पूर्व नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह को मिली जान से मारने की धमकी, सियासी हलचल तेज
मध्य प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ. गोविंद सिंह को 25 जुलाई को जान से मारने की धमकी मिली। धमकी के बाद उन्होंने अपनी सुरक्षा को लेकर डीजीपी को पत्र लिखा। यह घटना सियासी हलचल को और तेज कर रही है।
BHOPAL. मध्य प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह को 25 जुलाई 2025 को एक फोन कॉल के जरिए जान से मारने की धमकी (Death Threat Received in Bhind) मिली। यह कॉल उत्तर प्रदेश के शैलेंद्र चौहान नामक व्यक्ति ने किया था। उसने गोविंद सिंह से अभद्र भाषा में बात करते हुए उन्हें धमकाया। फोन कॉल में शैलेंद्र चौहान ने कहा, "तू जल्दी मरने वाला है, तेरा मकान तोड़ दिया जाएगा।"
कांग्रेस नेता डॉ. गोविंद सिंह ने इस गंभीर धमकी को लेकर राज्य के डीजीपी कैलाश मकवाना को पत्र लिखा है। इस चिट्ठी में उन्होंने पूरी घटना का उल्लेख करते हुए अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने इस मामले की जांच कराने और आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की है।
राज्य में सियासी हलचल तेज
यह धमकी ऐसी स्थिति में मिली है जब राज्य में काफी ज्यादा राजनीतिक हलचल हो रही है। इस धमकी के बाद गोविंद सिंह ने पुलिस प्रशासन से गंभीर कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि लोकतंत्र में इस तरह की धमकियां मिलना चिंता का विषय हैं। यह मामला इसलिए भी ज्यादा संवेदनशील हो गया है क्योंकि यह धमकी एक जनप्रतिनिधि को दी गई है, जो लोकतंत्र के लिए चिंताजनक है।
👉 जान से मारने की धमकी: मध्य प्रदेश कांग्रेस के नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह को 25 जुलाई 2025 को एक फोन कॉल के जरिए जान से मारने की धमकी मिली। कॉल करने वाले व्यक्ति ने उन्हें अभद्र भाषा में धमकाया और मकान तोड़ने की बात भी कही।
👉 पुलिस को चिट्ठी: गोविंद सिंह ने धमकी मिलने के बाद डीजीपी कैलाश मकवाना को पत्र लिखकर मामले की जांच और आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की है। उन्होंने इसे लोकतंत्र के लिए खतरे का मुद्दा बताया और प्रशासन से उचित सुरक्षा की मांग की।
फोन पर की अभद्र भाषा में बात
पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने बताया कि धमकी देने वाले शख्स ने अपना नाम शैलेंद्र चौहान बताया। वह खुद को उत्तर प्रदेश का रहने वाला बता रहा था और उसने फोन पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए उन्हें जान से मारने की धमकी दी।
इतना ही नहीं, कॉल करने वाले शख्स ने यह भी कहा कि उनका मकान भी तोड़ दिया जाएगा, जो कि बहुत ही गंभीर और आपत्तिजनक था। गोविंद सिंह ने इसे लोकतंत्र की गरिमा के खिलाफ बताया और कहा कि इस तरह की घटनाओं से लोकतंत्र को खतरा है।
डॉ. गोविंद सिंह ने मध्यप्रदेश पुलिस के डीजीपी कैलाश मकवाना को एक चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी में उन्होंने लिखा है कि यह धमकी उन्हें किसी सामान्य व्यक्ति से नहीं, बल्कि एक खास उद्देश्य से दी गई है। उन्होंने इस पत्र में यह भी कहा कि अगर इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया, तो यह लोकतंत्र के लिए एक बड़ा खतरा बन सकता है। उन्होंने प्रशासन से यह भी मांग की कि धमकी देने वाले व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और मामले की पूरी तकनीकी जांच की जाए।
निष्कर्ष
इस मामले के सामने आने के बाद से मध्य प्रदेश की राजनीति में उथल-पुथल मच गई है। गोविंद सिंह की धमकी के बाद उनकी सुरक्षा के लिए उठाए गए कदम और पुलिस की कार्रवाई पर सबकी नजर है। साथ ही, यह घटना सरकार और विपक्ष के बीच बढ़ती राजनीतिक जंग को और भी जटिल बना सकती है।