संजय गुप्ता @ INDORE. महू की विधायक और पूर्व मंत्री उषा ठाकुर ( Usha Thakur ) ब्राह्मण विरोधी नेता हैं ! दरअसल यह आरोप मध्य प्रदेश की परशुराम सेना ने ठाकुर के खिलाफ लगाए हैं। इसके लिए उन्होंने जनवरी 2021 में महू रेंज में हुए वन विभाग ( Forest department ) के साथ उनके पुराने विवाद के साथ नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की विधानसभा एक में अवैध कॉलोनी मामले में हुए विवाद को जोड़ा है।
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डिप्टी रेंजर रामसुरश दुबे का करवाया था ट्रासंफर
मामला जनवरी 2021 का है जब महू ( Mhow ) के बडंगौंदा क्षेत्र में अवैध खनन को लेकर वन विभाग ने कार्रवाई करते हुए जेसीबी, डंपर जब्त कर लिए। लेकिन उस समय पर्यटन मंत्री रही उषा ठाकुर वन विभाग के यहां पहुंची और दबंगाई दिखाते हुए इन वाहनों को छुड़ाकर ले गई। उनका आरोप था कि वन विभाग की कार्रवाई गलत है। वहीं डिप्टी रेंजर दुबे ने इस मामले में तत्कालीन मंत्री ठाकुर के खिलाफ थाने में आवेदन दे दिया कि उन्होंने वाहन छुडाए। इस शिकायत को लेने के लिए दुबे पर कई दबाव आए, लेकिन जब वह टस से मस नहीं हुए तो उनका ट्रांसफर कर दिया गया।
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अब एमआईसी मेंबर अश्विनी शुक्ला निशाने पर
वहीं परशुराम सेना के पंडित अनूप शुक्ला ने कहा कि अब रामसुरेश दुबे के बाद ठाकुर ने एमआईसी मेंबर और ब्राह्मण नेता अश्विनी शुक्ला को घेरा है। जबकि उनके भाई राकेश उर्फ जंबू ठाकुर द्वारा अवैध कॉलोनी मारवाड़ी अग्रवाल नगर काटी गई है। इस पर कार्रवाई हुई तो ठाकुर और उनके समर्थकों ने अपने भाई को बचाते हुए अश्विनी शुक्ला पर आरोप लगाए और उन्हें निशाना बनाया। अनूप शुक्ला ने कहा कि उषा ठाकुर पूर्णतया ब्राह्मण विरोधी नेता है ब्राह्मणों का हिट करती आई है ब्राह्मण समाज उनका निंदन करता है।
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