/sootr/media/media_files/2025/10/12/indore-trishala-housing-society-election-deepak-madda-out-2025-10-12-13-59-42.jpg)
INDORE. इंदौर की त्रिशला हाउसिंग सोसायटी में एक हजार करोड़ के खेल के लिए फिर से सक्रिय हुए भूमाफिया दीपक मद्दा उर्फ दिलीप सिसौदिया उर्फ दीपक जैन का आखिर पत्ता कट गया। द सूत्र के जरिए इस मामले में खबर प्रकाशित करने के बाद विवाद खड़ा हुआ। आखिरकार नामांकन फॉर्म वापसी के अंतिम दिन मद्दा ने अपने परिवार के सदस्यों के साथ चुनाव से नाम वापस ले लिया।
मद्दा और दोनों भाई सहित यह सभी चुनाव से हुए बाहर
इंदौर भूमाफिया दीपक मद्दा के साथ ही उनके दोनों भाई कमलेश जैन और निलेश जैन ने भी नाम वापस ले लिया। साथ ही उनके करीबी नरसिंह गुप्ता और हाईकोर्ट में चुनाव में याचिका लगाने वाले भवंरलाल गुर्जर ने भी नामांकन वापस ले लिया है। जुलाई में गुर्जर की याचिका पर ही हाईकोर्ट ने तीन माह में चुनाव कराने के आदेश दिए थे। इसके साथ ही चंद्रप्रकाश सामिलदास परिहार, पवन ओमप्रकाश सिंह, भाग्यश्री चिटणीस, वर्षा पिता ओमप्रकाश, आशा रामकुमार उमरिया, संजय सेंगर और नीरज गाले ने नाम वापस लिया है।
संचालक बोर्ड में 10 आए निर्विरोध
संस्था के संचालक बोर्ड में 11 पदों के लिए कुल 22 नामांकन आए थे। इसके बाद 12 लोगों ने नाम वापस ले लिया और 10 पदों पर निर्विरोध उम्मीदवार आ गए। निर्विरोध आए उम्मीदवारों में नंदकिशोर छगनलाल गौड़, रामचंद्र कंवरलाल बागौरा, निखिल सदाशिव अग्रवाल, ईश्वर कालूराम अग्रवाल, मोहन गोपाल सिंह झाला, महेंद्र हुकुमचंद वोरा (जैन), नीरज मांगीलाल माते, अन्नुलाल मलकु कुमरे, ममता दिलीप जैन और सपना मंगेश जैन शामिल हैं।
ये खबर भी पढ़िए...मध्यप्रदेश जेल जा चुका भूमाफिया दीपक मद्दा का 1000 करोड़ की जमीन पर दाव, ईडी में केस वाली त्रिशला सोसायटी चुनाव में घुसा
11 पदों के लिए ये थे कुल 22 के नामांकन फार्म
कमलेश आनंदीलाल जैन, नरसिंह मोहनलाल गुप्ता, दिलीप आनंदीलाल सिसौदिया, निलेश आनंदीलाल जैन, ममता दिलीप जैन, सपना मंगेश जैन, नंदकिशोर छगनलाल गौड़, चंद्रप्रकाश सामिलदास परिहार, रामचंद्र कंवरलाल बागौरा, राजेंद्र सिंह ग्यासी परिहार, निखिल सदाशिव अग्रवाल, पवन ओमप्रकाश सिंह, अन्नुलाल मलकु कुमरे, ईश्वर कालूराम अग्रवाल, मोहन गोपाल सिंह झाला, भंवरलाल गुर्जर, भाग्यश्री पिता अशोक चिटणीस, वर्षा पिता ओमप्रकाश, आशा रामकुमार, संजय सरनाम सेंगर, महेंद्र हुकुमचंद वोरा और नीरज मांगीलाल गाले।
सहकारिता विभाग की भूमिका भी कठघरे में
इस मामले में सहकारिता विभाग की भी कलई फिर से खुल गई है। संस्था के अलग-अलग सूचना प्रकाशन में अलग-अलग पते बताए गए हैं। अभी जो पता ट्रेड सेंटर का बताया गया है वहां तो ताला जड़ा हुआ है।
संस्था के मई 2025 को लिखे पत्र में संस्था का पता 59 ट्रेड सेंटर साउथ तुकोगंज लिखा है, यह पत्र सब ऑडिटर व पूर्व प्रशासक आयसी वर्मा ने जारी किया था।
वहीं चुनाव संबंधी सूचना प्रकाशन में सहकारिता इंस्पेक्टर व चुनाव रिटर्निंग अधिकारी अमित दुबे द्वारा संस्था कार्यालय- 37 ए कंचन विहारपार्टमेंट इंदौर बताया गया है। तो एक सूचना में 37 की जगह 307 ए कंचन विहार अपार्टमेंट लिखा है। वहीं एक जगह पर त्रिशला को लेकर दर्ज हुई एफआईआर में इसका पता 110/1 न्यू पलासिया बताया गया है। यह, वही जगह है जहां पर रिकार्ड में कलपतरू संस्था का भी पता है, जिसमें भी करीब पांच करोड़ का घोटाला हुआ था और कल्पतरू के साथ ही त्रिशला ने एक जमीन संबंधी एग्रीमेंट भी किया था। कल्पतरू और त्रिशला दोनों में ही मद्दा अध्यक्ष रह चुका है।