संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर नगर निगम (Indore Municipal Corporation) के चर्चित 150 करोड़ के बिल घोटाले में लगातार जांच जारी है। मामले में भ्रष्ठ और अब 25 हजार के इनामी इंजीनियर अभय राठौर (Engineer Abhay Rathore) का नल कनेक्शन को लेकर बड़ा खेल सामने आया है। एक दिन पहले निगम की टीम को उनके जीजा राकेश चौहान के घर पर चार इंच का अवैध कनेक्शन मिला था, वहीं जांच के बाद अब तीन और एक-एक इंच के अवैध नल कनेक्शन (illegal tap connection) मिले हैं। सबसे बड़ी बात इन नलों में किस तरह से कनेक्शन लगाया गया अभी टीम यही जांच कर रही है, क्योंकि टीम दोपहर से वहां पहुंची तो 6-7 घंटे तक लगातार पानी आया। यानि वहां पानी की लगातार सप्लाई है।
इस तरह 70 लाख का पानी चुराया
एक चार इंच के अवैध कनेक्शन का हर साल औसतन किराया 3.50 लाख का बनता है। प्रारंभिक जांच में आया है कि यह कनेक्शन दस साल से था। इसी चार इंच का ही किराया और ब्याज 45 लाख रुपए करीब बन रहा है। वहीं यह घर उसके जीजा राकेश चौहान का है, वहीं पास में राठौर का घर है, यहां पर एक-एक इंच के तीन और अवैध कनेक्शन मिले हैं। इनका भी दस साल का 20 लाख करीब जलकर बनता है। लेकिन उसने दस साल में 70 लाख का पानी ही चुरा लिया है।
जीजा के नाम पर चलाता था पानी का टैंकर
इंदौर निगम बिल घोटाला ( Indore Corporation Bill Scam ) मामले में जांच के दौरान बुधवार को नि: शुक्ल जल वितरण के चार पानी के टैंकर जब्त किए थे। नगर निगम ने जो टैंकर जब्त किए हैं, वह उसके जीजा के नाम पर थे। वह इन अवैध नल कनेक्शन के जरिए इन टैंकरों में पानी भरता था और अवैध सप्लाई करता था। यहां से भी उसने करोड़ों रुपए छापे। यानि निगम से पानी चुराया, टैंकर में भरवाया और इसे लोगों में बेचा। इस तरह दोनों तरफ से मुनाफा कमाया गया।
पानी की असल कीमत ज्यादा, क्योंकि पानी ज्यादा लिया
असल में यह 70 लाख बहुत की कम राशि है, जो वैध कनेक्शन पर बनती है। इन कनेक्शन को इस तरह से लिया गया है कि इसमें वाटर सप्लाई रूकती ही नहीं है, यानि यहां लगातार पानी आता है और इन्हें लगातार चुराकर टैंकर में भरकर बेचा जाता है। इस तरह असल में इस चुराए गए पानी की कीमत करोड़ों रुपए में हैं।