/sootr/media/media_files/2025/02/10/tWt57ZuXaZ1518dlJxNH.jpg)
INDORE. इंदौर कलेक्ट्रेट में बड़ी प्रशासनिक सर्जरी कर चुके इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह, अब राजस्व निरीक्षक यानी आर आई और पटवारियों की कार्य विभाजन में बड़ा बदलाव करने जा रहे हैं। मोटे तौर पर इस पर नीति बनाकर अधिकारियों को बता दिया गया है और लिस्ट बनना शुरू हो गई है, जो अब कभी भी जारी हो जाएगी। इसके पहले कलेक्टर सिंह लगभग सभी एसडीएम को बदल चुके हैं और 11 तहसीलदार, नायब तहसीलदार के कार्य क्षेत्र भी बदले गए हैं।
ये खबर भी पढ़िए...Transfer : इंदौर कलेक्टर ने बदले सभी एसडीएम-तहसीलदार, कॉलोनी सेल में भी किया बदलाव
इन सभी को बदलेंगे
मोटे तौर पर तय की गई नीति के अनुसार लंबे समय से एक जगह पर जमे आर आई और पटवारी खासकर तीन साल को अब दूसरी जगह भेजा जाएगा। उन्हें गृहक्षेत्र में पदस्थापना नहीं दी जाएगी और जिनकी शिकायतें होंगी, उन्हें लूपलाइन में डाला जाएगा। इसी मोटे तौर पर नीति के अनुसार लिस्ट बनाई जा रही है।
इतने आर आई, पटवारी होंगे प्रभावित
जिले में 30 से ज्यादा आर आई हैं तो वहीं 300 से ज्यादा पटवारी हैं। मोटे तौर पर सभी एक जगह पर ही लंबे समय से जमे हुए हैं। इनमे लंबे समय से बदलाव नहीं हुआ है। ऐसे में अधिकांश आर आई, पटवारी प्रभावित होंगे और सभी इधर से उधर हो जाएंगे।
कलेक्टर रहते आकाश त्रिपाठी ने लाटरी से किया था ट्रांसफर
इंदौर में आर आई, पटवारी स्तर पर सबसे बड़ा बदलाव तत्कालीन कलेक्टर आकाश त्रिपाठी ने किया था। उन्होंने इसके लिए अनूठी प्रक्रिया लाटरी का सिस्टम अपनाया था ताकि पूरी पारदर्शी तरीके से ट्रांसफर हो। सभी के नाम की चिट डालकर आर आई, पटवारी की तहसील तय की गई और फिर वहां एसडीएम को बोलकर चिट निकलवाई गई कि उन्हें कौन सा क्षेत्र उस तहसील में मिलेगा। इसके बाद फिर बड़े स्तर पर दस साल में आर आई, पटवारी स्तर पर बड़े बदलाव नहीं हुए।
ये खबर भी पढ़िए...राजस्व निरीक्षक परीक्षा में घोटाला, रिश्तेदार बन गए पटवारी से अफसर
ये खबर भी पढ़िए...PCC चीफ जीतू पटवारी ने मंच से मांगी राहुल गांधी से माफी, बोले- हो गई बड़ी गलती