SIR पर निर्वाचन आयोग सचिव को खुलकर बोला इंदौर प्रशासन, हमारे अधिकारी दिन-रात जुटे

इंदौर में निर्वाचन आयोग द्वारा चलाए जा रहे SIR कार्यक्रम की समीक्षा बैठक हुई। आयोग के सचिव विनोद कुमार ने अधिकारियों को फटकार लगाई। वहीं, प्रशासन ने SIR प्रक्रिया में आई खामियों को बताया।

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Sanjay Gupta
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Photograph: (THESOOTR)

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INDORE. निर्वाचन आयोग के SIR (विशेष गहन पुनरीक्षण) को लेकर इंदौर में शुक्रवार को समीक्षा बैठक हुई। इसके लिए दिल्ली से आयोग के सचिव विनोद कुमार पहुंचे। उन्होंने बैठक शुरू होते ही तेवर दिखाए और अधिकारियों को फटकार लगाना शुरू किया। लेकिन जब प्रशासन ने आयोग की प्रक्रिया की खामियां बताई तो फिर कन्नी काटने लगे। 

इस तरह शुरू किए तेवर दिखाने

आयोग के सचिव ने देपालपुर, मल्हारगंज व अन्य एरिया के एसडीम से एसआईआर के लिए मैपिंग व अन्य प्रक्रिया की जानकारी ली। इसके बाद कहा कि आप लोगों को काम करते नहीं आता है। इंदौर को लेकर जमकर ताना मारा कि इंदौर हर काम में नंबर 1 रहता है लेकिन यहां हालत खराब है। प्रशासनिक अधिकारियों की कार्यशैली की जमकर आलोचना की। 

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IAS पंवार ने खुलकर रखी बात

इस पर चुनाव काम के प्रभारी आईएएस पवार नवजीवन विजय ने इसमें आ रही समस्याओं की ओर आयोग का ध्यान खींचा। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ही बीएलओ का भी साथ देते हुए खुलकर कहा कि इंदौर की पूरी टीम दिन-रात जुटी हुई है। कहीं कोई कोताही नहीं की जा रही है। हमारे बीएलओ दिन-रात मतदाताओं के घर जा रहे हैं। फार्म मिलने में देरी के कारण कुछ विलंब हुआ है। 

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अधिकारियों, बीएलओ ने भी रखी बात

इसके बाद अन्य अधिकारियों और बीएलओ ने भी आयोग को प्रक्रियागत खामियां बता दी। उन्होंने कहा कि सिंगल वेंडर के चलते फार्म मिलने में काफी देरी हुई है। फार्म मिलते ही इनके वितरण का काम शुरू हो गया और 90 फीसदी वितरण हो गया है।

सबसे ज्यादा समस्या साल 2003 की मतदाता सूची में नाम ढूंढने की है। सर्च इंजन बेहद पेचीदा है और इसका कोई विकल्प नहीं है। नाम नहीं मिल रहे हैं, इस सर्च इंजन में और विकल्प होने चाहिए, इसके कारण समस्या आ रही है। जैसे इंदौर में राउ विधानसभा ही साल 2008 में बनी है। लाखों मतदाता दूसरी विधानसभाओं से अब इसमें दर्ज हो चुके हैं। सर्चिंग की समस्या बहुत बड़ी है और इसते चलते यह फार्म भरने में खासी समस्या आ रही है।

इंदौर निर्वाचन आयोग एसआईआर बीएलओ आईएएस पवार नवजीवन विजय
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