मध्य प्रदेश में एक साइबर कैफे मालिक द्वारा कॉलेज छात्रों से ठगी का मामला सामने आया है। आरोपी कॉलेज फीस भरने के नाम पर बच्चों को अपना शिकार बनाता था और लाखों रुपये का घोटाला करता था। वह ऑनलाइन फीस भरने के नाम पर केवल एक रुपया कॉलेज में जमा करता था और बाकी पैसे अपनी जेब में रखता था। पुलिस ने उसकी शातिर ठगी का खुलासा किया।
एडिट करके दिखाता था QR
एडिट करके क्यूआर कोड (QR Code) जनरेट करता पेमेंट लेता और छात्रों को दिखा देता था।इस तरह उसने कई छात्रों से करीब 2 लाख 18 हजार 49 रुपए की ठगी कर ली। कॉलेज प्रबंधन को जब इस घोटाले की जानकारी मिली, तो उन्होंने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
कैसे पकड़ा गया आरोपी?
गाडरवारा पीजी कॉलेज के प्रिंसिपल अखिलेश जैन को कुछ छात्रों ने फीस जमा न होने की शिकायत दी। कॉलेज प्रशासन ने बैंक से स्टेटमेंट मंगवाया, जिससे सामने आया कि छात्रों से लिए गए पैसों में से केवल 1 रुपए जमा किया गया था। शिकायत मिलते ही गाडरवारा पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। साइबर कैफे और बैंक खातों की जांच करने पर पुलिस को आरोपी वैभव जैन के खिलाफ पुख्ता सबूत मिले। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
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आरोपी से पूछताछ जारी
फिलहाल, आरोपी वैभव जैन पुलिस हिरासत में है और उससे पूछताछ जारी है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या उसने इसी तरह अन्य कॉलेजों या शैक्षणिक संस्थानों में भी ठगी की है। इस ठगी का खुलासा होने के बाद गाडरवारा के छात्रों और उनके अभिभावकों को बड़ी राहत मिली है। कई अभिभावक फीस भरने के बावजूद उनके बच्चों का नाम कॉलेज रिकॉर्ड में दर्ज न होने की शिकायत कर रहे थे।
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साइबर कैफे में इन बातों का रखें ध्यान
- ऑनलाइन भुगतान का खुद करें वेरिफाई: फीस जमा करने के बाद बैंक से उसका कन्फर्मेशन जरूर लें।
- किसी अन्य व्यक्ति के जरिए पेमेंट न करें: हमेशा खुद या किसी विश्वसनीय व्यक्ति के जरिए ही फीस जमा करें।
- कंप्यूटर स्क्रीन पर दिखाए गए क्यूआर कोड पर भरोसा न करें: कॉलेज के आधिकारिक पोर्टल पर जाकर खुद पेमेंट की स्थिति चेक करें।
- संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत दें: यदि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी लगे तो तुरंत कॉलेज प्रशासन या पुलिस को सूचित करें।
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