सरकार बेचेगी IVF से तैयार बछिया, 10 लीटर तक देगी दूध, कीमत भी जान लें
मध्यप्रदेश सरकार ने भ्रूण प्रत्यारोपण और आईवीएफ तकनीक से तैयार 6 नस्लों की बछियों को बेचने की योजना बनाई है। ये गाय 6-10 लीटर दूध देती हैं। पढ़ें पूरी खबर इस लेख में..
मध्यप्रदेश की मोहन यादव सरकार ने गोपालकों को उन्नत नस्ल की गायों की बछिया उपलब्ध कराने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर पशुपालन विभाग ने भ्रूण प्रत्यारोपण (Embryo Transfer) और आईवीएफ (IVF) तकनीक से पैदा हुई बछियों को बेचने की योजना बनाई है।
पशुपालन विभाग ने 300 से अधिक उन्नत नस्ल की बछियों को बिक्री के लिए चिह्नित किया है। ये बछिया साहिवाल (Sahiwal), गिर (Gir), थारपारकर (Tharparkar), कांकरेज (Kankrej), मालवी (Malvi) और निमाड़ी (Nimari) नस्ल की होंगी। इन गायों से प्रतिदिन 6-10 लीटर दूध प्राप्त हो सकता है।
भोपाल, टीकमगढ़, पन्ना, सागर, छिंदवाड़ा, बालाघाट, आगर मालवा, और खरगोन।
बता दें कि नेशनल कामधेनु ब्रीडिंग सेंटर (National Kamdhenu Breeding Center) नाम से पूरे देश में केवल दो ब्रीडिंग सेंटर हैं, जिनमें से एक मध्यप्रदेश में है। यहां 13 नस्ल की गायों और 4 नस्ल की भैंसों का संरक्षण होता है। इसके जरिए पशुपालकों को उन्नत नस्ल के बच्चे, भ्रूण और सीमन (Semen) उपलब्ध कराए जाते हैं।
FAQ
मध्यप्रदेश सरकार कौन-कौन सी नस्ल की बछिया बेच रही है?
साहिवाल, गिर, थारपारकर, कांकरेज, मालवी, और निमाड़ी नस्ल।
भ्रूण प्रत्यारोपण तकनीक कैसे काम करती है?
इसमें देसी गाय की बच्चेदानी में अच्छी नस्ल का भ्रूण प्रत्यारोपित किया जाता है।
आईवीएफ तकनीक से बछिया कैसे तैयार होती हैं?
आईवीएफ से भ्रूण कृत्रिम रूप से तैयार कर उसे गाय की बच्चेदानी में प्रत्यारोपित किया जाता है।
बछिया खरीदने के लिए क्या कीमत होगी?
6-12 महीने की बछिया ₹6,000-₹12,000 में और 2-3 साल की बछिया ₹15,000-₹20,000 में उपलब्ध होगी।