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Harda. हरदा में आयोजित करणी सेना के जन क्रांति आंदोलन के दौरान एक बयान पर प्रदेश में बवाल मच गया है। हिंदू महासभा विद्यार्थी परिषद (HMVP) के प्रदेश अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद विश्वकर्मा के इस बयान की सभी ओर आलोचना हो रही है। हालांकि, विश्वकर्मा ने माफी मांगी है मगर विवाद है कि खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा। आइए जानें क्या है विश्वकर्मा के विवादित बयान का पूरा मामला...
करणी सेना क्यों कर रही आंदोलन
13 जुलाई को राजपूत समाज पर हुए लाठीचार्ज, आर्थिक आधार पर आरक्षण और अन्य मुद्दों को लेकर करणी सेना यह आंदोलन कर रही है। करणी सेना संगठन ने लाखों लोगों के जुटने का दावा किया है। करणी सेना परिवार पिछले तीन महीनों से गांव-गांव संपर्क कर रहा है।
करणी सेना जिलाध्यक्ष सुनील सिंह राजपूत का कहना है कि जिले में पांच हजार से ज्यादा घरों में न्योता दिया गया है और उन्हें सर्व समाज का समर्थन मिल रहा है। उनका कहना है कि यह आंदोलन किसी जाति के खिलाफ नहीं है, बल्कि व्यवस्था सुधार और दोषी अफसरों पर कार्रवाई की मांग को लेकर है।
महिलाओं को लेकर दिया विवादित बयान
प्रदेश अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद ने यह विवादित बयान हरदा के नेहरू स्टेडियम में 21 दिसंबर रविवार को करणी सेना के आंदोलन में दिया था। वीडियो में नर्मदा प्रसाद विश्वकर्मा ने महिलाओं, युवाओं और जनता को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणियां की है। इसके बाद उन्होंने सरकार बनाने के लिए किसी भी हद तक जाने की बात कही। इसके साथ ही हिंसा और बम कांड जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया, जिस पर अब भारी विरोध हो रहा है।
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विश्वकर्मा का भड़काऊ बयान क्या था
वीडियो में एक शख्स मंच से कहता है कि जब जागे तब सवेरा, सुनील भाई ने आज हरदा में जो जन आंदोलन खड़ा किया है, हम सभी के सहयोग से हिंदू महासभा का प्रदेश अध्यक्ष विद्यार्थी परिषद होने के नाते मैं आश्वासन देता हूं कि जहां-जहां भी आवश्यकता पड़ेगी, हरदा के वीर जवान जो आज मंच पर बैठे हैं, वो आप लोगों के साथ हैं।
इतना ही नहीं, आगे विश्वकर्मा कहता है कि आज किसान खाद के लिए परेशान है, मक्का अगर पैदा कर ली तो उसे बेचने के लिए परेशान है। हमें तो किसी भी हालत में हमारी सरकार बनानी है। चाहे रुपए का ढेर लगाना पड़े या किसी को मारना पड़े, चाहे दिल्ली में बम कांड करना पड़े। हमें हमारी सरकार बनानी है। हमें कोई मतलब नहीं है किसी से, हमें जीतना है किसी भी हालत में…
वहीं, इसके बाद अपशब्दों का इस्तेमाल करते हुए वह कहता है कि जनता के मुद्दे, माताएं बहनें और युवा पढ़े-लिखे से कोई मतलब नहीं है। किसी ने कहा है नो नॉलेज विदाउट कॉलेज और नो लाइफ विदाउट वाइफ।
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विश्वकर्मा ने मांगी माफी
13 जुलाई को हरदा में हुए लाठीचार्ज का जिक्र करते हुए विश्वकर्मा ने पुलिस कार्रवाई को गलत बताया और पीड़ितों के समर्थन की बात की। विवाद बढ़ने पर उन्होंने सफाई दी कि उनका उद्देश्य किसी को ठेस पहुंचाना नहीं था। विश्वकर्मा का कहना था कि उनका भाषण एडिट कर वायरल किया गया है। यदि उनके शब्दों से किसी को ठेस पहुंची हो तो वह क्षमा प्रार्थी हैं।
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ओबीसी महासभा का विरोध
मध्य प्रदेश के हरदा जिले में इस भड़काऊ बयान को लेकर राजनीतिक और सामाजिक माहौल गरमाता नजर आ रहा है। ओबीसी महासभा ने सार्वजनिक कार्यक्रम में हिंदू महासभा के विवादित बयान का विरोध किया है। महासभा ने पुलिस अधीक्षक को लिखित आवेदन सौंपा है, जिसमें उन्होंने वायरल वीडियो की जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
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जांच की मांग और प्रशासन से अपील
ओबीसी महासभा ने पुलिस प्रशासन से आग्रह किया है कि वायरल वीडियो की निष्पक्ष और गहन जांच की जाए। साथ ही दोषी पाए जाने पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए। महासभा का कहना है कि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो ऐसे बयान भविष्य में सामाजिक तनाव को और बढ़ा सकते हैं।
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