नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार का आरोप, जीतू के बदले सरपरस्त विधायक ने नगराध्यक्ष पद मांगा
इंदौर में चल रहे जीतू यादव के मामले में कांग्रेस ने पहली बार अपना रुख स्पष्ट किया है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने राजवाड़ा से निकलने वाली जन आक्रोश यात्रा को समर्थन दिया और इस मामले में मंत्री गुट पर निशाना साधा।
इंदौर में चल रहे जीतू यादव (जाटव) के गंभीर मुद्दे पर सब कुछ होने के बाद अब कांग्रेस की ओर से पहली प्रतिक्रिया आई है। विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने इस मामले में रविवार को राजवाड़ा पर निकलने वाली जन आक्रोश यात्रा को समर्थन दिया। वहीं इस मामले में बिना नाम लिए ही मंत्री गुट पर निशाना साध दिया।
जीतू के बदले नगराध्यक्ष का सौदा
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने X पर लिखा कि- इतना होने के बाद भी अपना जिला अध्यक्ष बनवाने की शर्त पर हिस्ट्रीशीटर जीतू जाटव के सरपरस्त विधायक जी ने संगठन से सौदेबाजी कर गुंडे के इस्तीफे के बदले अपने दूसरे समर्थक सुमित मिश्रा के लिए नगर अध्यक्ष का पद मांग लिया... चाल, चरित्र और चेहरा ???
जन आक्रोश यात्रा।
पुलिस पर भी उठाया सवाल
इसके साथ ही उमंग सिंघार ने कहा कि-राजनीति से परे होकर जनआक्रोश यात्रा को सैद्धांतिक समर्थन। एक मासूम बच्चे के साथ दिन दहाड़े ऐसी घटना होने के इतने दिनों बाद भी इन्दौर पुलिस का जीतू जाटव को गिरफ्तार नहीं करना, कानून व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न लगाता है। द सूत्र भी लगातार मुद्दा उठा रहा है कि ऑडियो और वीडियो में जीतू यादव के खिलाफ पर्याप्त सबूत है लेकिन पुलिस ने अभी तक जीतू पर मेहरबानी बनाए हुई है और उसे आरोपी नहीं बनाया और ना ही गिरफ्तारी की। साथ ही ना ही गिरफ्तार किए समर्थक गुंडों की रिमांड लेकर जीतू के लिए बयान लिया।
राजनीति से परे होकर जनआक्रोश यात्रा को सैद्धांतिक समर्थन।
एक मासूम बच्चे के साथ दिन दहाड़े ऐसी घटना होनें के इतने दिनों बाद भी इन्दौर पुलिस का जीतू जाटव को गिरफ्तार नहीं करना, कानून व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न लगाता है।
उल्लेखनीय है मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की विधानसभा एक हो या उनके करीबी विधायक रमेश मेंदोला की विधानसभा दो या फिर गोलू शुक्ला की विधानसभा तीन, इन तीनों ही जगह से रायशुमारी में नगराध्यक्ष के लिए पहले नंबर पर सुमित मिश्रा का नाम रखा गया। देखने में भी आया था कि रायशुमारी वाले दिन विधायक रमेश मेंदोला ने मतदाता मंडल में शामिल सभी नेताओं को पार्टी दफ्तर में अलग-अलग से जाकर बात की और रायशुमारी में सुमित का नाम आगे रखने के लिए कहा। जीतू शुरू से ही विधायक रमेश मेंदोला के कट्टर समर्थक है और जब विवाद की शुरूआत हुई तो तब भी लगातार मेंदोला उनके साथ रहे। वहीं विधानसभा चार से विधायक व पूर्व महापौर मालिनी गौड़ ने पीडित पार्षद कमलेश कालरा के लिए खुलकर मोर्चा खोला।