बीजेपी पार्षद के चंदननगर बोर्ड विवाद पर सवाल से घिरे इंदौर निगमायुक्त दिलीप यादव, पार्षदों ने सभी अधिकारियों को घेरा

इंदौर नगर निगम परिषद सम्मेलन में खूब हंगामा देखने को मिला। इस दौरान चंदननगर बोर्ड विवाद में निगमायुक्त दिलीप यादव घिरते दिखाई दिए । बीजेपी पार्षद महेश चौधरी ने चंदननगर बोर्ड विवाद में निलंबित अधिकारी और कर्मचारियों की 20 दिन में बहाली पर सवाल उठाया।

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Sanjay Gupta
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Indore. इंदौर नगर निगम परिषद सम्मेलन में इंदौर निगमायुक्त आईएएस दिलीप यादव बुरी तरह घिर गए। बीजेपी पार्षद महेश चौधरी के चंदननगर बोर्ड विवाद में निलंबित हुए अधिकारी, कर्मचारियों की 20 दिन में ही बहाली होने पर सवाल किया गया था और इसका सीधा जवाब निगमायुक्त यादव से मांगा गया। इस पर काफी देर तक सन्नाटा पसरा रहा और दिलीप यादव ने चुप्पी साध ली। फिर महापौर पुष्यमित्र भार्गव और अधिकारियों से जानकारी लेकर एक लाइन की जानकारी दी। इस पर भी पार्षद संतुष्ट नहीं हुए और दूसरे सवाल पूछे तो चुप्पी साध गए।

चौधरी का सवाल और निगमायुक्त ऐसे घिर गए

  • चौधरी ने साफ पूछा कि जिस घटना से पूरे एरिया, इंदौर और प्रदेश में आग लग सकती थी और दंगा हो सकता था, ऐसे बोर्ड विवाद में निलंबित हुए (कार्यपालन यंत्री वैभव देवलासे, उपयंत्री मनीष राणा) की बहाली कैसे हो गई। सवाल पूछते ही सन्नाटा छा गया।
  • निगमायुक्त के पास अधिकारी आए और जानकारी दी। वह जवाब देने में इच्छुक नहीं थे। फिर महापौर और एमआईसी मेंबर राजेंद्र राठौर ने उनसे बात की और माइक दिया।
  • फिर निगमायुक्त यादव ने कहा कि- 45 दिन में आरोप पत्र जारी करना होता है। बहाली को लेकर कोई नियम नहीं है, बहाली तो उसी दिन हो सकती है।
  • इस पर जवाब पूछा गया कि क्या जांच पूरी हो गई और यदि जांच चल रही है तो फिर बहाली कैसे की गई। क्या जांच रिपोर्ट सदन में पेश करेंगे। इस पर कोई जवाब नहीं दिया गया।
  • इस पर सभापति मुन्नालाल यादव ने कहा कि सात दिन में संबंधित अधिकारी और निगमायुक्त इसका जवाब देंगे।
  • इस पर महेश चौधरी ने फिर सवाल किया कि प्रस्ताव लाकर उनकी सेवाएं समाप्त क्यों नहीं की जाती हैं। यहीं सदन में प्रस्ताव लाकर सेवा समाप्त की जाए, ताकि अधिकारी भविष्य में इस तरह का काम करने की हिम्मत नहीं करें।
  • सभापति ने भी कहा कि कोई ना कोई फैसला लेना होगा। मैं निगमायुक्त को आदेश देता हूं कि जांच पूरी हो जाए तो वह दी जाए और बताया जाए कि कार्रवाई की जाए। वहीं पार्षदों ने कहा कि उनके बहाल होने से जांच प्रभावित होगी।
  • पार्षदों ने खुलकर कहा कि सभी जिम्मेदार अधिकारी यही बैठे हैं। यह भी मुद्दा उठा कि इंदौर में बावड़ी हादसे में जो भी कर्मचारी जिम्मेदार थे वह बढ़िया घूम रहे हैं और उन्हें भी बहाल कर दिया गया। नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने कहा कि इसमें 35 की जान गई लेकिन बावड़ी घटना के जिम्मेदार अभी भी चकाचक घूम रहे हैं।
  • वहीं पार्षदों ने कहा कि चंदननगर में बोर्ड विवाद जानबूझकर किया गया था, यह साजिश थी। ठेकेदार को भी ब्लैकलिस्ट किया जाए।
  • पार्षदों ने भी कहा कि छोटे कर्मचारियों को तो तत्काल हटा देते हैं, बड़ों पर कार्रवाई नहीं होती है। इस पर तत्काल एक्शन हो।

महापौर ने भी घेर दिया अधिकारियों को

महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा- यह घटना निंदनीय है। बोर्ड लगाने की निगम ने कोई मंजूरी नहीं दी थी। ठेकेदार का पेमेंट भी क्लियर हो गया। मेरे दो प्रस्ताव हैं कि विभागीय जांच तय समय में हो और दूसरा, सस्पेंड हुए कर्मचारियों से कोई काम नहीं लिया जाए। इसकी निंदा रिकॉर्ड की जाए और इसे सभी अधिकारियों को भी भेजा जाए। इस पर सभापति ने निगमायुक्त को आदेश दिए कि जो महापौर ने किया है, उसका पालन किया जाए।

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यह है पूरा बोर्ड विवाद

चंदननगर के वार्ड दो में, जिसमें कांग्रेस पार्षद फातिमा रफीक खान हैं, यहां पर गलियों के बोर्ड लग गए। इसमें नाम को लेकर विवाद हो गया। पूर्व विधायक आकाश विजयवर्गीय ने इसे लेकर पत्र लिखा। इसके बाद निगम ने इन बोर्ड को हटवा दिया। बाद में सामने आया कि ये बिना प्रस्ताव पास हुए ही बोर्ड लगे और निगम ने इसका भुगतान भी कर दिया। बाद में तत्कालीन निगमायुक्त शिवम वर्मा ने कार्यपालन यंत्री वैभव देवलासे, उपयंत्री मनीष राणा को सस्पेंड किया और प्रभारी उपयंत्री राम गुप्ता की सेवाएं समाप्त की। लेकिन बाद में निगमायुक्त दिलीप यादव के आने के बाद इन सस्पेंड कर्मचारियों की बहाली कर दी गई।

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बीजेपी से निकाले गए जीतू ने भी निगम को घेरा

इसी तरह सम्मेलन में बीजेपी से निकाले गए पूर्व एमआईसी मेंबर और अब निर्दलीय पार्षद जीतू जाटव उर्फ यादव ने भी बीजेपी नगर निगम को घेर दिया। बीजेपी पार्षद सुरेश कुरवाड़े ने मुक्तिधामों की हालत पर सवाल पूछा। इस पर जीतू ने कहा कि मालवा मिल मुक्तिधाम की हालत खराब है, मैं 6 महीने से बोल रहा हूं, लेकिन कुछ नहीं हुआ। गड्ढे हैं और बारिश में पानी भरा रहता है। यहां मय्यत आती है तो गड्ढों से पानी से होकर निकलती है। मुक्तिधाम पर पानी भर जाता है, हाथ से निकालकर फिर लकड़ियां लगानी होती हैं।

निगम में खूब चला हंगामा

इसके पहले इंदौर नगर निगम परिषद के सम्मेलन में गुरुवार 9 अक्टूबर को एक बार फिर चिर परिचित हंगामे के साथ ही शुरुआत हुई। बात राष्ट्रगान, महात्मा गांधी की प्रतिमा से पहलगाम अटैक तक पहुंच गई। लेकिन इसी दौरान सभापति मुन्नालाल यादव ने पूरे सदन में ऐसी टिप्पणी कर दी कि सभी नेताओं के संवेदनशील होने की पोल खुल गई। उन्होंने कहा कि मीडिया में छापास की बीमारी के कारण यह सब किया जाता है। सबसे पहले निगम सदन में गड्ढों को लेकर नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे के साथ अन्य पार्षद तख्तियां लेकर आए और नारेबाजी की। इस पर हंगामा शुरू हुआ।

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राजू भदौरिया पर लगे आरोप अश्लील हरकत की

लगातार हंगामे के बीच में कांग्रेस पार्षद राजू भदौरिया और बीजेपी पार्षद योगेश गेंदर के बीच विवाद हो गया। इस दौरान भदौरिया ने हाथ-पांव पर ताल देते हुए कहा कि चाहे जैसे आ जाना, हाथ-पैर से या किसी और से, पूरे दम से जीतकर आया हूं। इस पर गेंदर ने सभापति के पास आकर हंगामा किया और कहा कि भदौरिया माफी मांगे। सभापति ने भी कहा कि भदौरिया अश्लील हरकत के लिए माफी मांगे। इस पर हंगामा हुआ और काफी देर बाद मामला शांत हुआ।

राजवाड़ा की कैबिनेट, बीआरटीएस और छांव होर्डिंग्स विवाद

प्रश्नकाल के दौरान भदौरिया ने सवाल किया कि राजवाड़ा में हुई 20 मई कैबिनेट मीटिंग में किसने खर्च किया और किस मद में किया, इसकी निगम ने जानकारी नहीं दी। इस पर महापौर ने बताया कि माध्यम की ओर से खर्च हुआ था और निगम ने केवल विज्ञापन दिया था, इसका बिल आने पर जानकारी दे दी जाएगी।

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चौराहों पर लगे होर्डिंग्स को लेकर विवाद उठा

इसके बाद मई-जून में चौराहों पर लगे होर्डिंग्स वाले छांव के स्टेंड को लेकर विवाद उठा और सवाल किया गया कि इसकी मंजूरी कैसे हुई। इस पर फिर महापौर ने बताया कि जनभागीदारी से यह काम जनता के हित में करने का प्रस्ताव एमआईसी में पास हुआ था। यह हवा में ग्रीन नेट उड़ गई, लेकिन इसमें कोई घायल नहीं हुआ।

बीआरटीएस को लेकर फौजिया शेख अलीम ने सवाल किया कि फिर डिवाइडर में 12 करोड़ खर्च करेंगे, पहले बीआरटीएस बनाने में करोड़ों लगे। इस पर एमआईसी मेंबर राजेंद्र राठौर ने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश से यह तोड़ा जा रहा है और इसके लिए ठेकेदार 2.55 करोड़ में तय हो गए हैं।

गांधीजी की फोटो नहीं होने पर भी आपत्ति ली

बैठक के पहले राजू भदौरिया ने सदन में गांधीजी की फोटो नहीं होने पर भी आपत्ति ली और वहीं जीतू यादव ने बाबा साहब की फोटो लगाने की मांग रखी।

इसके पहले दोनों पक्षों के बीच में जमकर बहस चली, बीजेपी ने आपत्ति ली कि यह राष्ट्रगान के दौरान कांग्रेसी नहीं आते हैं। हिंदुस्तान में रहना होगा तो वंदे मातरम कहना होगा। वहीं चौकसे ने कहा कि धर्म के नाम पर राष्ट्र को बांटा जा रहा है, देश के अंदर दो राष्ट्र बनाए गए हैं। पहले अनुशासन सीखो। इस पर उनका और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के बीच हुए विवाद पर तंज कसा गया और कहा कि पहले आप तो अनुशासन सीख लो।

कांग्रेस पार्षद अनवर डकैत की पार्षदी गई 

लव जेहाद फंडिंग मामले में आरोपी अनवर कादरी को पद से हटाने के लिए नगर निगम परिषद सम्मेलन में लाया गया। प्रस्ताव पूर्ण बहुमत से पास हो गया है। अनवर कादरी की तरफ से उनकी पत्नी ने भेजा था जवाब, लेकिन जब अनवर कादरी का प्रस्ताव आने से पहले विपक्ष के कांग्रेस पार्षदों ने सदन से वाक आउट कर दिया। सम्मेलन में अनवर कादरी के मकान तोड़ने को लेकर भी मुद्दा उठा। पार्षदी खत्म करने के लिए पूर्व में एमआईसी में प्रस्ताव पास हुआ था और फिर बीजेपी की बैठक में भी तय हुआ था कि व्हिप जारी किया जाए और सभी पार्षद इसमें शामिल होंगे।

इंदौर निगमायुक्त आईएएस दिलीप यादव बीजेपी पार्षद महेश चौधरी कांग्रेस पार्षद फातिमा रफीक खान महापौर पुष्यमित्र भार्गव चंदननगर बोर्ड विवाद इंदौर न्यूज
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