/sootr/media/media_files/2025/09/13/indore-muslim-salesmen-exclusion-appeal-cause-controversy-2025-09-13-21-26-09.jpg)
Photograph: (The Sootr)
मुस्लिम सैल्समेन विवादः इंदौर में विधानसभा चार जिसे अयोध्या भी कहा जाता है, यहां की विधायक व पूर्व महापौर मालिनी गौड़ के पुत्र एकलव्य गौड़ की नई मुहिम से विवाद शुरू हो गया है। हिंदरक्षक संगठन के संयोजक एकलव्य ने हाल ही में बाजारों में खासकर इंदौर के परंपरागत महिलाओं से जुड़ी सामग्री के बाजार सीतला माता बाजार, कपड़ा मार्केट आदि में बैठकें की। इसमें उन्होंने अपील की है कि मुस्लिम सैल्समैन और जिहादी मानसिकता वालों को नौकरी से बाहर करो। इसके बाद अब मुस्लिम समाज में भी मैसेज चलने लगे हैं और पार्षद रूबीना इकबाल खान ने भी वीडियो जारी किया है।
एकलव्य गौड़ यह कर रहे हैं अपील
इंदौर विधायक मालिनी गौड़ के बेटे एकलव्य गौड़ (Eklavya Gaur) ने श्री सीतलामाता बाजार व्यापारी एसोसिएशन में हेमा पंजवानी, बबलू शर्मा, रूपेश राठौर, अतुल नीमा सहित अन्य व्यापारियों के साथ बैठक की। इसमें उन्होंने कहा कि- लवजिहाद इस्लामिक आबादी बढ़ाने का सबसे बड़ा जिहादी षडयंत्र, सनातनधर्म के लिए चुनौती बन गया है। व्यापारी बन्धुओं से आग्रह किया कि सीतला माता बाजार महिला आधारित बाजार है। माताएं-बहनें यहां प्रतिदिन हजारों की संख्या में आती हैं। इस बाजार में कई दुकानदार और सेल्समैन जिहादी मानसिकता के हैं जो व्यापार की आड़ में महिलाओं के नंबर लेते हैं और बाद में उनसे संपर्क कर लव जिहाद का शिकार बनाने का प्रयास करते हैं।
व्यापारी बंधुओं से आग्रह किया है इस्लामिक जिहादी मानसिकता के लोगों से हमें इस बाजार को बचाना है इसलिए जिहादी मानसिकता के किराएदार, कर्मचारी या फिर दलाल इन सभी को एक महीने में बाहर करें। एक महीने के बाद 'हिन्द-रक्षक संगठन जिहादी मानसिकता के लोगों पर सीधे कार्रवाई करेगा। माता-बहनों को सुरक्षित वातावरण देना हमारी प्राथमिकता है।
ये भी पढ़ें... सराफा चौपाटी विवाद पर विधायक मालिनी गौड़ की दो टूक, बोलीं-मेरी विधानसभा में मन से कोई फैसला नहीं ले सकता, मेरा क्षेत्र मैं देखूंगी
इस पर पहले पार्षद रूबीना ने जारी किया वीडियो
इस पर पहले कांग्रेस की पार्षद रूबीना इकबाल खान ने एक वीडियो जारी किया और कहा कि- बेटा एकलव्य किस तरह की राजनीति कर रहे हो, आपकी मम्मी महापौर रही है और उन्होंने पांच साल कभी कोई भेदभाव नहीं किया है और सभी को बराबर फंड दिया है। यह सभी राजनीति के लिए हो रहा है लेकिन यह गलत है, यह शहर सद्भाव का है।
कुछ लोग हो सकते हैं खराब हो हर समाज में होता है लेकिन जो सुबह नौ बजे जाते हैं और देर तक इन बाजारों में काम करते हैं वह क्या लव जिहाद करेंगे और उन्हें क्यों नौकरी से निकाला जाना चाहिए। यदि गलत है तो बिल्कुल सभी की बेटियां सुरक्षित होना चाहिए, उन पर कार्रवाई होना चाहिए, लेकिन इस तरह सभी को नौकरी से निकालने का तो कोई मतलब नहीं बनता है। अच्छी राजनीति करो अभी से यह किस राह पर निकल गए हो।
ये भी पढ़ें... पूर्व महापौर और विधायक मालिनी गौड़ के पुत्र एकलव्य को घेरने महापौर गुट आया सामने, संगठन मंत्री से शिकायत
मुस्लिम समाज में चले मैसेज - बाजार का बहिष्कार करो
वहीं मुस्लिम समाज के बीच में भी एक मैसेज वायरल होने लगा है। इसमें कहा गया है कि
- हम साफ करना चाहते हैं कि हमारा विरोध किसी भी धर्म या समाज से नहीं है, बल्कि नफरत और भेदभाव की इस सोच से है।
- इंसान को उसके धर्म के आधार पर काम से हटाना संविधान और क़ानून दोनों के खिलाफ है। इसी कारण से, मुस्लिम समाज यह तय करता है कि जब तक यह अन्यायपूर्ण फैसला वापस नहीं लिया जाता, हम सामूहिक रूप से सीतलामाता और नंदलालपुरा बाज़ार का पूर्ण बहिष्कार (Boycott) करेंगे। हम अपने समाज के सभी भाइयों-बहनों से अपील करते हैं कि वहाँ से कोई ख़रीददारी न करें और अपनी ज़रूरतों के लिए अन्य बाज़ारों व मुस्लिम व्यापारियों का सहयोग करें।
- हमें यह भी ध्यान रखना होगा कि हमारी बहन-बेटियां भी इन बाज़ारों में जाती हैं, और जिस तरह से वहाँ नफ़रत का माहौल बनाया जा रहा है, उससे उन्हें भी तथाकथित "भगवा लव ट्रैप" में फंसाने का ख़तरा है। इसलिए उनका बचाव और सुरक्षा भी हमारी ज़िम्मेदारी है। हम एक बार फिर दोहराते हैं - हमारा बहिष्कार किसी समाज के ख़िलाफ़ नहीं, बल्कि नफरत, अन्याय और भेदभाव के ख़िलाफ़ है।
- जब तक इंसाफ़ नहीं होगा और बराबरी का व्यवहार वापस नहीं आएगा, हमारा यह बहिष्कार जारी रहेगा।
ये भी पढ़ें...
BJP नगर कार्यकारिणी गठन में अपनी विधानसभा में महापौर, सांसद सभी के दखल से बिफरी विधायक मालिनी गौड़