/sootr/media/media_files/2025/03/30/22V1X7so8FpRoprLEMQZ.jpeg)
The Sootr
इंदौर के बुजुर्ग अब ऑनलाइन ठगों का आसान शिकार बनते जा रहे हैं। इसमें पिछले दो महीने में ही पौने 3 करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि वे गंवा चुके हैं। ऐसा ही एक मामला शनिवार को फिर सामने आया। इसमें एक्सिस बैंक का अफसर बन एक बुजुर्ग का केवायसी अपडेट कराने के नाम पर ठगाें ने उनके खाते से 5 लाख 36 हजार रुपए उड़ा दिए। उन्हें इस ठगी का पता तब लगा जबकि उनके खाते से पैसे निकल गए।
बैंक अफसर बनकर किया था कॉल
क्राइम ब्रांच में बैंक अफसर बनकर बुजुर्ग से ठगी का एक और मामला सामने आया है। इसमें ठग ने खुद को एक्सिस बैंक का अफसर बताते हुए 85 वर्षीय रिटायर्ड प्रोफेसर को वीडियो कॉल किया। इसके बाद ठग ने उनके व पत्नी के नाम की जानकारी देकर बैंक खाते में केवायसी अपडेट करने का कहा।
एपीके फाइल खोली और हैक हो गया फोन
क्राइम ब्रांच के डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया राजेंद्र नगर क्षेत्र के शिव सिटी निवासी एक बुजुर्ग के साथ यह ठगी हुई है। ठग ने उन्हें 28 मार्च को कॉल किया था। ठग ने बुजुर्ग को झांसे में लेकर उनसे कहा कि आपके फोन पर एक फाइल आई होगी। उसे डाऊनलोड कर लें और उस फॉर्म को भरकर भेज दें। एपीके के नाम से आई फाइल बुजुर्ग ने जैसे ही डाऊनलोड की तो उनका मोबाइल हैक हो गया। इसके बाद आरोपी ने उनके बैंक खाते व क्रेडिट कार्ड से 5 लाख 36 हजार रुपए निकाल लिए। इसकी शिकायत उन्होंने क्राइम ब्रांच को की है।
एसबीआई इंश्योरेंस अफसर बनकर करते थे बात
गौरतलब है कि पूर्व में सायबर अपराधियों ने 67 वर्षीय महिला से 96 लाख रुपए ठग लिए। आरोपी एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस के अफसर बनकर उनसे बात करते थे। महिला भी बिना पड़ताल किए दो साल तक ठगों के खातों में रुपए जमा करवाती रही। रविवार को उसे अपने साथ हुई ठगी का पता चला तो उसने घटना की शिकायत हेल्पलाइन नंबर 1930 पर दर्ज करवाई है।
एक अन्य रिटायर्ड प्रोफेसर से भी हो चुकी है ठगी
इसी प्रकार कुछ दिन पूर्व शहर के एक रिटायर्ड प्रिंसीपल ने सायबर ठगी का शिकार होकर अपनी जीवनभर की पूंजी गंवा दी है। उन्हें शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने का झांसा दिया गया था। इस पर उन्होंने भरोसा करते हुए 1 करोड़ 70 लाख रूपए ठगोरों के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए। इस राशि को उन्होंने ठगोरों के बताए हुए नौ खाताें में ट्रांसफर कर दिया था। ऐसा करने को लेकर उन्हें ना केवल बैक मैनेजर व एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने भी खूब समझाया, लेकिन वे नहीं माने और सारी रकम गंवा बैठे। अब पुलिस उन ठगोरों के अकाउंट की पड़ताल कर रही है। बताया गया कि वे खाते किराए पर लिए गए थे और पड़ोसी राज्यों से ऑपरेट हो रहे थे।
यह खबर भी पढ़ें...इंदौर में सबसे महंगा शो होगा अरिजीत सिंह का कॉन्सर्ट, 15 करोड़ के बिकेंगे टिकट