/sootr/media/media_files/2025/03/31/LqXqxOFrBQnmymzvA9j2.jpg)
The Sootr
इंदौर के नगर निगम ने 31 मार्च 2025 को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष के आखिरी दिन अपना ही रिकॉर्ड तोड़ डाला है। इसने 1000 करोड़ रुपए का राजस्व जमा कर अभूतपूर्व उपलब्धि हासिल कर ली है। इसके लिए महापौर पुष्यमित्र भार्गव और नगर निगम कमिश्नर ने लगातार बैठकें कीं और टीम से बात करते रहे। इसके अलावा सार्वजनिक रूप से टैक्स जमा करने को लेकर जागरुकता अभियान भी चलाए गए। इसी के चलते यह सफलता हासिल हुई है।
पहली बार निगम में प्राप्त राजस्व 1000 करोड़ पार
नगर निगम ने अपने इतिहास में पहली बार 1000 करोड़ रुपए से अधिक की राजस्व वसूली का ऐतिहासिक लक्ष्य प्राप्त किया है। निगम की इस ऐतिहासिक उपलब्धि पाने के लिए लगातार की गई समीक्षा बैठकों, करदाताओं को दी गई प्रोत्साहन योजनाओं व शासन के निर्देशानुसार विभिन्न रियायत योजनाओं का लाभ निगम क्षेत्र के नागरिकों को मिला, जिससे राजस्व वसूली में ऐतिहासिक वृद्धि दर्ज की गई।
देर रात तक चला टैक्स जमा करने का सिलसिला
वित्तीय वर्ष 2024-25 की समाप्ति पर नगर निगम द्वारा चलाए गए विशेष राजस्व वसूली अभियान के तहत 31 मार्च को रात 8 बजे तक ही निगम के खजाने में 980 करोड़ रुपए की राशि जमा हो चुकी थी। वहीं, देर रात तक विभिन्न कैश काउंटरों से प्राप्त राशि की पोस्टिंग जारी थी। उनके आंकड़े मिलने के बाद यह राशि 1000 करोड़ रुपए से अधिक होने की संभावना जताई जा रही है।
ऐसे किया लक्ष्य को हासिल
1. समीक्षा बैठकें एवं निगरानी : महापौर एवं आयुक्त, राजस्व प्रभारी द्वारा नियमित रूप से राजस्व वसूली की समीक्षा बैठकें आयोजित की गईं, जिससे अभियान को निरंतर गति मिली।
2. करदाताओं के लिए प्रोत्साहन योजनाएं:अग्रिम कर भुगतान करने वालों को आकर्षक इनाम, छूट एवं अन्य लाभ प्रदान किए गए, जिससे नागरिकों ने समय पर कर भुगतान के लिए प्रोत्साहित महसूस किया।
3. सार्वजनिक जागरूकता अभियान:करदाताओं को समय पर भुगतान के लिए प्रेरित करने हेतु व्यापक प्रचार-प्रसार किया गया।
4. डिजिटल एवं कैशलेस भुगतान को बढ़ावा: कर संग्रहण को सुगम बनाने के लिए डिजिटल भुगतान एवं ऑनलाइन सेवाओं को प्रोत्साहित किया गया।
डिजिटल प्रणाली को करेगा मजबूत
नगर निगम आगामी वर्षों में राजस्व वसूली में और अधिक पारदर्शिता एवं गति लाने के लिए नए उपायों को अपनाएगा। करदाताओं को और अधिक सुविधाएँ प्रदान करने के लिए डिजिटल प्रणाली को और मजबूत किया जाएगा तथा कर संग्रहण प्रक्रिया को सुगम एवं प्रभावी बनाने के प्रयास जारी रहेंगे।
यह नागरिकों की सहभागिता का परिणाम
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने इस उपलब्धि पर सभी नागरिकों, निगम अधिकारियों व कर्मचारियों को बधाई देते हुए कहा कि यह सफलता समर्पित प्रयासों और नागरिकों की सहभागिता का परिणाम है। उन्होंने भविष्य में और अधिक राजस्व संग्रहण हेतु नागरिकों से सहयोग की अपील की।
यह खबर भी पढ़ें...इंदौर की दवा कंपनियां मॉडर्न, नंदिनी सहित जेनेथ, सिंडिकेट के सैंपल लगातार फेल
निगम की प्रभावी रणनीति और कार्यशैली रही पारदर्शी
आयुक्त शिवम वर्मा ने कहा कि यह सफलता निगम की प्रभावी रणनीतियों और पारदर्शी कार्यशैली का परिणाम है। उन्होंने निगम अधिकारियों और कर्मचारियों की कड़ी मेहनत की सराहना की और नागरिकों से निरंतर सहयोग की अपेक्षा की।
/sootr/media/agency_attachments/dJb27ZM6lvzNPboAXq48.png)
Follow Us