/sootr/media/media_files/2025/10/31/indore-maheshwari-college-trust-vs-principal-notice-2025-10-31-21-44-23.jpg)
Photograph: (The Sootr)
INDORE. मध्यप्रदेश में इंदौर के आरपीएल माहेश्वरी कॉलेज में एक बार कॉलेज प्राचार्य, स्टाफ का ट्रस्ट बोर्ड से बड़ा विवाद हो गया। ये कॉलेज माहेश्वरी समाज इंदौर द्वारा चलाया जा रहा है।
ट्रस्ट ने इस मामले में प्रिंसिपल और स्टाफ पर गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि चार घंटे तक कहीं जाने नहीं दिया और अशोभनीय व्यवहार किया गया। पुलिस को मौके पर बुलाया गया और फिर वह बाहर गए।
ट्रस्ट अध्यक्ष और कॉलेज अध्यक्ष ने दिया नोटिस
माहेश्वरी कॉलेज ट्रस्ट अध्यक्ष पुरुषोत्तम पसारी और कॉलेज शिक्षण समिति के अध्यक्ष रामअवतार जाजू ने इस मामले में प्रिंसिपल राजीव झालानी को नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब देने का आदेश दिया है।
ये खबर भी पढ़ें...
इंदौर बना देश का पहला एआई बेस्ड डिजिटल डॉक्यूमेंट शहर, 1 करोड़ दस्तावेज हो रहे स्कैन
नोटिस में बताया 11 अक्टूबर को ऐसे हुआ कांड
पसारी द्वारा दिए गए नोटिस में है कि 11 अक्टूबर की शाम चार बजे कॉलेज के बोर्ड कक्ष में शिक्षण समिति की बैठक हुई। इसमें सभी ट्रस्टी उपस्थित थे। इस दौरान कॉलेज के कर्मचारियों सहायक प्राध्यापक, तृतीय व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों द्वारा मीटिंग में आकर अशोभनीय व्यवहार किया गया। सभी को अपमानित किया गया। साथ ही घेराव किया गया।
स्थिति को गंभीरता को देखते हुए पुलिस को बुलाना पड़ा। इसके बाद सभी को आठ बजे सुरक्षित निकाला गया। यह गंभीर स्थिति है। इन सारे कृत्य से यह पता चलता है कि कॉलेज को अपनी निजी एकल संस्था की तरह संचालित करने का प्रयास कर रहे हैं। यह अस्वीकार्य है। इस पर तीन दिन में जवाब दीजिए।
ये खबरें भी पढ़ें...
इंदौर कलेक्टर के पास विधायक को लेकर बचाव के लिए पहुंचे बाबू, फर्जीवाड़ा चौंकाने वाला
इंदौर नगर निगम को संपत्तिकर में झटका, चमेलीदेवी स्कूल के मामले में हाईकोर्ट के ये आदेश
कॉलेज अध्यक्ष जाजू ने नोटिस में यह लिखा
जाजू द्वारा झालानी को दिए गए नोटिस में कहा गया है कि- 11 अक्टूबर को ट्रस्टगण की बैठक में स्टाफ ने आकर गरिमा के विपरीत व्यवहार किया। मैं 77 साल का व्यक्ति हूं और समाज में विविध दायित्व संभालता हूं। मीटिंग में घुसकर स्टाफ द्वारा नारे लगाए गए, घेराव किया गया। पुलिस को बुलाना पड़ा। फिर रात आठ बजे सुरक्षित निकले। आप अनुशासन बनाए रखने में विफल रहे हैं। इस संबंध में तीन दिन में जवाब दें।
ये खबर भी पढ़ें...
मोंथा तूफान से बदला MP का मौसम! रायसेन में घना कोहरा, इंदौर के तापमान में गिरावट
क्यों बोल रहे जिम्मेदार
इस मामले में पसारी ने कहा कि हां नोटिस दिया है। घटना 11 अक्टूबर की है लेकिन दिवाली के चलते हमने नोटिस नहीं दिया था, अब त्योहार खत्म हो गए हैं, यह समाज की संस्था है। इसमें गलत नहीं होने दिया जा सकता है। बहुत खराब व्यवहार था और पुलिस को बुलाना पड़ा था।
वहीं प्रोफेसर राजीव झालानी ने कहा कि सितंबर माह का वेतन जारी नहीं किया गया था, जब ट्रस्ट की बैठक हुई तो त्योहार के चलते स्टाफ ने वही वेतन मांगा था, कोई गलत व्यवहार नहीं हुआ। इसके बाद ही यह वेतन जारी हुआ। किसी ने कोई गलत व्यवहार नहीं किया और नोटिस अभी मुझे नहीं मिला है, वैसे भी बात 11 अक्टूबर की थी, कुछ गलत था तो तभी बात करना थी।
/sootr/media/agency_attachments/dJb27ZM6lvzNPboAXq48.png)
Follow Us