ग्वालियर में पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे एक युवक की दौड़ते समय कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई। यह घटना तानसेन रोड स्थित गर्डर वाली पुलिया के नीचे घटी, जहां युवक का शव मिला। मृतक युवक की पहचान मनीष आर्य के रूप में हुई है, जो कांचमिल का निवासी था।
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कैसे हुई मौत
मनीष रोज सुबह दौड़ने के लिए बाहर जाता था, और इस दिन भी वह अपनी रोजाना की दौड़ में था, जब अचानक उसकी हृदय गति रुक गई। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सामने आया कि मनीष की मौत का कारण आर्टरी ब्लॉक (धमनियां अवरुद्ध होना) था, जो कि कार्डियक अरेस्ट का कारण बना। विशेषज्ञों के अनुसार, यह घटना तेज गर्मी या सर्दी में अक्सर होती है, जब शरीर अत्यधिक दबाव का सामना करता है।
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कार्डियक अरेस्ट को लेकर विशेषज्ञों की सलाह
कार्डियोलाजिस्ट डॉ. राम रावत का कहना है कि इस प्रकार के मामलों में सडन कार्डियक अरेस्ट अक्सर शारीरिक गतिविधियों जैसे दौड़ने या अन्य व्यायाम के दौरान होते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि तीव्र गर्मी और ज्यादा सर्दी के मौसम में इस तरह की घटनाएं बढ़ जाती हैं, इसलिए सभी को सीने में दर्द, सांस में तकलीफ, और घबराहट जैसे लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
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युवाओं के लिए सतर्कता की आवश्यकता
विशेषज्ञों ने युवाओं को आगाह किया है कि वे अपनी शारीरिक गतिविधियों के दौरान अधिक तनाव से बचें और अपनी सेहत पर ध्यान दें। सर्दी और गर्मी के मौसम में विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए, क्योंकि इन मौसमों में हृदय पर दबाव बढ़ सकता है।
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सीपीआर देकर बचाई जा सकती है जान
डॉ. राम रावत ने यह भी बताया कि यदि इस प्रकार की घटना किसी के साथ होती है तो सीपीआर देकर उसकी जान बचाई जा सकती है। सीपीआर एक जीवन रक्षक प्रक्रिया है, जिसमें शरीर को पुनः जीवित करने के लिए दिल की धड़कन को सामान्य बनाने के प्रयास किए जाते हैं।
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