इंदौर में उद्योगों को अवैध तरीके से पानी बेचे जाने का मामला सामने आया है। इसमें नगर निगम के उद्यान विभाग में अटैच टैंकर से ही शीतल गजक की फेक्ट्री को पानी बेचा जा रहा था। इसे नगर निगम के अफसरों ने ही पकड़ लिया है। इस पर कंपनी का नगर निगम से कॉन्ट्रैक्ट खत्म कर दिया है और उसे ब्लैक लिस्ट भी कर रहे हैं।
निगम और प्राइवेट टैंकर से कर रहे हैं पानी सप्लाई
नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा के निर्देशानुसार गर्मी को देखते हुए शहर में निगम व प्राइवेट कंपनियों के टैंकर के माध्यम से जल वितरण का कार्य किया जा रहा है। इसी कड़ी में झोन क्रमांक 18 के अंतर्गत उद्योग नगर इंडस्ट्रियल एरिया में उद्यान विभाग के माध्यम से नर्मदा जल वितरण कार्य किया जा रहा था।
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टैंकर से पानी बेचने की सूचना पर मारा छापा
अफसरों को इस काम में लगे ट्रैक्टर टैंकर (MP39AA5404) के संबंध में सूचना प्राप्त हुई। उसमें बताया गया कि नर्मदा का जल व्यावसायिक उपयोग के लिए फैक्ट्री को अवैध तरीके से बेचा जा रहा है। उक्त घटना की सूचना अपर आयुक्त अभिलाष मिश्रा को मिली। इस पर उनके द्वारा तत्काल क्षेत्रीय झोनल अधिकारी निर्माता हिंडोनिया व मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी विनय मिश्रा को मौका स्थल पर जाकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए।
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मौके पर पहुंचे तो पानी बेचते मिला टैंकर
झोन 18 झोनल अधिकारी हिंडोलिया व मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी मिश्रा द्वारा मौके पर पहुंच कर देखा। इसके बाद पता चला कि उद्यान विभाग में अटैच ट्रैक्टर टैंकर द्वारा उद्योग नगर इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित शीतल गजक फैक्ट्री को अवैध रूप से नर्मदा का जल व्यावसायिक उपयोग के लिए बेचा जा रहा था। इस पर अपर आयुक्त के निर्देशानुसार ट्रैक्टर टैंकर जप्त कर लिया गया। साथ ही संबंधित एजेंसी का कॉन्ट्रैक्ट निरस्त कर ब्लैक लिस्ट करने के निर्देश दिए गए। अवैध तरीके से व्यावसायिक उपयोग के लिए नर्मदा का जल खरीदने वाली फैक्ट्री शीतल गजक पालदा रोड़ पर 5000 रुपए का स्पॉट फाइन किया गया।
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