इंदौर ट्रक हादसे में निपटे DCP अरविंद तिवारी ने झाबुआ SP रहते हुए दी गालियां, तब हटाया था शिवराज ने

इंदौर में हुए भयावह ट्रक हादसे के बाद, सीएम डॉ. मोहन यादव ने सख्त कार्रवाई की। डीसीपी ट्रैफिक अरविंद तिवारी पर गाज गिरी और उन्हें हटाकर भोपाल अटैच करने के निर्देश दिए गए।

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Sanjay Gupta
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इंदौर में हुए भयावह ट्रक हादसे में सीएम मोहन यादव ने सुदर्शन चला दिया। इसमें सबसे बड़ी गाज डीसीपी ट्रैफिक अरविंद तिवारी पर गिरी है। सीएम ने गृह विभाग को निर्देश दिए हैं कि उन्हें हटाकर भोपाल अटैच किया जाए। डीसीपी अरविंद तिवारी पर इसके पहले तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान भी बड़ी कार्रवाई कर चुके हैं।

झाबुआ एसपी रहते हुए दी था गालियां

तिवारी राज्य पुलिस सेवा के अधिकारी है जो पदोन्नत होकर आईपीएस हुए। तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहा ने झाबुआ एसपी बनाया। लेकिन फिर इनकी एक रिकार्डिंग सामने आई जिसमें वह छात्रों को फोन पर गालियां दे रहे थे। दरअसल यह छात्र हॉस्टल में अतिक्रमण से परेशान थे और पुलिस थाने से कार्रवाई नहीं हो रही थी, तब छात्रों ने गलती से साहब को फोन कर दिया और उन्होंने उन्हें जमकर गालियां सुना दी। बात ने तूल पकड़ा और शिवराज ने तत्काल हटाने के आदेश दे दिए। 

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इंदौर में ही घूमकर आने के लिए मशहूर 

तिवारी कई पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की तरह ही घूमकर इंदौर आने के लिए मशहूर है। वह यहां पर सीएसपी, एडिशनल एसपी जैसे पद संभाल चुके हैं और फिर डीसीपी ट्रैफिक के पद पर आ गए। लेकिन अब सीएम के आदेश के बाद इंदौर ट्रक हादसे में वह बेआबरू होकर हटाए जा रहे हैं। 

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डीसीपी तिवारी के साथ इन्हें भी हटा रहे

सीएम ने डीसीपी ट्रैफिक अरविंद तिवारी को हटाने के आदेश दिए हैं। संभवतः यह शाम तक जारी हो जाएंगे। वहीं एसीपी सुरेश सिंह, एएसआई बिजासन प्रभारी सुरेश सिंह, सुपर कॉरिडोर प्रभारी सूबेदार चंद्रेश मरावी और निरीक्षक सुपर कॉरिडोर से एरोड्रम तक के प्रभारी दीपक यादव को सस्पेंड करने के आदेश दे दिए हैं। साथ ही ड्यूटी पर तैनात चार कांस्टेबल निलंबित के भी आदेश दिए हैं। 

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इन्हें दिया जाएगा इनाम

वहीं इस घटना में जान पर खेलने वाले सिपाही पंकज यादव और रिक्शा चालक अनिल कोठारी को अच्छा काम करने के लिए इनाम करने के भी निर्देश दिए गए। वहीं एसीएस और विस्तृत रिपोर्ट पेश करेंगे।

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बंद कमरे में अधिकारियों की फिर जनप्रतिनिधियों की बैठक 

सीएम ने इंदौर आने पर पहले घायलों से अस्पताल में मुलाकात की और फिर वह इंदौर कलेक्टोरेट पहुंचे। यहां उन्होंने सबसे पहले बंद कमरे में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की और घटना को लेकर हालातों पर चर्चा की। इसमें भूमिका तय हो गई कि किस-किस पर कार्रवाई करना है और हटाना है। इसके बाद  उनंहोंने जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक ली। 

इसमें मंत्री तुलसी सिलावट, महापौर पुष्यमित्र भार्गव के साथ ही विधायक मालिनी गौड़, रमेश मेंदोला, गोलू शुक्ला, नगराध्यक्ष सुमित मिश्रा, जिलाध्यक्ष श्रवण चावड़ा व अन्य प्रतिनिधि मौजूद थे। इसमें महापौर ने कहा कि शहर में अब एलिवेटेड कारिडोर की जरूरत है। 

वहीं पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता ने कहा कि बड़ा गणपति एरिया में नगारिक आपूर्ति विभाग का गोदाम है, इसके चलते दिन में कई ट्रक आते-जाते हैं, अब जरूरत है कि इसे यहां से हटाया जाए। वहीं सीएम ने बैठक में पुलिस कमिशर संतोष सिंह से कहा कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं नहीं हो इसके लिए बैठक कर पूरी व्यवस्थाएं की जाएं।

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