इंदौर में अग्रवाल पब्लिक स्कूल का संपत्ति कर 1.37 करोड़ किया कम, निगम अधिकारी सस्पेंड

मध्यप्रदेश के अग्रवाल पब्लिक स्कूल में संपत्तिकर में गड़बड़ी का मामला सामने आया था। नगर निगम ने इस मामले की जांच की। जांच में सहायक राजस्व अधिकारी की भूमिका संदिग्ध पाई गई। इसके बाद निगमायुक्त ने उसे निलंबित कर दिया।

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Sanjay Gupta
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Indore. इंदौर में अग्रवाल पब्लिक स्कूल में संपत्ति कर को लेकर खेल हुआ है। इस मामले में अब नगर निगम की जांच में सहायक राजस्व अधिकारी की भूमिका गड़बड़ पाई गई। इसके बाद निगमायुक्त ने निलंबित कर दिया है। यह स्कूल मध्यप्रदेश के सबसे अमीर व्यक्ति विनोद अग्रवाल (Vinod Aggarwal) के भाई पुरूषोत्तम अग्रवाल का है।

निगम अधिकारी ने कम किया 1.37 करोड़ टैक्स

निगमायुक्त दिलीप कुमार यादव ने सहायक राजस्व अधिकारी अरविंद नायक को निलंबित कर ट्रेंचिंग ग्राउंड में पदस्थ कर दिया है। नायक पर आरोप है कि उन्होंने अग्रवाल पब्लिक स्कूल के संपत्ति कर खाते में बिना मंजूरी एक करोड़ 37 लाख रुपए की कमी की। 

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संपत्ति कर 3.19 करोड़ बन रहा था

नगर निगम के रिकॉर्ड के अनुसार स्कूल का संपत्ति कर 3 करोड़ 19 लाख 79 हजार 612 रुपए दर्ज था। लेकिन, बाद में स्कूल का एरिया कम दिखाते हुए इस टैक्स को केवल 1 करोड़ 82 लाख 88 हजार 53 रुपए कर दिया गया। इस तरह से करीब 1 करोड़ 37 लाख रुपए कम किया गया।

नायक ने सहायक राजस्व निरीक्षक की यूजर आईडी से एरिया और टैक्स दोनों में कटौती की। सक्षम अधिकारी के साइन के बिना ही टैक्स की राशि कम की गई। ऐसे मामलों में अपर आयुक्त के साइन होना जरूरी है। नायक इसके लिए अधिकृत नहीं थे।

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विभाग पर पहले भी लगते रहे आरोप

नगर निगम का राजस्व विभाग में हाल ही में ईओडब्ल्यू ने इसी विभाग के एक अधिकारी को रिश्वत लेते पकड़ा था। पहले भी कई अधिकारी-कर्मचारी कठघरे में आ चुके हैं और उन पर निलंबन की कार्रवाई की गई है। विभाग पर लगातार आरोप लगते रहे हैं कि ये अधिक राशि का नोटिस जारी करते हैं और फिर भ्रष्टाचार कर इसे कम कम करते हैं।

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