवाई हुई। यह पूरी कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून (PMLA) के तहत की गई है। छापेमारी के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल उपकरण जब्त किए गए।
ईडी ने बताया कि वसूली गई रकम का इस्तेमाल निजी और अवैध कार्यों में किया गया, जबकि शिक्षकों का वेतन भी नहीं दिया गया। इसी वजह से गाजियाबाद, लखनऊ, मेरठ, नोएडा, प्रयागराज, दिल्ली, भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, फरीदाबाद, गुरुग्राम और मुंबई जैसे शहरों में FIITJEE के 32 कोचिंग सेंटर अचानक बंद हो गए। इससे करीब 15 हजार छात्र और उनके माता-पिता बड़ी परेशानी में आ गए।
ईडी की शुरुआती जांच से पता चलता है कि छात्रों और अभिभावकों को शिक्षा सेवा देने के नाम पर योजनाबद्ध तरीके से फंड हड़पने की साजिश रची गई थी। छापे के दौरान ईडी ने करीब 10 लाख रुपये नकद और लगभग 4.89 करोड़ रुपए कीमत के गहने भी बरामद किए हैं।