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बीआरसी नीरज गर्ग (The Sootr)
INDORE. इंदौर में खंड स्त्रोत समन्वयक यानी स्कूल शिक्षा विभाग के बीआरसी को रिश्वत की दूसरी किश्त लेना भारी पड़ गया। पहली किश्त तो उसने दूसरे को दिलवाई और उससे अपने पास ली और फिर खतरा नहीं देख दूसरी किश्त खुद लेने पहुंच गया और धरा गया।
इसने की शिकायत, यह पकड़ाया
स्कूल संचालक द सेंट पीटर्स कान्वेंट हायर सेकेंडरी स्कूल नगीन नगर एरोड्रम इंदौर के रामविलास गुर्जर ने एसपी लोकायुक्त राजेश सहाय को शिकायत की थी। बताया कि बीआरसी नीरज गर्ग स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा रिश्वत मांगी जा रही है।
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5 पॉइंट्स में समझें पूरी खबर...रिश्वत की शिकायत: इंदौर के बीआरसी (खंड स्त्रोत समन्वयक) नीरज गर्ग पर स्कूल शिक्षा विभाग के कार्यों के लिए 80 हजार रुपए की रिश्वत मांगने का आरोप था। स्कूल संचालक रामविलास गुर्जर ने एसपी लोकायुक्त को इसकी शिकायत की थी। पहली किश्त का लेन-देन: गुर्जर ने बताया कि पहली किश्त के 50 हजार रुपए ओएसिस स्कूल के कर्मचारी कमल सिंह वीरजी को दिए थे, जैसे ही दूसरी किश्त का समय आया, बीआरसी नीरज गर्ग खुद पैसे लेने के लिए तैयार हो गया। लोकायुक्त की कार्रवाई: लोकायुक्त ने कार्रवाई के लिए ट्रैप दल तैयार किया। 26 अगस्त को निर्धारित 30 हजार रुपए की रिश्वत को देने के लिए बीआरसी नीरज गर्ग को कालानी चौराहा पर बुलाया गया। रंगे हाथ पकड़ा गया: जैसे ही गुर्जर ने रिश्वत राशि बीआरसी नीरज गर्ग को दी, लोकायुक्त दल ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया और उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के खिलाफ केस: आरोपी नीरज गर्ग के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया गया और कार्रवाई की गई। लोकायुक्त ने महानिदेशक योगेश देशमुख के आदेश पर यह कार्रवाई की। |
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यह थी पूरी शिकायत
एसपी को गुर्जर ने बताया कि नीरज गर्ग, BRC खंड श्रोत समन्वयक इंदौर अर्बन 1, स्कूल की मान्यता नवीनीकरण के लिए 80 हजार रुपए की मांग कर रहा है। तस्दीक के लिए आवेदक की बात गर्ग से कराई गई तो उसने 50 हजार रुपए पड़ोस के ओएसिस स्कूल के कर्मचारी कमल सिंह वीरजी को देने का कहा। गुर्जर ने 25 अगस्त को यह राशि वीरजी को दे दी। इसके बाद दूसरी बकाया राशि 30 हजार 26 अगस्त को देना तय हुई। इस बार गर्ग खुद लेने के लिए तैयार हो गया। लोकायुक्त ने ट्रैप दल तैयार किया था। गर्ग ने आवेदक गुर्जर को रिश्वत राशि लेकर कालानी चौराहा पर शाम 6 बजे बुलाया। जैसे ही आवेदक ने रिश्वत राशि आरोपी को दी आसपास तैनात लोकायुक्त दल ने आरोपी को रंगे हाथ पकड़ लिया। आरोपी के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण की धारा 7 के अंतर्गत केस किया गया है। बीआरसी रिश्वत मामला | मध्यप्रदेश| लोकायुक्त कार्रवाई | इंदौर में लोकायुक्त कार्रवाई
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ट्रैप दल में यह अधिकारी थे
महानिदेशक लोकायुक्त योगेश देशमुख के भ्रष्टाचार के विरूद्ध कार्रवाई के दिए गए आदेश के तहत एसपी राजेश सहाय द्वारा दल बनाकर कार्रवाई को अंजाम दिया गया। इस दल में डीएसपी सुनील कुमार तालान, कार्यवाहक निरीक्षक आशुतोष मिठास, प्रधान आरक्षक प्रमोद यादव, आरक्षक आशीष नायडू, आरक्षक कमलेश परिहार, आरक्षक रामेश्वर निंगवाल, आरक्षक सतीश यादव एवं चालक शेरसिंह ठाकुर आदि शामिल थे।
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