इंदौर ट्रक हादसे के हत्यारे ड्राइवर ने पी हुई थी 8 लोगों के बराबर शराब, हादसे में हुई तीसरी मौत

इंदौर में सोमवार शाम को एरोड्रम क्षेत्र में एक खतरनाक ट्रक हादसा हुआ, जिसमें अबत क तीन लोगों की जान चली गई। अब एस मामले में एक चौंकाने वाला अपडेट सामने आया है।

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Sanjay Gupta
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इंदौर में एरोड्रम एरिया में सोमवार शाम सात बजे हुए भयावह ट्रक हादसे में घायलों में से एक और की मौत मंगलवार सुबह हो गई। मृतक महेश खतवास (45 साल) को इस घटना के बाद अरविंदो अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। उनकी पत्नी रचना अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं। अब तक कुल तीन लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।

यह हादसा एरोड्रम एरिया में नो इंट्री में ट्रक के घुसने से हुआ था, जब वह करीब एक किमी तक पीक आवर्स में वाहन चालकों और राहगीरों को रौंदते हुए आया। बाद में एक बाइक उसके टायर में फंस गई और इससे ट्रक में आग लग गई।

सीएम पहुंचे इंदौर, बोले कार्रवाई होगी

सीएम डॉ. मोहन यादव दोपहर में इंदौर पहुंचे। वह सीधे अस्पताल में घायलों से मिलने के लिए पहुंचे। इसके पहले एयरपोर्ट पर मीडिया से कहा कि यह घटना दुखद है। मैंने एसीएस को जांच के लिए भेजा भी है। दुखद हादसे से मन में पीड़ा भी है। इस घटना में जो काल कवलित हुए उनके लिए बाबा महाकाल के लिए प्रार्थना करता हूं अपने चरणों में स्थान दें। लेकिन हम कोशिश करेंगे इसमें जो भी दोषी हो हम कार्रवाई भी करने जा रहे हैं। भविष्य में ऐसी घटना ना हो उसके प्रबंध हम करेंगे।

भोपाल से मुख्यमंत्री ने अपर मुख्य सचिव शिवशेखर शुक्ला के साथ प्रशासनिक टीम और पुलिस अधिकारियों को इंदौर के एरोड्रम थाने भेजा है। मुख्यमंत्री के आदेश पर यह टीम उस ट्रक हादसे की जांच करेगी। वे यह भी देखेंगे कि ट्रक नो-एंट्री क्षेत्र में कैसे चला गया, जिससे यह हादसा हुआ। माना जा रहा है कि कुछ लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी, क्योंकि मुख्यमंत्री इस घटना से बहुत नाराज हैं। एसीएस गृह शिवशेखर शुक्ला अपनी जांच रिपोर्ट सीधे मुख्यमंत्री को सौंपेंगे।

घटना में पहले दो की हो चुकी थी मौत

इस घटना में निजी कॉलेज के प्रोफेसर 50 वर्षीय लक्ष्मीकांत सोनी की मौके पर ही मौत हो गई थी। वहीं आईडीए की संपदा शाखा में वरिष्ठ सहायक कैलाश चंद्र जोशी (62 साल) की भी घटना में मौत हो गई थी। उनके तो शव पहचानने में ही घंटों लग गए थे। वह ट्रक की चपेट में आकर झुलस गए थे।

अभी भी अस्पताल में 12 भर्ती

घटना के बाद अभी भी अस्पताल में 12 भर्ती हैं। यह घायल वर्मा यूनियन, बांठिया, भंडारी, अरविंदो, गीतांजलि अस्पताल में हैं। घायलों के नाम संदीप बिजवा, अनिल नामदेव, कुमारी दीक्षा, संस्कृति वर्मा, रजनी खतवास, पलक जोशी, अनिल कोठारी, अशोक गोपलानी, काजल गोपलानी, संविद डूडानी और अंकिता डूडानी हैं।

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ट्रक ड्राइवर ने पी थी आधा लीटर शराब

वहीं हादसे के दौरान ट्रक (MP09 ZP 4069) को चलाने वाले ड्राइवर जिसका नाम सोहेल बताया जा रहा है। उसके शरीर में 857 एमजी मात्रा शराब की निकली है। जानकारों ने बताया कि इसका मतलब है कि उसके शरीर में करीब आधा लीटर शराब थी जो औसतन 8 से 9 लोग मिलकर पीते हैं। यानी उसे किसी बात का होश नहीं था कि वह क्या कर रहा है। यह बहुत अधिक मात्रा होती है। कमर्शियल वाहन चालकों के लिए तो अल्कोहल स्तर जीरो होना चाहिए।

ट्रैफिक पुलिस ने पत्थर मारकर रोका था

वहीं वायरलेस चौराहे पर ड्यूटी कर रहे ट्रैफिक जवान पंकज यादव ने बताया कि वह जब ड्यूटी पर थे तो तेजी से ट्रक आते हुए दिखाई दिया, वह टक्कर मारते हुए आ रहा था। उसे चिल्लाकर रोकना चाहा तो नहीं रुका। वह पूरी तरह नशे में दिखा, इस पर सड़क से पत्थर मारकर उठाया और उसे मारा, इस पर उसने ब्रेक पर पैर रखा। ट्रक रुकते ही कैबिन में चढ़कर चाबी निकाली और ड्राइवर को पकड़ा।

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किसी के पास जवाब नहीं, नो इंट्री में कैसे घुसा

जब पीएम नरेंद्र मोदी 17 सितंबर को इंदौर एयरपोर्ट पर आने वाले हैं और अतिरिक्त बल लगा हुआ है, ऐसे में इस हादसे से फिर खाकी और सफेद वर्दी पर सवाल खड़े हो गए हैं कि आखिर कर क्या रहे हैं। कैसे नो इंट्री में ट्रक घुस गया, इसका जवाब किसी के पास नहीं है और सभी अधिकारी फिलहाल बगलें झांक रहे हैं और नेता अस्पतालों में जाकर खानापूर्ति कर रहे हैं, लेकिन कोई यह बताने को तैयार नहीं है कि आखिर क्या कार्रवाई होगी और यह सब हुआ कैसे।

सीएम के आदेश पर एसीएस आज आएंगे

इस घटना से सीएम डॉ. मोहन यादव खासे नाराज हैं और दुखी भी हैं। उन्होंने इस मामले में एसीएस गृह शिवशेखर शुक्ला को इंदौर जाकर जांच के आदेश दिए हैं। वह संभवतः मंगलवार दोपहर में इंदौर आ जाएंगे। लेकिन इसे भी खानापूर्ति ही माना जा रहा है और इसमें एक-दो निचले स्तर पर ही ड्यूटी वालों को निपटाया जाएगा। जैसे चूहाकांड में दो मौतों को भी ढंक दिया गया था, वैसा ही इसे भी ढंका जाएगा, इसकी पूरी संभावना है।

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मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने यह कहा

मंत्री ने कहा कि धार में बैठक के दौरान इस घटना की जानकारी मिली, पहले लगा सामान्य घटना होगी, फिर लगातार फोन आए, फिर मैं बैठक से सीधे इंदौर आया। दो घायलों से बात की है, दो की मौत की जानकारी मिली है और 10-11 घायल की जानकारी मिली है। इलाज के आदेश दिए हैं। जिम्मेदारी हम सुनिश्चित करेंगे, नो इंट्री में ट्रक कैसे आया, इसके लिए पुलिस कमिश्नर से चर्चा की है।

पुलिस कमिश्नर संतोष सिंह यह बोले

पुलिस कमिश्नर संतोष सिंह ने कहा कि 12 लोग इस घटना से प्रभावित हुए थे, इसमें से दुर्भाग्य से दो की जान गई है, तीन गंभीर हैं और उनका उपचार चल रहा है। 7 अन्य घायल हैं। दो को मामूली चोट आई थी, उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद जाने दिया गया है। बाकी घायलों को अस्पतालों में शिफ्ट किया गया है और इलाज जारी है। ट्रक ड्राइवर को हिरासत में लिया गया है। ट्रक में आग का कारण बताया गया है कि एक बाइक ट्रक में फंसी थी, इसके रगड़ने से यह आग लगी। वहीं संभागायुक्त सुदाम खाड़े ने कहा कि दो की मौत हुई और घटना में 15 प्रभावित हुए थे। घायलों के उपचार की व्यवस्थाएं की गई हैं।

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कांग्रेस के गंभीर आरोप, अधिकारी के कहने पर जाने दिया

उधर कांग्रेस ने इस मामले में बीजेपी सरकार को घेरा है। इंदौर शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चिंटू चौकसे ने बड़ा गणपति क्षेत्र में ट्रक के बेकाबू होने और कई लोगों के मारे जाने की घटना को दुखद बताया, वह अस्पताल पहुंचे। चौकसे ने कहा कि यह घटना गंभीर और चिंताजनक है। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के प्रभार वाला जिला है। इसके बाद भी हालत बेकाबू है। ट्रक जैसे माल वाहक वाहनों की नो एंट्री वाले क्षेत्र में यह गाड़ी कैसे आई, यह एक गंभीर विषय है। जानकारी तो यह भी सामने आ रही है कि पुलिस ने स्टाफ को रोका था और फिर किसी बड़े अधिकारी के कहने पर जाने दिया गया। इस मामले में पुलिस प्रशासन को हकीकत उजागर करना चाहिए।

चौकसे ने मांग की है कि इस घटना में अपनी जान गंवाने वाले हर नागरिक के परिजन को 50 लाख रुपए की सहायता राशि उपलब्ध कराई जाएं। गंभीर घायलों को 25 लाख और सामान्य घायलों को 10 लाख रुपए की सहायता राशि दी जाएं।

सीएम डॉ. मोहन यादव ने यह लिखा था

सीएम डॉ. मोहन यादव ने X पर लिखा कि - इंदौर में हुई ट्रक दुर्घटना दुखद है। इस घटना की विस्तृत जानकारी प्राप्त कर मैंने निरीक्षण हेतु अपर मुख्य सचिव गृह को इंदौर जाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, रात 11 बजे से पहले शहर में भारी वाहनों के प्रवेश के कारणों की प्रारंभिक तथ्यपरक जांच कराने के भी निर्देश दिए हैं।

मृतकों के प्रति मैं संवेदना व्यक्त करता हूं तथा ईश्वर से घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करता हूं।

मंत्री, विधायक, महापौर सभी पहुंचे थे अस्पताल

इंदौर ट्रक हादसा को लेकर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने धार दौरा रद्द किया और इंदौर लौटे। वह सीधे अस्पताल गए और घायलों से मिले। इसके पहले इंदौर विधायक मालिनी गौड़ भी अस्पताल गई थीं। वहीं महापौर पुष्यमित्र भार्गव, पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता भी घटनास्थल पर पहुंचे थे। वहीं क्षेत्रीय वार्ड चार की पार्षद बरखा नितिन मालू भी तत्काल मौके पर पहुंची थीं और अस्पताल में जाकर घायलों के उपचार की व्यवस्था कराई थी। उधर कलेक्टर शिवम वर्मा ने घायलों के इलाज के आदेश दिए हैं और अलग-अलग अस्पतालों में व्यवस्थाएं की गई हैं। इस घटना से सभी नेता, अधिकारी हिल गए हैं।

लोगों में जमकर गुस्सा

वहीं शहर में सिस्टम के प्रति जमकर गुस्सा देखा जा रहा है। खासकर ट्रैफिक पुलिस को लेकर लोग काफी नाराज हैं। बेवजह की चालानी कार्रवाई, बदतर ट्रैफिक, हर तरफ गड़्ढे, हेलमेट बिना पेट्रोल नहीं जैसे आदेशों से नाराज लोगों का साफ कहना है कि ट्रैफिक पुलिस का पूरा ध्यान केवल चालानी कार्रवाई पर होता है। हाईकोर्ट ने तो एक सप्ताह में हूटर हटाने के भी आदेश दिए थे, लेकिन वीआईपी पर ट्रैफिक पुलिस हाथ नहीं डालती है, लेकिन बेवजह लोगों को जरूर परेशान करती है। इंदौर हादसा

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