इंदौर EOW ने नगर निगम सहायक राजस्व अधिकारी पुनीत अग्रवाल और बिल कलेक्टर रोहित साबले को रिश्वत लेते पकड़ा

इंदौर आर्थिक अपराध विंग (EOW) ने नगर निगम के दो अधिकारियों, पुनीत अग्रवाल और रोहित साबले को 50 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा। यह घटना नगर निगम के पीली गैंग और दादागिरी के आरोपों को फिर से सामने लाती है।

author-image
Sanjay Gupta
New Update
indore-eow-municipal-corporation

Photograph: (thesootr)

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

INDORE. इंदौर आर्थिक अपराध विंग (EOW) ने नगर निगम के दो अधिकारी-कर्मचारियों को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। इस रिश्वत कांड के साथ नगर निगम के पीली गैंग पर लगने वाले आरोप और दादागिरी एक बार फिर सामने आ गई है, जिसे लेकर लगातार शिकायतें होती है। ईओडब्ल्यू ने जोन 19 के सहायक राजस्व अधिकारी पुनीत अग्रवाल और प्रभारी बिल कलेक्टर रोहित साबले को 50 हजार की रिश्वत मामले में पकड़ा है। 

एसपी को हुई थी शिकायत

ईओडब्ल्यू एसपी आरएस यादव को फरियादी संतोष सिलावट ने 1 अक्टूबर को शिकायत की थी। बताया था कि उनके गोदाम को नोटिस चस्पा कर निगम द्वारा सील किया गया। इसे खोलने के लिए 50 हजार रिश्वत मांगी गई। शिकायत के बाद कार्रवाई के लिए एसपी द्वारा ट्रैप दल गठित कर कार्रवाई कराई गई।

ये भी पढ़ें...इंदौर में लोकायुक्त ने बाबू को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा

ये भी पढ़ें...एएसआई रिश्वत मामला : पेड़ के पत्ते पर लिखकर मांगी थी 40 हजार की रिश्वत, एसीबी ने किया गिरफ्तार

जोन 19 पर ली रिश्वत, ट्रैप दल ने धरा

फरियादी आरोपी पुनीत और रोहित को रिश्वत देने 3 अक्टूबर को जोन 19 दफ्तर गया। रिश्वत देकर जैसे ही बाहर निकला ट्रैप दल ने जाकर दोनों को रंगे हाथों धर लिया। आरोपियों पर भ्रष्टाचार निवारण एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। ईओडब्ल्यू के ट्रैप दल में डीएसपी कन्हैयालाल दांगी, संजय दिवेदी, कैलाशचंद्र पाटीदार, आमोद सिंह राठौर, हरीश वर्मा, स्वतंत्र कुमार गौतम, अजय चौबे, अजय सोलंकी, विशाल भायरे, प्रदीप मिश्रा, नीलम कुशवाह, योगेंद्र ठाकुर व राहुल सिंह शामिल रहे। 

ये भी पढ़ें...जबलपुर निगम अतिक्रमण विभाग की अंदरूनी कलह ने खोली पोल, रिश्वतखोरी के सबूत आए सामने

ये भी पढ़ें...मध्यप्रदेश के किसानों को मिलेगा मुआवजा : सीएम मोहन यादव आज खातों में डालेंगे 680 करोड़ रुपए

सात दिन पहले लोकायुक्त ने दरोगा को पकड़ा था

एक सप्ताह पहले 25 सितंबर को ही लोकायुक्त इंदौर की कार्रवाई में इंदौर नगर निगम का दरोगा गोपाल पटौदा नगर निगम जोन 22 और थर्ड आई कंपनी के सुपरवाइजर भरत मुराडिया को 10 हजार की रिश्वत के आरोप में धरा था। इनके द्वारा मासिक बंदी मांगी जा रही थी।

लोकायुक्त इंदौर EOW मध्यप्रदेश इंदौर नगर निगम रिश्वत
Advertisment