CBSE SCHOOL : सिलेबस बदलने के नाम पर नई किताबें खरीदने के लिए पालकों को कर रहे मजबूर

सिलेबस बदलने के नाम पर स्कूल और दुकानदारों द्वारा हमेशा से ही धांधली की जाती रही है। इस मुद्दे पर अपनी आवाज मुखर की है शिवसेना ने और इंदौर कलेक्टर व मुख्यमंत्री को इसके लिए ज्ञापन भी दिया है।

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Reena sharma vijayvargiya
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MP News : सिलेबस बदलने के नाम पर स्कूल (school) और दुकानदारों द्वारा हमेशा से ही धांधली की जाती रही है। दुकानदारों तथा किताब माफिया पर रोक लगाने की मांग को लेकर शहर के कई जिम्मेदार नागरिक भी अपनी आवाज बुलंद करते हैं, लेकिन इसके बावजूद इस समस्या का समाधान नहीं निकलता है। इस मुद्दे पर अपनी आवाज मुखर की है शिवसेना ने और इंदौर कलेक्टर व मुख्यमंत्री को इसके लिए ज्ञापन भी दिया है।

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शिवसेना इंदौर ने दिया मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन

शिवसेना इंदौर परिवार द्वारा सीबीएसई स्कूलों में हर 2 या 3 वर्षों में सिलेबस बदलने के नाम पर की जा रही लूट को रोकने की मांग करते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव के नाम एक ज्ञापन-पत्र जिलाधीश महोदय को सौंपा गया है। इनका कहना है कि निजी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की किताबें, जो 1-2 वर्ष पुरानी होते ही सिलेबस बदलने के नाम पर रद्दी बताकर नई पुस्तकें (Book) खरीदने के लिए बाध्य किया जाता है... जबकि बच्चा अपने बड़े भाई-बहन, परिवार या परिचित बच्चों की 2 वर्ष पूर्व पढ़ी गई किताबें पढ़कर अपनी पढ़ाई कर सकता है।

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स्कूल संचालक और किताब माफियाओं की मनमानी

सिलेबस में थोड़ा-बहुत बदलाव या विषय में पाठ (लेसन) आगे-पीछे करके, सिलेबस बदलने के नाम पर पैरेंट्स (Parents) और बच्चों के साथ किताब माफिया, दुकानदार तथा स्कूल संचालक धोखाधड़ी कर रहे हैं।

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हर साल बढ़ रही स्कूल फीस

प्रतिवर्ष बढ़ती 10% स्कूल फीस में भी स्कूल संचालकों द्वारा बढ़ोतरी की जा रही है, जबकि इस विषय पर शहर के जिम्मेदारों को संज्ञान लेने की जरूरत है। एक सामान्य परिवार ऐसी स्थिति में अपने बच्चों को ज्यादा पढ़ा-लिखा नहीं पाता है। स्कूल यूनिफॉर्म, महंगी किताबें और ऊपर से सिलेबस बदलने, फीस बढ़ने से लेकर सालभर किसी न किसी तरह से पैरेंट्स से स्कूल संचालक वसूली करते रहते हैं। ऐसे में सामान्य परिवार क्या करे और कहां से इतना खर्च उठाए?

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5 वर्षों के लिए तय हो सिलेबस

शिवसेना ने मुख्यमंत्री और शिक्षामंत्री को ज्ञापन-पत्र के माध्यम से मांग की है कि जनहित को ध्यान में रखते हुए न्यूनतम 5 वर्षों के लिए प्रति कक्षा सिलेबस निर्धारित किया जाए, जिससे आम जनता को शिक्षा माफिया की इस लूट से बचाया जा सके। इसके लिए आदेश तत्काल प्रभाव से जारी कर अगले माह से शुरू होने वाले इस प्रकार के खेल या कहें लूट को रोकने का कष्ट करें।

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इन्होंने दिया ज्ञापन

ज्ञापन सौंपने वालों में मुख्य रूप से जिला प्रमुख पं. महेश शर्मा (लखन), जिला संपर्क प्रमुख कैलाश कुमावत, जिला उपप्रमुख लक्ष्मण रामजी कुमावत, संगठन प्रमुख गिरधारी लाल कुमावत, सचिव राजेश सोनोने, जिला उपप्रमुख राहुल शर्मा, मौजीलाल राठौड़, दिनेश साहू सहित अन्य कई शिवसैनिक मौजूद थे।

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