केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ( Finance Minister Nirmala Sitharaman ) आज 13 अगस्त को भोपाल में स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च (IISER) के 11वें दीक्षांत समारोह पहुंची। इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीतारमण ने कहा कि लोग टैक्स पर सवाल करते हैं, यह बात उन्हें पसंद नहीं है।
इस दौरान वित्त मंत्री ने भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान में एक शैक्षणिक भवन और व्याख्यान कक्ष का शिलान्यास किया। इसके साथ ही उन्होंने 442 शोधार्थियों को डिग्रियां प्रदान कीं। वहीं इस कार्यक्रम में प्रदेश के मुखयमंत्री डॉ. मोहन यादव भी उपस्थित थे।
देश के सामने कई चुनौतियां - वित्त मंत्री
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि लोगों द्वारा टैक्स को लेकर पूछे जाने वाले सवाल उन्हें पसंद नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वे टैक्स को शून्य पर लाना चाहती हैं, लेकिन देश के सामने कई चुनौतियां हैं जिनके लिए धन की आवश्यकता है। सरकार देश के विकास और अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं के लिए स्वयं व्यय करती है। इसके लिए पर्याप्त धन की आवश्यकता होती है।
संस्थान ने कई शोध पत्र प्रकाशित किए
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत में चीन के छात्र पढ़ने आ रहे हैं, जो देश की शैक्षिक प्रतिष्ठा को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि ज्ञान का वास्तविक मूल्य तब होता है जब उसे समाज में साझा किया जाता है। आईआईएसईआर में केरल और बंगाल के छात्र बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं, जो इन राज्यों की ज्ञान की गहराई को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यहां के छात्रों की मेहनत से कई पेटेंट हासिल किए गए हैं और संस्थान ने कई शोध पत्र प्रकाशित किए हैं।
नए तकनीक के साथ रिसर्च पर जोर
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने नए तकनीक के साथ रिसर्च पर जोर दिया और कहा कि डेटा साइंस में अधिक रिसर्च की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि 5जी नेटवर्क ने देश में बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान की है। वहीं भारत एडवांस केमिस्ट्री के साथ काम कर रहा है। इसके साथ ही नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में अधिक संभावनाएं बताईं और कहा कि सौर ऊर्जा को संग्रहित किया जा सकता है। उन्होंने नए प्रयोगों और वैज्ञानिक अनुसंधान के महत्व पर बल दिया।
उच्च शिक्षा के क्षेत्र में हो रही प्रगति
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ( CM Mohan Yadav ) ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में देश आर्थिक क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था में हमारी भूमिका महत्वपूर्ण होगी। उन्होंने मध्य प्रदेश में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में हो रही प्रगति के बारे में बताया, जिसमें तीन ट्रिपल आईटी संस्थान, ग्लोबल स्किल पार्क, पीएम एक्सीलेंस कॉलेज और विज्ञान संबंधी नवाचारी कार्यक्रम शामिल हैं।
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