शर्मनाक हरकत : बॉर्डर पर जंग लड़ने जा रहे आर्मी जवानों से इंदौर की मालवा एक्सप्रेस में टीटी ने मांगी रिश्वत
इंदौर के आर्मी अफसर के साथ मालवा एक्सप्रेस में एक टीटी द्वारा बदसलूकी करने और रिश्वत मांगने की हरकत की है। इसको लेकर आर्मी अफसर ने जब रेलवे टीसी से कहा कि भारत–पाकिस्तान के बीच हो रहे युद्ध में उन्हें तुरंत बॉर्डर पर पहुंचने के आर्डर मिले हैं।
इंदौर से जम्मू के लिए रवाना हुई मालवा एक्सप्रेस में देश सेवा के लिए जा रहे आर्मी जवानों से टीटी ने रिश्वत ले ली। इसके बाद उन्होंने टीटी ने उनसे अभद्रता भी की। आर्मी जवानों ने टीटी को अपने आई कार्ड भी दिखाए और उससे बिनती भी की कि बॉर्डर पर वर्तमान में जिस तरह के हालात हैं उसको देखते हुए उन्हें अर्जेंट बुलावा आया है और वे जा रहे हैं। इस पर भी रेलवे के टीटी का दिल नहीं पसीजा और उसने जवानों से रिश्वत लेने जैसा गंदा काम कर डाला। इसकी कोई रसीद भी टीटी ने जवानों को नहीं दी। रिश्वत लेने के बाद उसने कह दिया कि आपने पैसे दे दिए हैं अब आप आराम से बैठो, मैं आगे तक जाऊंगा, आपको अब कोई परेशानी नहीं होगी। इस पूरे घटनाक्रम का जब जवानों ने वीडियो बनाना चाहा तो फिर टीटी ने उनसे अभद्रता कर डाली।
आर्मी जवानों से मांगी रिश्वत
इंदौर के आर्मी अफसर के साथ मालवा एक्सप्रेस में एक टीटी द्वारा बदसलूकी करने और रिश्वत मांगने की हरकत की है। इसको लेकर आर्मी अफसर ने जब रेलवे टीसी से कहा कि भारत–पाकिस्तान के बीच हो रहे युद्ध में उन्हें तुरंत बॉर्डर पर पहुंचने के आर्डर मिले हैं। इसलिए वह जनरल कोच का टिकट लेकर यात्रा कर रहे हैं तो वह नहीं माना और उसने आर्मी अफसर से टिकट चेकिंग के बहाने रिश्वत ले ली। इस घटना का जब कुछ आर्मी ऑफिसरों ने वीडियो बनाना चाहा तो वह अभद्रता करने लगा।
आर्मी में पदस्थ सूबेदार विनोद कुमार दुबे ने बताया कि उन्हें 8 मई की रात 10 बजे मैसेज आया था कि आपको अर्जेंट में जम्मू पहुंचना है। इस पर वह अपना सामान पैक कर 11 रेलवे स्टेशन पहुंचे। स्टेशन पर मालवा एक्सप्रेस में जनरल कोच का टिकट लेकर चढ़ गए। उन्हें चूंकि अर्जेंट बॉर्डर पर जाना था तो वह रिजर्वेशन नहीं करवा पाए। वे ट्रेन के स्लीपर कोच S1 में चढ़ गए और रात में वह इस सीट पर सो गए।
शुक्रवार की सुबह लगभग 9 बजे जब सोनीपत और पानीपत के बीच टीटी दलजीत सिंह आया और उसने पास की सीट पर अग्निवीर के जहीर खान और उसके साथ आर्मी हवलदार राजकुमार भदोरिया से टिकट मांगा। उन्होंने टीटी को जनरल का टिकट दिखा दिया। इस पर टीटी ने दलजीत सिंह से पेनल्टी की बात कह दी। पैनल्टी नहीं देने के एवज में टीटी ने कहा कि आप जनरल कोच में चले जाओ।
जनरल कोच का था टिकिट
आई कार्ड भी दिखाया फिर भी दिल नहीं पसीजा
इसके बाद जवान ने उन्हें अपना आई कार्ड दिखाते हुए कहा कि हम सेवा के जवान हैं और हमें अर्जेंट में जम्मू बुलाया है। लेकिन टीटी दलजीत सिंह ने जहीर खान से 150 रुपए लिए, जिसकी रसीद मांगने पर दलजीत ने कह दिया कि वह उनके साथ आगे तक चलेगा। उनको कोई दिक्कत नहीं होगी। इसके बाद दलजीत ने सूबेदार विनोद दुबे से भी टिकट मांगा। उन्होंने भी आईडी दिखाते हुए बताया कि हमें जम्मू अर्जेंट पहुंचना है। बॉर्डर के हालत नाजुक हैं। इसके बावजूद टीटी दलजीत सिंह ने सूबेदार दुबे से पेनल्टी के रुपए मांगे लेकिन उन्होंने नहीं दिए।
सूबेदार विनोद ने जब पेनल्टी की राशि देने से इनकार कर दिया तो टीटी ने उन्हें जनरल डिब्बे में जाने का कह दिया। सूबेदार विनोद ने बताया कि सफर लंबा है। हमें जम्मू जाकर बॉर्डर पर अपनी ड्यूटी देना है, लेकिन टीटी नहीं माना और कहा कि मैं आगे जा रहा हूं। जैसे ही वापस आऊंगा सीट से उठकर चले जाना।
सूबेदार विनोद ने यह भी बताया कि 12 मई को वैसे भी उनकी छुट्टियां खत्म होना थी। उनका वंदे भारत में रिजर्वेशन था। इमरजेंसी में बॉर्डर पर बुलाया गया, इसलिए उन्हें जाना पड़ रहा है। ऐसे में रेलवे कर्मचारी टीटी दलजीत सिंह का असली चेहरा इस समय सामने आ गया।
12 तारीख का वंदे भारत का कंफर्म टिकिट था
इंदौर के जवान से भी अभद्रता
इस घटना को लेकर इंदौर की 9वीं बटालियन में पदस्थ अन्य जवान हवलदार राजकुमार भदोरिया ने भी टीटी दलजीत सिंह के द्वारा उनके साथ अभद्रता करने की बात कही है। आर्मी सूबेदार विनोद कुमार दुबे का कहना था कि पूरे देश में युद्ध जैसे हालात हैं। उसके बाद भी रेलवे कर्मचारियों द्वारा सैन्य कर्मियों से इस तरह का व्यवहार किया जा रहा है। हमें जम्मू पहुंचकर अपनी ड्यूटी करनी थी, लेकिन टीटी दिलजीत सिंह ने बार-बार हमें रिजर्वेशन वाले कोच में बैठने से मना करते हुए जनरल कोच में जाने का कहा। इसी दौरान अग्नि वीर सैनिक जहीर खान ने जब उसे रुपए दिए तो उसने चुपचाप रख लिए। सेना के जवान इसका वीडियो बनाने लगे, तो टीटी दलजीत सिंह नाराज हो गया और काफी देर तक अभद्रता करता रहा।