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INDORE. इंदौर कांग्रेस में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को गालियां देने वाला ऑडियो कांड दिल्ली पहुंच गया है। इस मामले में राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ ही लोकसभा प्रतिपक्ष नेता राहुल गांधी, प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी व अन्य को लिखित में शिकायत हो गई है। उधर, मप्र कांग्रेस प्रभारी महेश चौधरी इस मामले को ठंडा करने में जुट गए हैं।
क्या है ऑडियो कांड?
ऑडियो कांड तथाकथित तौर पर शहराध्यक्ष चिंटू चौकसे और पूर्व शहराध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा के बीच मोबाइल पर हुई बातचीत का है। इसमें चौकसे खुलकर दिग्विजय सिंह को गालियां दे रहे हैं।
साथ ही, कह रहे हैं कि किसी के बाप के नौकर नहीं हैं। वे कहते हैं कि पिता तुल्य हैं तो अपने बेटे जयवर्धन सिंह को ऐसे सार्वजनिक डांटे। हालांकि चौकसे और चड्ढा दोनों ही इसे फेक बता रहे हैं।
यह हुई है शिकायत
इस मामले (दिग्विजय ऑडियो कांड इंदौर) में इंदौर शहर के कार्यवाहक अध्यक्ष देवेंद्र सिंह यादव ने शिकायत की है। इसमें कहा गया है कि वायरल वीडियो में पूर्व सीएम को लेकर अशोभनीय, अमर्यादित भाषा का उपयोग किया गया है।
इसके पूर्व भी पार्टी के प्रदेश सह प्रभारी संजय दत्त की उपस्थिति में चिंटू चौकसे ने एक बयान दिया था। चिंंटू नें इस बैठक के दौरान बिना पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का नाम लिए कहा कि कोई भी बड़ा नेता मेरी अनुमति के बिना इंदौर नहीं आएगा। साथ ही, न कोई कार्यक्रम आयोजित करेगा।
यह कथन न केवल संगठनात्मक अनुशासन के विपरीत है, बल्कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाला है। यह ऑडियो पार्टी की साख को आहत करता है। साथ ही, आम कार्यकर्ताओं में भ्रम तथा असंतोष की स्थिति उत्पन्न करता है। इसकी निष्पक्ष जांच एवं उचित कार्रवाई किया जाना अत्यंत आवश्यक है।
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जांच को लेकर पत्र में यह मांगी गई जानकारी
क्या इस वायरल ऑडियो की सत्यता की जांच करने के लिए कोई समिति बनाई गई है? अगर हां, तो इस समिति का काम अभी तक कैसे चल रहा है?
चिंटू चौकसे द्वारा प्रभारी संजय दत्त की बैठक में दिए गए उक्त अनुचित और अहंकारपूर्ण वक्तव्य पर पार्टी के जरिए कोई कार्रवाई की गई है या नहीं?
क्या इंदौर शहर कांग्रेस अध्यक्ष चिंटू चौकसे एवं पूर्व इंदौर शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत चड्ढा से पार्टी स्तर पर स्पष्टीकरण लिया गया है?
भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या पार्टी कोई कड़े अनुशासनात्मक नियम और संचार मर्यादाएं लागू करने की योजना बना रही है?
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क्या बोल रहे हैं मप्र संगठन प्रभारी
मध्यप्रदेश संगठन प्रभारी महेश चौधरी ने मीडिया में कहा कि जांच के पहले देखा जाना जरूरी है कि ऑडियो सही है या नहीं। जो ऐसी रिकार्डिंग कर रहा है, वह कांग्रेसी नहीं है और बीजेपी का स्लीपर सेल है।
संगठन की आंतरिक बात पब्लिक डोमेन में नहीं लानी चाहिए। साथ ही, इसे पार्टी फोरम में रखना चाहिए। अभी इस पर कुछ नहीं कह सकता हूं। उधर, प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इस पर चुप्पी साध रखी है।
क्या है 6 मिनट के ऑडियो कांड में?
इस ऑडियो में सुरजीत सिंह चड्ढा चिंटू को समझाइश दे रहे हैं कि उन्हें समन्वय बैठक में दिग्विजय सिंह को लेकर यह नहीं बोलना था (तब चिंटू ने 28 सितंबर की बैठक में कहा था कि बिना सूचना दिए राष्ट्रीय नेता इंदौर आ जाते हैं और मनचाहे प्रोग्राम बना लेते हैं, यह नहीं चलेगा)।
सुरजीत ने इस दौरान कहा कि दिग्विजय सिंह पिता तुल्य हैं। साथ ही, बहुत बड़े और सम्मानित नेता हैं। इस पर चिंटू कहते हैं कि मैं किसी के बाप का नौकर नहीं हूं।
सुरजीत बोलते हैं, मैंने राजा साहब को बोला था कि प्रेस कांफ्रेंस है, वहीं बोल देंगे, शीतलामाता जाना चाहिए क्या।
इस पर उन्होंने कहा, अब नौकरियों पर भी अटैक किया जा रहा है। इस तरह तो बीजेपी रोड पर अटैक करेगी, क्यों करोगे? फिर मैं चुप हो गया।
इस पर चिंटू कहते हैं कि सभी लोगों से पहले ही हम मिल लिए थे, पटवारी जी संभागायुक्त से भी मिल लिए थे।
सुरजीत कहते हैं कि चलो आप बाजार गए या नहीं, लेकिन वह बहुत बड़े नेता हैं।
चिंटू कहते हैं, उन्होंने कैसे बोल दिया? हम क्या बाप के नौकर हैं?
सुरजीत कहते हैं, वह तो पिता तुल्य हैं।
चिंटू कहते हैं, पिता तुल्य हैं तो क्या सार्वजनिक रूप से बोलेंगे, मत आना, क्या सार्वजनिक तौर पर... (गालियां) करेंगे। वह अपने बेटे जयवर्धन सिंह को भी ऐसे बोलेंगे, हम क्या नौकरी कर रहे हैं कि उनकी। क्या राजनीति में... (गालियां) कराने के लिए आए हैं। एक-एक की... (गालियां) कर देंगे।
इस दौरान सुरजीत बीच-बीच में टोकते हैं कि यह गलत बात है और कहते हैं कि आपकी यह भाषा है तो फिर छोड़ो।
चिंटू कहते हैं, राजू के खिलाफ कैसे बोल दिया। ऐसे कैसे बोल दिया कि जैसे हम आपके गुलाम हैं? हम क्या कमजोर हैं। जो हमारे साथ... (गालियां) करेंगे, हम भी उनकी (गालियां) कर देंगे।
सुरजीत कहते हैं, कोई गुलाम नहीं है, सब समन्वय से काम होता है।
इस तरह कांग्रेस में दिग्गी को लेकर चला बवाल
शीतलामाता बाजार को लेकर बीजेपी और विधायक पुत्र एकलव्य गौड़ के बयान के बाद पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह शीतलामाता बाजार गए। पहले तो उन्हें जाने से रोका गया था। जब नहीं रुके तो उनसे शहराध्यक्ष चिंटू चौकसे सहित सभी नेताओं ने दूरी बना ली।
फिर रविवार 28 सितंबर को हुई जिला स्तरीय समन्वय समिति में चिंटू ने बिना नाम लिए उन्हें खरी-खोटी सुनाई। यह सब बंद कमरे में हुआ था, लेकिन चिंटू चौकसे ने इस बैठक का अपना बोलने वाला वीडियो खुद ही सोशल मीडिया पर डाल दिया।
वीडियो में यह बोलते दिखे थे चिंटू चौकसे
इंदौर शहर में कोई राष्ट्रीय नेता आए, बड़ा नेता आए, छोटा नेता आए। इंदौर के किसी इश्यू को लेकर यदि कोई चर्चा करना है, किस मूवमेंट में हमें क्या एक्शन लेना है, किस जगह लेना है, किस तरह से लेना है, यह पहले तय होना चाहिए। (इसी बीच सज्जन सिंह वर्मा भी इसे जरूरी बताते हैं)।
फिर चिंटू कहते हैं, यह बहुत आवश्यक है कि इंदौर की क्या स्थिति है, कोई भी नेता आए और कहे कि यहां चलना, वहां चलना, यह करूंगा, वह करूंगा, पहले शहर कांग्रेस से संबंधित विधानसभा प्रभारी से हम चर्चा करेंगे। इसके बाद ही उसे आगे बढ़ाएंगे। ना कि मेरी इच्छा हुई कि मुझे राजबाड़ा जाना है, मुझे परदेशीपुरा जाना है, तो मैं जाऊंगा। हमें लोकल स्थिति समझनी होगी, इस पर विचार होना चाहिए, यह गंभीर विषय है, इस पर विचार होना चाहिए।
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