गांधी मेडिकल कॉलेज (GMC), भोपाल में लैब असिस्टेंट और ओटी टेक्नीशियन (OT Technician) पदों पर हुई भर्ती में बड़े पैमाने पर अनियमितताओं का खुलासा हुआ है। यह मामला अब लोकायुक्त तक पहुंच चुका है।
2021 में 60 पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई थी, जिसमें एमपी ऑनलाइन (MP Online) के माध्यम से आवेदन आमंत्रित किए गए। लेकिन 16 लैब असिस्टेंट, 1 लैब टेक्नीशियन और 1 ओटी टेक्नीशियन की नियुक्ति नियमों को दरकिनार कर की गई।
जिन उम्मीदवारों का नाम मेरिट सूची और वेटिंग लिस्ट में नहीं था, उनकी नियुक्ति कर दी गई।
नियमों का उल्लंघन:
भर्ती के लिए लिखित परीक्षा और साक्षात्कार के अंकों के आधार पर चयन किया जाना था। लेकिन इसके बजाय हायर सेकंडरी (30%) और डीएमएलटी (70%) के अंकों के आधार पर मेरिट बनाई गई।
पदोन्नति प्रक्रिया की अनदेखी:
50% पदों को पदोन्नति से भरा जाना था, लेकिन बिना योग्य उम्मीदवारों को खोजे सीधी भर्ती कर दी गई।
यह मामला लोकायुक्त में दर्ज हो चुका है। मेडिकल कॉलेज के डीन से नियुक्त कर्मियों की परीविक्षा अवधि रोकने और कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।