INDORE. तालाबों के अवैध खनन के आरोपों और जांच में घिरे ठेकेदार पीडी अग्रवाल की मनमानी और दबाव जिला प्रशासन पर जारी है। मंगलवार को जनसुनवाई में एक पीड़ित ने अधिकारियों को इसे लेकर खुलकर शिकायत की और कहा कि जिम्मेदार अधिकारी दबाव में हैं और कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
इन अधिकारियों को लेकर हुई शिकायत
कनाड़िया के तत्कालीन एसडीएम राकेश मोहन त्रिपाठी, तहसीलदार पूजा चौहान, पटवारी पुष्पेंद्र जादौन को लेकर यह शिकायत हुई है। फरियादी जितेंद्र चौहान ने शिकायत की है कि उन्हें तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के कार्यकाल में आक्या गांव में खेती के लिए ढाई बीघा जमीन पट्टे पर दी गई थी। अभी भी हमारे पास यह पट्टे पर है और खेती हो रही है। लेकिन पास में कॉलोनी काटी जा रही है जो पीडी अग्रवाल की है। उनके जरिए बार-बार कब्जे की कोशिश की जा रही है। इसकी शिकायत कई बार की लेकिन कुछ नहीं हुआ।
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सीएम हेल्पलाइन से शिकायत हटवा देते हैं अधिकारी
पीड़ित ने आगे बताया कि इसको लेकर सीएम हेल्पलाइन में शिकायत भी की, फिर अधिकारी बोलते हैं कि शिकायत हटवा लो, हम कार्रवाई कर रहे हैं। जब शिकायत हटा लेते हैं, तो फिर कार्रवाई करने से इनकार कर दिया जाता है। अब कलेक्टर ने इस मामले में संबंधित एसडीएम को कार्रवाई के लिए बोला है।
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लुणावत कांड में भी घिरे अग्रवाल
अग्रवाल हाल ही में नेशनल हाईवे रोड में ठेके के दौरान तालाबों से अवैध खनन में घिरे हैं। जिसकी अभी भी जांच चल रही है। इस मामले में रिपोर्ट बनाने में तत्कालीन खनिज अधिकारी संजय लुणावत ने ढीलपोल की थी। 'द सूत्र' ने ही इसका खुलासा किया था कि अग्रवाल ने तो लुणावत को अपनी कार दे रखी है, इसलिए वह मामले में जांच नहीं कर रहे हैं। इसके बाद लुणावत ने कार लौटा दी, बाद में लुणावत का ट्रांसफर आदेश हुए और उन्होंने नौकरी छोड़ दी।
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