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Photograph: (the sootr)
कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने मध्यप्रदेश की महिलाओं और शराब को लेकर जो दावा किया था, उसने प्रदेश में राजनैतिक हलचल मचा दी है। इस बयान के बाद लोग यह जानने को भी उत्सुक हो गए है कि क्या सहीं में मध्यप्रदेश की महिलाएं पूरे देश में सबसे अधिक शराब पीती है।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के इस दावे की सच्चाई जानने पर यह दावा राष्ट्रीय स्तर के आंकड़ों से मेल नहीं खाता। इस लेख में पढ़िए पटवारी के दावे और क्या है वास्तविक हकीकत।
जीतू पटवारी ने यह दिया था बयान
जीतू पटवारी के बयान के मुताबिक, मध्यप्रदेश को यह "तमगा" मिला है कि यहां की महिलाएं देश में सबसे ज्यादा शराब पीती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी के शासन में राज्य में शराब की बिक्री बढ़ी है और यह आंकड़े इस स्थिति को दिखाते हैं। यह बयान बीजेपी नेताओं को आक्रामक बनाने में सफल रहा, जिन्होंने इसे राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी इस बयान के लिए पटवारी से माफी की मांग की।
मध्य प्रदेश आज गरीबी और कुपोषण का गढ़ बन गया है,
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) August 25, 2025
ड्रग्स और बेरोजगारी ने युवाओं का भविष्य अंधेरे में धकेल दिया है!
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क्या सच में मध्यप्रदेश की महिलाएं ज्यादा शराब पीती हैं?
यह सवाल उठने के बाद, जब आंकड़ों की जांच की गई, तो यह दावा पूरी तरह से गलत साबित हुआ। नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे 2019-2021 के आंकड़ों के अनुसार, मध्यप्रदेश में केवल 0.4 प्रतिशत महिलाएं शराब का सेवन करती हैं। अगर आंकड़ों को और विस्तार से देखा जाए, तो राज्य में शराब पीने वाली महिलाओं की संख्या पिछले कुछ वर्षों में कम हुई है। 2015-16 के सर्वे में यह आंकड़ा 1.6 प्रतिशत था, लेकिन 2019-21 के सर्वे में यह घटकर 0.4 प्रतिशत रह गया।
5 पॉइंट्स में समझें महिलाओं के शराब सेवन के दावे और हकीकतजीतू पटवारी का विवादित बयान: मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने दावा किया कि राज्य की महिलाएं देश में सबसे ज्यादा शराब पीती हैं, जिसे लेकर राजनीतिक विवाद हुआ। सर्वे के आंकड़े: नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे52019-2021 के अनुसार, मध्यप्रदेश में केवल 0.4 प्रतिशत महिलाएं शराब का सेवन करती हैं, जबकि पटवारी के बयान में इसका प्रतिशत अधिक बताया गया था। अरुणाचल प्रदेश में अधिक शराब सेवन: सबसे ज्यादा शराब पीने वाली महिलाएं अरुणाचल प्रदेश में पाई जाती हैं, जहां 17 प्रतिशत महिलाएं शराब का सेवन करती हैं, जो मध्यप्रदेश से काफी अधिक है। मध्यप्रदेश में शराब सेवन में गिरावट: 2015-16 के सर्वे में 1.6 प्रतिशत महिलाएं शराब पीती थीं, लेकिन 2019-21 के सर्वे में यह आंकड़ा घटकर 0.4 प्रतिशत रह गया है। राज्यों में शराब सेवन: भारत के विभिन्न राज्यों में शराब पीने वाली महिलाओं की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है, जिसमें अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, असम, और तेलंगाना प्रमुख हैं। |
अरुणाचल प्रदेश की महिलाएं पीती हैं सबसे अधिक शराब
नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के आंकड़ों के अनुसार, भारत के कुछ राज्य जहां महिलाएं शराब का सेवन करती हैं, उनमें प्रमुख रूप से अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, असम, तेलंगाना, गोआ, त्रिपुरा, लद्दाख, छत्तीसगढ़, ओडिशा, और झारखंड शामिल हैं।
इन राज्यों में महिलाओं का शराब सेवन का प्रतिशत एमपी से कहीं अधिक है, और यह आंकड़े तेजी से बढ़ रहे हैं। इस सर्वे में यह बात भी सामने आई कि देश में अरुणाचल प्रदेश की महिलाएं सबसे अधिक शराब पीती है।
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अरुणाचल प्रदेश की सामाजिक परंपरा का हिस्सा है शराब
अरुणाचल प्रदेश में शराब का सेवन सामाजिक परंपरा का हिस्सा है। वहां पर "अपोंग", जो चावल से बनी बीयर होती है, का सेवन किया जाता है। यह बीयर मुख्य रूप से मेहमानों को परोसी जाती है और कई घरों में इसका सेवन एक सांस्कृतिक अभ्यास है।
मध्यप्रदेश में शराब पीने वाले पुरुषों का आंकड़ा
नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे 2019-2021 के आंकड़ों के अनुसार, मध्यप्रदेश में पुरुषों का शराब सेवन 20 प्रतिशत से ऊपर है। हालांकि, 2015-16 के आंकड़ों के मुकाबले यह आंकड़ा घटा है, जब 29.6 प्रतिशत पुरुष शराब पीते थे। शराब सेवन के प्रति बढ़ते जागरूकता के कारण और सामाजिक बदलावों के कारण यह आंकड़ा घटा है।
आंकड़ों में साबित नहीं होता पटवारी का दावा
जीतू पटवारी का बयान और दावा गलत था और आंकड़े इसका प्रमाण हैं। नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे 2019-2021 के आंकड़ों के अनुसार एमपी इस सूची में 15 वें नंबर पर है। हालांकि, यह सच है कि समय के साथ राज्य में शराब पीने वाली महिलाओं की संख्या बढ़ी है, लेकिन यह वृद्धि इतनी अधिक नहीं है कि उसे देश के अन्य राज्यों के मुकाबले उच्चतम माना जा सके।
इसके बावजूद, सामाजिक स्तर पर शराब सेवन का एक बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है, और यह एक जटिल सामाजिक समस्या है जिसे राज्य और देश स्तर पर सुधार की आवश्यकता है।
बयान का जमकर हुआ है विरोध
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा लाड़ली बहनों को शराबी बताना बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) August 26, 2025
हरतालिका तीज के पावन पर्व के दिन बहनों का यह अपमान हमारी सरकार और पार्टी बर्दाश्त नहीं करेगी। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को माफी मांगनी चाहिए और मध्यप्रदेश की बहनों को अपमानित करने वाले को… pic.twitter.com/XJ9nrSr0Xz
कांग्रेस अध्यक्ष के महिलाओं के शराब पीने को लेकर दिए बयान का तीखा विरोध भी प्रदेश में देखने को मिला था। मुख्यमंत्री डाॅ मोहन यादव, विधायक रामेश्वर शर्मा के साथ ही कई अन्य नेताओं ने उनके बयान की निंदा की, वहीं इंदौर में महिलाओं ने उनके खिलाफ प्रदर्शन करते हुए पुतला तक फूंक डाला। इस दौरान गुस्साई भाजपा महिला मोर्चा की महिलाओं ने कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। महिलाओं का कहना था कि उनके बयान से महिलाओं की गरिमा को ठेस पहुंची है। कांग्रेस अध्यक्ष को तुरंत माफी मांगना चाहिए।
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