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अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 1 से 3 दिसंबर 2025 तक उज्जैन (ujjain) के दशहरा मैदान में आयोजित किया जा रहा है। इस भव्य आयोजन का शुभारंभ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोमवार को किया है। इस अवसर पर बड़ी संख्या में साधु-संत, स्कूली बच्चे और श्रद्धालु शामिल हुए।
यह महोत्सव तीन दिन तक चलेगा और इसमें आध्यात्मिक प्रवचन, सांस्कृतिक कार्यक्रम, और गीता पाठ जैसी विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।
गीता महोत्सव पर क्या बोले सीएम मोहन
1 दिसंबर को सुबह करीब 9 बजे मुख्यमंत्री मोहन यादव कृष्ण सांस्कृतिक कार्यक्रम के स्थल पर पहुंचे। जहां उन्होंने संत रंगनाथाचार्य महाराज का स्वागत किया। इसके बाद पंडितों द्वारा गीता श्लोकों का पाठ किया गया, जिससे एक दिव्य माहौल बना।
मुख्यमंत्री यादव ने अपने संबोधन में गीता और श्री कृष्ण के आदर्शों का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि गीता न केवल एक धार्मिक ग्रंथ है, बल्कि यह जीवन जीने की कला भी सिखाती है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि गीता को हर बच्चे की पढ़ाई में शामिल करना चाहिए, क्योंकि गीता से प्राप्त ज्ञान वास्तविक और प्रैक्टिकल होता है। उन्होंने कृष्ण और सुदामा के साझा शिक्षा अनुभव का उल्लेख किया। साथ ही यह संदेश दिया कि गीता में अमीर-गरीब का कोई भेदभाव नहीं है।
तीन दिनों तक चलने वाले आध्यात्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम
महोत्सव के आयोजन में संस्कृति विभाग, जनसंपर्क विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, स्कूल शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन का संयुक्त रूप से योगदान रहेगा। इस दौरान गीता प्रेमी श्रीमद भगवद गीता के 15वें अध्याय का सस्वर पाठ करेंगे। इसके अलावा श्री कृष्ण पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा।
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पहले दिन - 1 दिसंबर 2025
महोत्सव की शुरुआत प्रसिद्ध कलाकार पुणीत इस्सर के निर्देशन में 'जय श्री कृष्ण – गीता सार' नृत्य-नाट्य के मंचन से हुई।
दूसरे दिन - 2 दिसंबर 2025
दूसरे दिन, नई दिल्ली की कलाकार वैष्णवी शर्मा द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुति दी जाएगी। इसके बाद, मोहित शेवानी के निर्देशन में 'कृष्णायन नाट्य' का मंचन होगा।
तीसरे दिन - 3 दिसंबर 2025
अंतिम दिन, सलाउद्दीन पाशा द्वारा 'गीता ऑन व्हील्स' नाट्य का मंचन होगा, और साथ ही 'माधव दर्शनम' नामक चित्र प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी।
गीता: केवल धार्मिक ग्रंथ नहीं
वीर भारत न्यास के न्यासी सचिव श्रीराम तिवारी ने कहा कि गीता केवल धार्मिक ग्रंथ नहीं है, बल्कि यह जीवन जीने की कला सिखाती है। उन्होंने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य समाज में ज्ञान, अनुशासन, कर्तव्य और सकारात्मकता का वातावरण बनाना है।
इंदौर में गीता भवन का उद्घाटन
मुख्यमंत्री मोहन यादव और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी इंदौर में गीता भवन-गोपाल मंदिर का उद्घाटन करेंगे। साथ ही, 16 से 28 नवंबर 2025 तक आयोजित गीता ज्ञान प्रतियोगिता के विजेताओं के नामों की घोषणा की जाएगी। इन विजेताओं को 26 जनवरी 2026 को गणतंत्र दिवस पर पुरस्कार दिए जाएंगे।
FAQ
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