/sootr/media/media_files/2025/01/14/qjCyOijLqfUq0FjrSYJR.jpg)
जीतू यादव (जाटव) मामला। Photograph: (the sootr)
INDORE. पार्षद कमलेश कालरा के घर पर समर्थक गुंडे भेजकर भौकाल मचाने वाले जीतू यादव (जाटव) ने बीजेपी से इस्तीफा दिया और पार्टी ने 6 साल का निकाला किया। अभी भी वह निर्दलीय पार्षद है। लेकिन अब इस पार्षदी पर खतरा आ गया है। जीतू पर 11 अपराध दर्ज है, लेकिन उसने पार्षद का चुनाव झूठ बोलकर लड़ा और शपथपत्र में केवल दो अपराध ही दर्ज होना बताया।
शपथपत्र में यह दी जानकारी
गुंडे जीतू ने शपथपत्र में एक केस 64/2017 का परदेशीपुरा थाना का बताया जो मारपीट, जान से मारने की धमकी वाला था। वहीं एक अन्य केस उसने 2019 में प्रतिबंधात्मक धारा वाला बताया। बाकी किसी भी केस में सजा होने व अन्य अपराध होने की जानकारी नहीं दी है। जबकि साल 1999 से साल 2019 तक 11 केस हुए। इसमे 10 केस परदेशीपुरा थाने पर और एक केस संयोगितागंज थाने पर हुआ।
11 साल उम्र में चाकूबाजी की, जीतू यादव पर 11 केस, BJP और पुलिस दोनों ठंडे, जनता में उबाल
असल में यह सारे केस है गुंडे जीतू पर
जीतू का पुलिस रिकार्ड बताता है कि 11 साल की उम्र में ही उसने अपराध शुरू कर दिए थे। पहला अपराध 1999 में किया था। उसने दोस्तों के साथ परदेशीपुरा में घर में घुसकर चाकूबाजी की और जान से मारने की धमकी दी थी। इसी साल उस पर जुआ एक्ट में केस हुआ, केवल 11 साल की उम्र में परदेशीपुरा थाने में ही। इसके बाद यह सिलसिला सतत 2019 तक चला और एक के बाद एक अपराध दर्ज होते रहे। तीन बार वह गिरफ्तार भी हो चुका है।
/sootr/media/media_files/2025/01/14/5whfAKzAPZyDdyViul1L.jpeg)
हत्या का प्रयास, लूट जैसे केस
जीतू पर शहर के दो थानों में 11 केस है। 10 केस परदेशीपुरा और 1 संयोगितागंज थाने में है। उस पर चाकूबाजी, जुआ खेलने, हत्या का प्रयास, लूट का प्रयास करने, सरकारी अधिकारियों को धमकाने, बलवा, हत्या के प्रयास के भी केस दर्ज हैं। उसके अपराध देख पुलिस बाउंडओवर भी कर चुकी है।
जीतू यादव के समर्थक गुंडे TI अनिल गुप्ता के सामने ही कांड करके निकले, वह देखते रहे
यह देखिए गुंडे जीतू के आपराधिक रिकार्ड
- 1- 108/1999- मारपीट, जान से मारने की धमकी आदि में परदेशीपुरा थाना
- 2- 141/1999- जुआ एक्ट में, परदेशीपुरा थाना
- 3- 112/2005- मारपीट, जान से मारने की धमकी आदि, परदेशापुरा थाना
- 4- 217/2005- मारपीट, जान से मारने की धमकी आदि परदेशापुरा थाना
- 5- 960/2005- लूट, शासकीय काम में बाधा, लोक संपत्ति नुकसान, संयोगितागंज थाना
- 6- 28/2010-मारपीट जान से, जान से मारने की धमकी, परदेशीपुरा थाना
- 7- 178/2010- मारपीट व अन्य परदेशीपुरा थाना
- 8- 257/2011- हत्या का प्रयास, आर्म्स एक्ट, परदेशीपुरा थाना
- 9- 64/2017- मारपीट, जान से मारने की धमकी व अन्य परदेशीपुरा थाना
- 10- 303/2019- प्रतिबंधात्मक धारा, परदेशीपुरा थाना
- 11- 17/2019- प्रतिबंधात्मक धारा, परदेशीपुरा थाना
/sootr/media/media_files/2025/01/14/8tTo7ejEneSmgOF4GZAz.jpeg)
घर में घुसने वाले भी आदतन अपराधी
वहीं पुलिस ने कालरा के घर में घुसने वालों के भी आपराधिक रिकार्ड निकाले हैं। इसमें तीन पर गंभीर अपराध मिले हैं। पुलिस ने सभी को कोर्ट में आदतन अपराधी बताकर जमानत का विरोध किया था। पुलिस के अनुसार आरोपी विनय के खिलाफ 7, नवीन उर्फ पिंटू के खिलाफ पांच और ललित के खिलाफ 11 केस दर्ज है। पुलिस ने इनके सात कृष्णा, अरूण व पिंटू उर्फ पुष्कर को भी गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर जेल भेजा है। वहीं अब दीपक जेरिया पिता पन्नालाल, नितिन अडागले पिता राम दोनों ही शीलानाथ कैंप, कुलकर्णा का भट्ठा निवासी है, इन्हें भी गिरफ्तार किया जा चुका है। उधर नौवे गिरफ्तार हुए आरोपी दीपक वर्मा के खिलाफ भी कई केस दर्ज है और वह भी आदतन अपराधी ही है।
जीतू कांड पर जीतू पटवारी ने इंदौर को ही कोसा, कहा बीजेपी को एकतरफा वोट जो दे रहे
शपथपत्र में कमाई का जरिए ब्रोकरेज बताई, संपत्ति 14 लाख मात्र
वहीं जीतू ने अपनी सलाना कमाई 7.56 लाख रुपए बताई और पत्नी की 4.33 लाख रुपए बताई। उसने अपनी कमाई का जरिया ब्रोकरेज शुल्क बताया है। वहीं कुल संपत्ति 14 लाख भी नहीं है। उसने एक मकान 400 वर्गफीट का होना बताया है जो 12 लाख रुपए का है। वहीं चल संपत्ति में इसके पास कुल 1.85 लाख रुपए ही होना बताया गया। खुद के पास और पत्नी के पास कोई गहना, ज्वेलरी भी नहीं है। ना ही किसी अन्य तरह की महंगी चल और अचल संपत्ति इसने शपथपत्र में बताई थी।
इंदौर पुलिस गैंगस्टर, अपराधियों को छोड़ PSC आंदोलन वालों को बता रही आदतन अपराधी