इंदौर के हत्यारे ट्रक ड्राइवर को रोकने के लिए आरक्षक जलते ट्रक में चढ़ा, नहीं तो सिग्नल पर लोगों को रौंद देता

इंदौर के एरोड्रम क्षेत्र में हुए ट्रक हादसे को लेकर सवाल उठ रहे हैं। लेकिन एक ट्रैफिक पुलिस जवान की बहादुरी को लोग सैल्यूट कर रहे हैं, जिन्होंने ट्रक को रोककर एक बड़ा हादसा टाल दिया।

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Sanjay Gupta
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मध्यप्रदेश के इंदौर में एरोड्रम क्षेत्र में हुए ट्रक हादसे में तीन की मौत हुई और 12 अभी भी घायल अस्पतालों में भर्ती हैं। इस हृदय विदारक और भयावह घटना में पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं कि आखिर नो एंट्री में ट्रक घुसा कैसे और पुलिस कर क्या रही थी। लेकिन इसी बीच एक ट्रैफिक पुलिस जवान की भूमिका को लेकर लोग सैल्यूट भी कर रहे हैं। उन्होंने ट्रक पर चढ़कर उसे रोका, कैबिन से ट्रक की चाबी निकाली और ड्राइवर को पकड़ा, नहीं तो ट्रक बड़ा गणपति चौराहे के सिग्नल की ओर बढ़ रहा था, जहां कई वाहन चालक खड़े हुए थे। ऐसे में हादसा और बड़ा हो सकता था।

जवान ने ट्रक का पीछा किया और लोगों को रास्ते से हटाया

घटना के दौरान कालानी नगर की ओर से तेज़ रफ्तार से आ रहा ट्रक कई वाहनों को टक्कर मारते हुए बड़ा गणपति की ओर बढ़ रहा था। उसी समय आरक्षक पंकज यादव ने स्थिति की गंभीरता समझते हुए एक बाइक सवार की मदद से ट्रक का पीछा किया और उसे ओवरटेक कर चालक को धीमा करने का संकेत दिया। जब चालक ने रफ्तार कम नहीं की, तो यादव ने अन्य बाइक सवारों को आगे के चौराहे पर लोगों को सचेत करने और ट्रैफिक हटाने की सूचना दी। 

फिर ट्रक पर चढ़ा जवान

जैसे ही ट्रक की गति बड़ा गणपति के पास थोड़ी धीमी हुई, यादव ने साहस दिखाते हुए चलते ट्रक पर चढ़ने का प्रयास किया। राहगीरों की मदद से वह क्लीनर की ओर से ट्रक में पहुंचे और दूसरी ओर से दरवाजा खोलकर चालक को खींचकर नीचे उतारा। तभी ट्रक को नियंत्रित कर रोका गया और एक बड़ा हादसा टल गया। अब इंदौर ट्रैफिक पुलिस के इस जवान की जमकर चर्चा हो रही है। 

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राहगीर बोले जवान को सैल्यूट है

इस मौके पर एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि मैं यहीं था, क्रॉसिंग पार करके आ रहा था, एक कांस्टेबल थे, उन्हें सैल्यूट है, उन्होंने बड़ी मुश्किल से ट्रक को रोका, नहीं तो ट्रक यदि सिग्नल पार करता तो वहां बहुत ज्यादा जनहानि हो सकती थी। लेकिन वह कांस्टेबल को सैल्यूट है, उन्होंने ट्रक पर चढ़कर ड्राइवर को बाहर निकाला और ट्रक रोका।

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मरने वालों का आंकड़ा बढ़ा

इंदौर में एरोड्रम क्षेत्र में सोमवार शाम सात बजे हुए भयावह ट्रक हादसे में घायलों में से एक और की मौत मंगलवार सुबह हो गई। मृतक महेश खतवास (उम्र 45 साल), निवासी 17 मारूति पैलेस कालानी नगर घटना के बाद अरविंदो अस्पताल में भर्ती थे। उनकी पत्नी रचना भी अस्पताल में भर्ती है। कुल मौतें तीन हो चुकी हैं। यह हादसा एरोड्रम क्षेत्र में नो इंट्री में ट्रक के घुसने से हुआ था, जब वह करीब एक किलोमीटर तक पीक आवर्स में वाहन चालकों और राहगीरों को रौंदते हुए आया। बाद में एक बाइक उसके टायर में फंस गई और इससे ट्रक में आग लग गई। अब इंदौर ट्रक हादसा पर चर्चा जारी है। 

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घटना में तीन की हो चुकी थी मौत

इस घटना में निजी कॉलेज के प्रोफेसर 50 वर्षीय लक्ष्मीकांत सोनी की मौके पर ही मौत हो गई थी, वहीं आईडीए की संपदा शाखा में वरिष्ठ सहायक कैलाश चंद्र जोशी (62 साल) की भी घटना में मौत हो गई थी। उनके शव की पहचान करने में घंटों लग गए थे क्योंकि वह ट्रक की चपेट में आकर झुलस गए थे। वहीं मंगलवार सुबह महेश खतवास (उम्र 45 साल), निवासी 17 मारूति पैलेस कालानी नगर घटना के बाद अरविंदो अस्पताल में भर्ती थे, उनकी भी मौत हो गई।

अभी भी अस्पताल में 12 भर्ती

घटना के बाद अभी भी अस्पताल में 12 लोग भर्ती हैं। ये घायल वर्मा यूनियन, बांठिया, भंडारी, अरविंदो, गीतांजलि अस्पताल में हैं। घायलों के नाम संदीप बिजवा, अनिल नामदेव, कुमारी दीक्षा, संस्कृति वर्मा, रजनी खतवास, पलक जोशी, अनिल कोठारी, अशोक गोपलानी, काजल गोपलानी, संविद डूडानी और अंकिता डूडानी हैं।

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ट्रक ड्राइवर ने पी थी आधा लीटर शराब

वहीं हादसे के दौरान ट्रक (MP09 ZP 4069) को चलाने वाले ड्राइवर जिसका नाम सोहेल बताया जा रहा है, उसके शरीर में 857 एमजी शराब की मात्रा पाई गई है। जानकारों ने बताया कि इसका मतलब है कि उसके शरीर में करीब आधा लीटर शराब थी, जो औसतन 8 से 9 लोग मिलकर पीते हैं। यानी उसे किसी बात का होश नहीं था कि वह क्या कर रहा था। यह बहुत अधिक मात्रा होती है। कमर्शियल वाहन चालकों के लिए तो एल्कोहल स्तर जीरो होना चाहिए।

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