/sootr/media/media_files/2025/01/15/6UoenQqCN9sRWsbL9Prg.jpg)
gwalior municipal
ग्वालियर में साइबर अपराधियों ने नगर निगम के कमिश्नर अमन वैष्णव के नाम से अधिकारियों को ठगने की योजना बनाई, जिससे नगर निगम में हड़कंप मच गया। एक अंजान नंबर से अधिकारियों को मैसेज भेजा गया, जिसमें पूछा गया था, "तुम कहाँ हो और क्या कर रहे हो?" साइबर अपराधियों ने खुद को कमिश्नर IAS अमन वैष्णव बताकर अधिकारियों को भ्रमित करने की कोशिश की। हालांकि, जब अधिकारियों ने इस मैसेज को संदेहास्पद पाया, तो वे तुरंत सतर्क हो गए।
ठगी का नया पैंतरा, ठगों ने रातों-रात कई दुकानों पर लगाए फर्जी QR कोड
अपराधियों ने अधिकारियों को फर्जी मैसेज भेजे
साइबर अपराधियों ने नगर निगम के अधिकारियों को अंजान नंबर से मैसेज भेजे, जिसमें उन्होंने खुद को कमिश्नर अमन वैष्णव बताया। अधिकारियों ने महसूस किया कि कमिश्नर सीधे फोन करते हैं, तो इस तरह का मैसेज क्यों आएगा? मैसेज प्राप्त होने के बाद नगर निगम के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। अपर आयुक्त अनिल दुबे, उपायुक्त डॉ. प्रदीप श्रीवास्तव और कार्यपालन यंत्री श्रीकांत कांटे जैसे अधिकारियों ने इस संदिग्ध मैसेज को लेकर चर्चाएं शुरू कर दी थीं।
करोड़पति बनने का दिखाया था सपना... लूट लिया लाखों रुपए
इंदौर में शोरूम में लगी भीषण आग, 2 करोड़ के ब्रांडेड कपड़े जलकर स्वाहा
कमिश्नर अमन वैष्णव ने किया फर्जीवाड़े का खुलासा
कमिश्नर अमन वैष्णव ने तुरंत इस घटना को फर्जी करार दिया और अधिकारियों को सतर्क रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह एक साइबर अपराध है और इस तरह के मैसेज को इग्नोर करने की सलाह दी। इसके अलावा, उन्होंने मीडिया के माध्यम से सभी को इस नंबर से सतर्क रहने के लिए कहा। मामले की गंभीरता को देखते हुए कमिश्नर ने पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह से बात की और उन्हें इस नंबर (8187002868) से होने वाली साइबर ठगी के बारे में शिकायत की। उन्होंने एसपी से जांच करने और कार्रवाई करने की मांग की।
बड़ी साइबर ठगी का खुलासा, 2000 करोड़ की धोखाधड़ी की आशंका, 23 गिरफ्तार