मध्य प्रदेश के सागर जिले के बंडा से पूर्व विधायक हरवंश सिंह राठौर अब नई मुश्किलों में फंस गए हैं। आयकर विभाग (IT) की रेड के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उनके खिलाफ जांच शुरू कर दी है। ईडी ने हवाला कारोबार से जुड़ी जानकारी आयकर विभाग से मांगी है। साथ ही, पूर्व पार्षद राजेश केशरवानी की भी जांच की जा रही है।
बंगले से चला चिड़ियाघर, वन विभाग ने की बड़ी कार्रवाई
आयकर विभाग की छापेमारी में खुलासा हुआ था कि राठौर के बंगले पर पिछले 60 सालों से निजी चिड़ियाघर चलाया जा रहा था। यह चिड़ियाघर 1964-65 में बनाया गया था और इसे स्कूल के बच्चों और आम जनता के लिए पर्यटन स्थल के रूप में खोल दिया गया था। लेकिन, इसके संचालन के लिए कोई वैध अनुमति (valid permission) या डॉक्यूमेंट्स नहीं मिले।
अवैध ट्रॉफियां और वन्यजीवों के अवशेष जब्त
राठौर के बंगले पर वन विभाग की एसआईटी ने छापेमारी में बाघ, तेंदुआ, काले हिरण, चौसिंगा और सांभर जैसे वन्यजीवों की खाल और उनके सींग से बनी 34 अवैध ट्रॉफियां जब्त कीं। इसके अलावा, दूसरे दुर्लभ वन्यजीवों के अवशेष और आर्टिकल्स भी पाए गए।
अवैध चिड़ियाघर पर प्रशासन सख्त
वन विभाग ने पाया कि चिड़ियाघर नियमों के खिलाफ चलाया जा रहा था। यह मामला लंबे समय से चल रहा था, लेकिन किसी ने इसकी शिकायत नहीं की थी। अब प्रशासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए जांच तेज कर दी है। सागर के पूर्व पार्षद राजेश केशवरवानी के घर पर भी छापेमारी की गई। इन दोनों नेताओं की संपत्तियों और वित्तीय लेन-देन की गहन जांच की जा रही है।
हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें! विशेष ऑफ़र और नवीनतम समाचार प्राप्त करने वाले पहले व्यक्ति बनें