इंदौर ट्रक हादसे पर सीएम डॉ. मोहन यादव सख्त, ACS गृह विभाग को इंदौर जाने और जांच करने के दिए आदेश

इंदौर में शराब के नशे में ट्रक ड्राइवर द्वारा सड़क पर लोगों को रौंदने से दो की मौत हो गई और 15 घायल हो गए। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मामले की गहरी जांच के आदेश दिए हैं। ACS गृह विभाग को इंदौर जाकर मामले की जांच करने के लिए भेजा गया।

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Sanjay Gupta
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Photograph: (THESOOTR)

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INDORE. मध्यप्रदेश के इंदौर में एयरपोर्ट पर कालानी नगर एरिया में शराब के नशे में ड्राइवर द्वारा ट्रक दौड़ाने और लोगों को रौंद देने की घटना में दो की मौत हो गई और 15 अस्पताल में भर्ती है।

इस मामले में सीएम डॉ. मोहन यादव ने दुख के साथ ही गहरी नाराजगी भी जाहिर की है और पूरे मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं। सीसीटीवी फुटेज से सामने आया है कि यह घटना शाम 6 बजकर 59 मिनट पर यानी सात बजे शाम को हुई है जब कालानी नगर, बड़ा गणपति जैसे सघन बसे एरिया में भारी भीड़ होती है। ऐसे समय यह ट्रक सभी वाहन चालकों और राहगीरों को कुचलते हुए निकल गया। 

सीएम डॉ. मोहन यादव ने लिखा-

सीएम डॉ. मोहन यादव ने X पर लिखा कि इंदौर में हुई ट्रक दुर्घटना दुखद है। इस घटना की विस्तृत जानकारी प्राप्त कर मैंने निरीक्षण हेतु अपर मुख्य सचिव गृह को इंदौर जाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, रात 11 बजे से पहले शहर में भारी वाहनों के प्रवेश के कारणों की प्रारंभिक तथ्यपरक जांच कराने के भी निर्देश दिए हैं।
मृतकों के प्रति मैं संवेदना व्यक्त करता हूं तथा ईश्वर से घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करता हूं।

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मंत्री, विधायक, महापौर सभी पहुंचे अस्पताल

इस घटना को लेकर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने धार दौरा रद्द किया और इंदौर लौटे। वह सीधे अस्पताल गए और घायलों से मिले। इसके पहले विधायक मालिनी गौड़ भी अस्पताल गई थी वहीं महापौर पुष्यमित्र भार्गव भी घटनास्थल पर पहुंचे थे। वहीं क्षेत्रीय वार्ड चार की पार्षद बरखा नितिन मालू भी तत्काल मौके पर पहुंची थी और अस्पताल में जाकर घायलों के उपचार की व्यवस्था कराई थी। उधर कलेक्टर शिवम वर्मा ने घायलों के इलाज के आदेश दिए हैं और अलग-अलग अस्पतालों में व्यवस्थाएं की गई है। इस घटना से सभी नेता, अधिकारी हिल गए हैं।

मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने यह कहा-

मंत्री ने कहा कि धार में बैठक के दौरान इस घटना की जानकारी मिली, पहले लगा सामान्य घटना होगी, फिर लगातार फोन आए, फिर मैं बैठक से सीधे इंदौर आया। दो घायलों से बात की है, दो की मौत की जानकारी मिली है और 10-11 घायल की जानकारी मिली है। इलाज के आदेश दिए हैं। जिम्मेदारी हम सुनिश्चित करेंगे, नो इंट्री में ट्रक कैसे आया, इसके लिए पुलिस कमिशनर से चर्चा की है।

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लोगों में जमकर गुस्सा

वहीं शहर में सिस्टम के प्रति जमकर गुस्सा देखा जा रहा है। खासकर ट्रैफिक पुलिस को लेकर लोग काफी नाराज है। बेवजह की चालानी कार्रवाई, बदतर ट्रैफिक, हर तरफ गड़्ढे, हेलमेट बिना पेट्रोल नहीं जैसे आदेशों से नाराज लोगों का साफ कहना है कि ट्रैफिक पुलिस का पूरा ध्यान केवल चालानी कार्रवाई पर होता है। हाईकोर्ट ने तो एक सप्ताह में हूटर हटाने के भी आदेश दिए थे लेकिन वीआईपी पर ट्रैफिक पुलिस हाथ नहीं डालती है लेकिन बेवजह लोगों को जरूर परेशान करती है। 

डीसीपी ने कहा, शराब नशे में था ड्राइवर 

इंदौर जोन-1 के डीसीपी कृष्णा लालचंदानी ने बताया कि ड्राइवर शराब के नशे में था। उसने कालानी नगर में लोगों को टक्कर मारी। उसके बाद वहां से लोगों को घसीटते हुए लेकर आया। ज्यादा नशे में होने के कारण ड्राइवर ट्रक पर कंट्रोल नहीं कर पाया। यहां दो लोगों की मौत हुई है। तीन से चार लोग घायल हैं। जिन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। डीसीपी ने बताया कि ट्रक ड्राइवर को पकड़ लिया गया है। जिसे मल्हारगंज थाने ले गए। उसका मेडिकल कराया जा रहा है। ट्रक को जब्त कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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पुलिस कमिश्नर संतोष सिंह यह बोले-

पुलिस कमिशनर संतोष सिंह ने कहा कि 12 लोग इस घटना से प्रभावित हुए थे, इसमें से दुर्भाग्य से दो की जान गई है, तीन गंभीर है और उनका उपचार चल रहा है। 7 अन्य घायल है। दो को मामूली चोट आई थी उन्हें प्राथमिक ट्रीटमेंट के बाद जाने दिया गया है। बाकी घायलों को अस्पतालों में शिफ्ट किया गया है और इलाज जारी है। ट्रक ड्राइवर को हिरासत में लिया गया है।

 ट्रक में आग का कारण बताया गया है कि एक बाइक ट्रक में फंसी थी, इसके रगड़ने से यह आग लगी। वहीं संभागायुक्त सुदाम खाड़े ने कहा कि दो की मौत हुई और घटना में 15 प्रभावित हुए थे। घायलों के उपचार की व्यवस्थाएं की गई है।

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कांग्रेस के गंभीर आरोप, अधिकारी के कहने पर जाने दिया

उधर कांग्रेस ने इस मामले में बीजेपी सरकार को घेरा है।  इंदौर शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चिंटू चौकसे ने बड़ा गणपति क्षेत्र में ट्रक के बेकाबू होने और कई लोगों के मारे जाने की घटना को दुखद बताया, वह हास्पिटल पहुंचे। चौकसे ने कहा कि यह घटना गंभीर और चिंताजनक है।

प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के प्रभार वाला जिला है। इसके बाद भी हालत बेकाबू है।  ट्रक जैसे माल वाहक वाहनों की नो एंट्री वाले क्षेत्र में यह गाड़ी कैसे आई, यह एक गंभीर विषय है। जानकारी तो यह भी सामने आ रही है कि पुलिस ने स्टाफ को रोका था और फिर किसी बड़े अधिकारी के कहने पर जाने दिया गया। इस मामले में पुलिस प्रशासन को हकीकत उजागर करना चाहिए।  

चौकसे ने मांग की है कि इस घटना में अपनी जान गंवाने वाले हर नागरिक के परिजन को 50 लाख रुपए की सहायता राशि उपलब्ध कराई जाएं।  गंभीर घायलों को 25 लाख और सामान्य घायलों को 10 लाख रुपए की सहायता राशि दी जाएं।

डीसीपी
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