इंदौर कलेक्टर ने अनैतिक कारणों के चलते पांच पटवारी निलंबित किए, एक आरआई पर भी कार्रवाई

कलेक्टर ने सात दिन पहले ही अपर कलेक्टरों की टीम बनाकर छुट्‌टी के दिन राजस्व कोर्ट खुलवाकर सभी की कोर्ट पर स्ट्राइक करते हुए औचक निरक्षण किया था। इसमें भारी लापरवाही पाई गई।

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Sandeep Kumar
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संजय गुप्ता @ INDORE. पटवारी, कलेक्टर का बाप बन गया है। यह शब्द सीएम डॉ. मोहन यादव ने राजस्व कामों को लेकर कहे थे। लेकिन अब इंदौर कलेक्टर ( Indore Collector ) ने पटवारी, आरआई पर सर्जिकल स्ट्राइक ( surgical strike ) करते हुए 6 पर कार्रवाई की है तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।

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इन पांच पटवारी व आरआई को किया गया निलंबित

1. रोशिता तिवारी, पटवारी मल्हारगंज, इन्हें अब भू अभिलेख में अटैच किया है

2. हरीश शर्मा, पटवारी मल्हारगंज, इन्हें भी भू अभिलेख में अटैच किया गया

3. ओम परवार, पटवारी भिचौली हप्सी, इन्हें हातोद में अटैच किया गया

4. प्रभुदयाल मुकाती, पटवारी जूनी इंदौर, इन्हें महू में अटैच किया गया

5. नितेश राणा, पटवारी राउ, इंदौर, इन्हें अब देपालपुर अटैच किया गया

6. आरआई (राजस्व निरीक्षक) सुबोध टैनी, इन्हें भी निलंबित किया गया।

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आर्डर में यह दो लाइन लिखी गई है

निलंबन आर्डर में अहम दो लाइन लिखी गई है। इसमें कहा गा है कि राजस्व कामों में लापरवाही की जा रही है, अनैतिक कारणों से काम को बेवजह रोका जा रहा है, जिससे राजस्व कामों में देरी हो रही है। 

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कलेक्टर ने हाल ही करवाई थी जांच

कलेक्टर ने सात दिन पहले ही अपर कलेक्टरों की टीम बनाकर छुट्‌टी के दिन राजस्व कोर्ट खुलवाकर सभी की कोर्ट पर स्ट्राइक करते हुए औचक निरक्षण किया था। इसमें भारी लापरवाही पाई गई। पेशियों की तारीख ही कई दिनों तक नहीं लग रही है, केस में पटवारी, आरआई रिपोर्ट नहीं लग रही है। इसके बाद यह प्रारंभिक कार्रवाई है, अभी माना जा रहा है कि इसमें नायब तहसीलदार, अपर तहसीलदार और तहसीलदारों पर भी मिली लापरवाही के बाद जांच बैठाई जा सकती है। 

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कार्रवाई वाले पटवारियों के खिलाफ भारी शिकायतें

कलेक्टर ने यह कार्रवाई सभी तरफ से आ रही शिकायतों, अधिकारियों से ली गई जांच रिपोर्ट के बाद की है। इन पटवारियों के खिलाफ आम बात हो गई है कि यह हजारों में नहीं एक लाख से कम में तो किसी काम में हाथ ही नहीं डालते हैं। हर काम में पैसा मिलने पर ही रिपोर्ट फाइल करते हैं, इसके चलते राजस्व काम अटके रहते हैं। समस्या यह है कि पटवारी की रिपोर्ट सीमांकन हो या बटांकन, नामांतरण हर काम में लगती है और इसी काम में यह धड़ल्ले से पैसे मांग रहे हैं। जिन पटवारियों पर कार्रवाई हुई है, इनमें से कुछ के खिलाफ तो एक-एक केस में 5 से 7 लाख रुपए तक लेने की शिकायतें कलेक्टर के पास पहुंची थी। 

जूनी, राउ, मल्हारगंज में सबसे ज्यादा हालत खराब

इंदौर का सबसे अहम राजस्व काम जूनी, मल्हारगंज और राउ में ही आता है। इन्हीं क्षेत्रों में सक्रिय राजस्व अमले की सबसे ज्यादा शिकायतें पहुंच रही है। इसलिए अभी जिनकी पुख्ता शिकायतें कलेक्टर के पास पहुंची थी, उन पर प्रारंभिक तौर पर कार्रवाई की गई है। आगे और शिकायतें आने पर कार्रवाई में कलेक्टर कोई कोताही नहीं बरतेंगे। वहीं कलेक्टर ने साफ कहा कि जिनसे भी अनैतिक मांग हो रही है वह सीधे शिकायत करें, कार्रवाई की जाएगी।

 

सीएम डॉ. मोहन यादव Indore Collector surgical strike