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Photograph: (thesootr)
INDORE. इंदौर आर्थिक अपराध विंग (EOW) ने नगर निगम के दो अधिकारी-कर्मचारियों को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। इस रिश्वत कांड के साथ नगर निगम के पीली गैंग पर लगने वाले आरोप और दादागिरी एक बार फिर सामने आ गई है, जिसे लेकर लगातार शिकायतें होती है। ईओडब्ल्यू ने जोन 19 के सहायक राजस्व अधिकारी पुनीत अग्रवाल और प्रभारी बिल कलेक्टर रोहित साबले को 50 हजार की रिश्वत मामले में पकड़ा है।
एसपी को हुई थी शिकायत
ईओडब्ल्यू एसपी आरएस यादव को फरियादी संतोष सिलावट ने 1 अक्टूबर को शिकायत की थी। बताया था कि उनके गोदाम को नोटिस चस्पा कर निगम द्वारा सील किया गया। इसे खोलने के लिए 50 हजार रिश्वत मांगी गई। शिकायत के बाद कार्रवाई के लिए एसपी द्वारा ट्रैप दल गठित कर कार्रवाई कराई गई।
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जोन 19 पर ली रिश्वत, ट्रैप दल ने धरा
फरियादी आरोपी पुनीत और रोहित को रिश्वत देने 3 अक्टूबर को जोन 19 दफ्तर गया। रिश्वत देकर जैसे ही बाहर निकला ट्रैप दल ने जाकर दोनों को रंगे हाथों धर लिया। आरोपियों पर भ्रष्टाचार निवारण एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। ईओडब्ल्यू के ट्रैप दल में डीएसपी कन्हैयालाल दांगी, संजय दिवेदी, कैलाशचंद्र पाटीदार, आमोद सिंह राठौर, हरीश वर्मा, स्वतंत्र कुमार गौतम, अजय चौबे, अजय सोलंकी, विशाल भायरे, प्रदीप मिश्रा, नीलम कुशवाह, योगेंद्र ठाकुर व राहुल सिंह शामिल रहे।
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सात दिन पहले लोकायुक्त ने दरोगा को पकड़ा था
एक सप्ताह पहले 25 सितंबर को ही लोकायुक्त इंदौर की कार्रवाई में इंदौर नगर निगम का दरोगा गोपाल पटौदा नगर निगम जोन 22 और थर्ड आई कंपनी के सुपरवाइजर भरत मुराडिया को 10 हजार की रिश्वत के आरोप में धरा था। इनके द्वारा मासिक बंदी मांगी जा रही थी।