BHOPAL. मध्य प्रदेश ( Madhya Pradesh ) के नर्मदापुरम ( Narmadapuram ) के सोहागपुर स्थित अजनेरी श्रीगोविंद वेयरहाउस में रखी सरकारी मूंग में करोड़ों रुपए की हेराफेरी करने का मामला सामने आया है। वेयरहाउस ( Warehouse ) में 14 करोड़ रुपए की मूंग को बदलकर उसमें मिट्टी और दाल मिला दी गई। दूसरे व्यापारी द्वारा 17 हजार क्विंटल मूंग खरीदने पर हेराफेरी उजागर हुई।
कैसे खुला हेराफेरी का राज
दरअसल नर्मदापुरम शहर में पिछले साल 2023 में मार्कफेड द्वारा मूंग खरीदी की गई थी, जिसे सरकार ने नीलाम किया था। नीलामी के बाद मूंग उठाव का टेंडर पिपरिया के महेश ट्रेडर्स को मिला। जब फर्म ने मूंग का उठाव शुरू किया तो वेंडर को खराब मूंग मिली जिसमें कंकड़, पत्थर और दाल बोरियो में भरी मिली, जिसमें 17 हजार क्विंटल में से करीब 14 हजार क्विंटल मूंग अमानक मिली। खराब मूंग मिलने के बाद में वेंडर ने मार्केटिंग एसोसिएशन को पत्र लिखकर वेयरहाउस में खराब और अमानक मूंग स्टोर होने की जानकारी दी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि खराब मूंग को हम नही ले सकते, जिसके बाद जिला कलेक्टर ने जांच समिति बनाई जिसमें वेयरहाउस कार्पोरेशन और कृषि विभाग और विपणन संघ के अधिकारियों को शामिल किया गया। जांच करने वाली टीम ने गोविंद वेयरहाउस में रखी सरकारी मूंग की जांच की, जिसमें पाया कि 14 करोड़ की मूंग को बदल कर उसमें मिलावट की गई है। नीलामी में जिस व्यापारी ने 17 हजार क्विंटल मूंग का उठाव किया जा रहा था तब घोटाला सामने आया।
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जांच दल की रिपोर्ट पर कार्रवाई की
कृषि उप संचालक जेआर हेडाऊ ने बताया वेयरहाउस में मार्कफेड की मूंग की जांच कराई। जिसमें बाहर की 15 स्टैक में माल अच्छा था। पर अंदर से सैंपल लेने पर सभी में दाल और मिट्टी मिली। मूंग की बोरी पर डबल सिलाई मिली। समिति के टैग भी नहीं मिले, जांच दल की रिपोर्ट के बाद वेयरहाउस संचालक पर एफआईआर दर्ज कराई है। गोदाम को ब्लैक लिस्ट करने का प्रस्ताव भेजा है। शिकायत जांच पश्चात सही पाए जाने पर वेयरहाउस कार्पोरेशन के जिला प्रबंधक नगीन वर्मा ने सोहागपुर थाने में लिखित शिकायत की।
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मूंग खरीदी में होती है हेराफेरी
बताया जा रहा है कि हर बार नर्मदापुरम जिले में ग्रीष्मकालीन मूंग की मार्कफेड द्वारा की जाने वाली खरीदी में जमकर हेराफेरी की जाती है। जिसको लेकर मीडिया ने हेराफेरी को उजागर भी किया गया। लेकिन रसूखदारों और राजनैतिक हस्तक्षेप के चलते दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं हो पाई।