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इंदौर के बाणगंगा क्षेत्र मे किन्नरों ने नेग नहीं देने से नाराज होकर एक परिवार से साथ ना केवल गाली–गलौज की, बल्कि उन्हें घर में घुसकर पीट भी दिया। उन्होंने परिवार पर 21 हजार रुपए नेग देने को लेकर दबाव भी बनाया। पीड़ित पक्ष नेग के रूप में 1100 रुपए देने को राजी भी हो गए, लेकिन वे नहीं माने और अश्लीलता करने लगे। इस मामले में पीड़ित पक्ष ने किन्नरों के खिलाफ बाणगंगा थाने में आवेदन दिया है।
सालभर पुराने मकान का नेग लेने पहुंचे थे
घटना को लेकर पीड़ित पक्ष ने बाणगंगा थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। पीड़िता पूनम ने बताया कि उन्होंने सालभर पहले ही मकान बनाया है। उस दौरान मकान की ओपनिंग की थी तब किन्नर उनके घर नेग लेने आए थे। उस समय उन्होंने किन्नरों को नेग दिया था। इसके बाद अब दोबारा किन्नर नेग लेने आ गए तो हमने उन्हें मना कर दिया तो वे बदसलूकी करने लगे।
नेग देने से मना किया तो खोलने लगे कपड़े
पुलिस के मुताबिक पीड़िता व उसके परिजनों के घर किन्नर पल्लवी अपने साथियों के साथ पहुंची थी। यहां पर जब पीड़ित पक्ष ने नेग देने से इनकार किया तो किन्नर अश्लील हरकत करने लगे व कपड़े उतारने लगे। इसके बाद जब पीड़ित सुनील व उषा ने उन्हें अश्लीलता करने से रोका तो किन्नरों ने उनके साथ मारपीट कर डाली। घबराए लोगों ने किन्नरों को 1100 रुपए देना चाहा, लेकिन उन्होंने लेने से इनकार कर दिया और गाली–गलौज करने लगे।
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व्यापारी पहले ही मना कर चुके हैं नेग देने से
शहर के जवाहर मार्ग और राजबाड़ा क्षेत्र के व्यापारियों ने भी किन्नरों को नेग देने का विरोध करते हुए मोर्चा खोल दिया है। उनका कहना है कि किन्नर मनमानी करते हुए हजारों रुपए नेग में मांगते हैं और फिर नहीं देने पर हंगामा करते हैं। इस पर उन्होंने तय किया है कि वे किन्नरों को सिर्फ 500 रुपए की नेग देंगे। अगर विवाद की स्थिति बनती है तो फिर वे पुलिस को शिकायत करेंगे।
नेग में नहीं मिले 51 हजार, घर से उठा ले गए बिल्ली
इंदौर के द्वारकापुरी इलाके में दो साल पहले अमोद गडकरी के मुताबिक उनके परिवार में एक बच्ची का जन्म हुआ और उनके यहां बधाई गीत गाने के लिए किन्नर आए। उन्होंने नेग के रुप में 51 हजार की रकम मांगी। जब परिवार ने असमर्थता जताई और ढ़ाई हजार रुपए देना चाहा, तो उन लोगों ने मोबाइल पर रकम ट्रांसफर करने को कहा, जब इतनी रकम संभव नहीं हुई तो वे धमकाने लगे। इसी दौरान किन्नरों का दल उनके घर से जैनी नाम की पर्शियन बिल्ली को उठाकर ले जाने लगा। जब परिवार के लोगों ने बिल्ली वापस करने की मांग की, तो किन्नर यही कहते हुए चले गए कि पहले 51 हजार रुपये दो तब बिल्ली मिलेगी।
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