इंदौर की गेर में पुलिस ने सुबह टोका था, फिर भी मौत खींच लाई उसे
रंगपंचमी की गेर में सीएम मोहन यादव को भी शामिल होना था। इसके चलते पुलिस और प्रशासन का अमला हर मोर्चे पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था बनाए हुआ था। इसी कड़ी में सुबह से ही सीपी संतोष सिंह और एडीशनल सीपी अमित सिंह पूरे गेर मार्ग का निरीक्षण करते दिखाई दिए।
इंदौर में रंगपंचमी की गेर में जिस युवक की मौत हुई, उसे सुबह गेर शुरू होने से पहले एडीशनल सीपी लॉ एंड ऑर्डर अमित सिंह ने टोका भी था। वह व्यक्ति जब उनके सामने से गुजरा था तो उन्होंने उससे पूछा भी था कि क्यों तुम यहां कैसे घूम रहे हो, तो उसने जवाब दिया था कि मैं गेर में शामिल होने आया हूं। इसे विधि का विधान ही कहा जा सकता है कि जिसकी मौत वहीं पर लिखी थी वह पुलिस के टोकने के बाद भी वहीं पर पहुंच गया। मृतक की पहचान हो गई है, वह सीतलामाता बाजार में काम करता है। एमजी रोड़ पुलिस ने टैंकर चालक को पकड़ भी लिया है।
सीपी और एडीशनल सीपी दोनों सुबह से अलर्ट थे
रंगपंचमी की गेर में सीएम मोहन यादव को भी शामिल होना था। इसके चलते पुलिस और प्रशासन का अमला हर मोर्चे पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था बनाए हुआ था। इसी कड़ी में सुबह से ही सीपी संतोष सिंह और एडीशनल सीपी अमित सिंह पूरे गेर मार्ग का निरीक्षण करते दिखाई दिए। निरीक्षण के दौरान वे संदिग्ध दिख रहे लोगों को टोक रहे थे और उनसे पूछताछ भी कर रहे थे। अमित सिंह ने बताया कि जिस व्यक्ति की मौत हुई उसे ही उन्होंने सुबह टोका था। वह जब उनके सामने से गुजरा तो उन्होंने उसे रोककर टोका भी था कि वह यहां पर कैसे घूम रहा है और क्यों आया है। इस पर युवक ने उन्हें जवाब दिया था कि वह तो गेर में शामिल होने आया है। बस इतनी ही वे उससे बात कर पाए थे कि फिर वे बाकी संदिग्ध दिख रहे लोगों को भी टोंकने लगे। इसी दौरान युवक वहां से आगे भीड़ में बड़ गया। जब बाद में उसकी मौत की सूचना आई तो फोटो देखकर वे चौंक गए और बोले कि ये तो वही युवक है जिसे सुबह उन्होंने टोका था।
लोगों एम्बूलेंस से अस्पताल ले गए, लेकिन नहीं बच सका
रंगपंचमी की गेर के दौरान टैंकर का पहिया एक युवक के पेट से गुजर गया। उसे तड़पता देख लोगों ने एम्बुलेंस तक पहुंचाया। एम्बुलेंस से उसे एमवाय अस्पताल भेजा गया, जहां उसकी मौत हो गई। एमजी रोड पुलिस ने टैंकर के ड्राइवर को हिरासत में ले लिया है। मृतक की पहचान सनी मौर्य 24 वर्ष निवासी रुक्मिणी नगर के रूप में हुई है।
सोशल मीडिया पर फोटो वायरल हुआ तो उसके दोस्त राहुल सेन ने पहचान लिया। राहुल ने यह खबर उसकी मां को दी और वे तत्काल एमवाय अस्पताल के पोस्टमॉर्टम रूम पहुंचे। दोस्त राहुल ने बताया कि सन्नी के दो और भाई हैं। वे परिवार से अलग रहते हैं। मां मीरा दिव्यांग है। सन्नी सीतला माता बाजार में काम पर जाता है। वह तीन भाईयों में सबसे बड़ा था। उसके दो भाई संदीप और सूरज प्रिंटिंग प्रेस में काम करते हैं। पिता धर्मेंद्र मौर्य का 2013 में निधन हो गया था।
टोरी कॉर्नर गैर के संचालक शेखर गिरी ने बताया कि 75 साल के गैर के इतिहास में यह पहला मौका है। जब इस तरह का हादसा हुआ हो और किसी की जान गई हो। इंदौर में रंग पंचमी की गैर में युवक की मौत के बाद दुखी मुख्यमंत्री ने गेर में आना कैंसिल कर दिया। वे इस घटना से काफी दुखी हुए और बोले कि किसी के परिवार का चिराग बुझ गया है। मेरी संवेदनाएं उसके परिवार के साथ हैं। इस पर मैं अब गेर के आयोजन को लेकर रखा राजबाड़ा पर कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाउंगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने परिवार को प्रशासन की ओर से 4 लाख की सहायता देने की घोषणा की है।