जबलपुर कलेक्टर का निकाला गया अर्थी जुलूस, गधों और मटकी के साथ प्रदर्शन, SDM का तबादला

मढ़ई मस्जिद भूमि विवाद के चलते जबलपुर में माहौल गरमाया। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने कलेक्टर के खिलाफ अर्थी जुलूस निकाला। कलेक्टर की विवादित फेसबुक पोस्ट के खिलाफ विरोध हुआ।

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Neel Tiwari
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Photograph: (The Sootr)

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JABALPUR. मढ़ई मस्जिद भूमि विवाद को लेकर जबलपुर में माहौल गरमाया है। विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल ने सोमवार को कलेक्टर के खिलाफ अर्थी जुलूस निकाला। यह विरोध कलेक्टर के ऑफिशियल फेसबुक पेज से किए गए पोस्ट के खिलाफ था। इसमें विवादित मस्जिद को वैध बताया गया था। बाद में यह पोस्ट डिलीट कर दी गई, लेकिन इसके बावजूद विवाद बढ़ गया।

प्रतीकात्मक अर्थी लेकर सड़क पर उतरे कार्यकर्ता, पुलिस ने चलाया वाटर कैनन

सोमवार को विहिप और बजरंग दल के सैकड़ों कार्यकर्ता मढ़ई वीकल मार्ग पर इक्कठे हुए और प्रतीकात्मक अर्थी के साथ प्रदर्शन किया। कार्यकर्ता कलेक्टर की अर्थी के साथ पोस्टर लदे गधे और मटकी लेकर निकले।

इस दौरान जमकर नारेबाजी हुई। जैसे ही प्रदर्शनकारी मढ़ई मस्जिद की ओर बढ़े, पुलिस ने पहले से की गई बेरिकेडिंग के जरिये उन्हें रोकने की कोशिश की।

हालांकि कई कार्यकर्ता बैरिकेड गिराकर आगे बढ़ गए, लेकिन स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को वाटर कैनन का इस्तेमाल भी करना पड़ा। तनावपूर्ण माहौल के बावजूद कोई बड़ी अप्रिय घटना नहीं घटी और पुलिस ने स्थिति पर नियंत्रण बनाए रखा।

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5 पॉइंट्स में समझें पूरा जबलपुर मस्जिद विवाद 

विरोध प्रदर्शन: मढ़ई मस्जिद भूमि विवाद को लेकर जबलपुर में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने कलेक्टर के खिलाफ अर्थी जुलूस निकाला। यह विरोध कलेक्टर की फेसबुक पोस्ट पर था, जिसमें विवादित मस्जिद को वैध बताया गया था।

प्रदर्शन और पुलिस कार्रवाई: कार्यकर्ता प्रतीकात्मक अर्थी लेकर सड़क पर उतरे। पुलिस ने बैरिकेडिंग और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया, लेकिन कोई बड़ी घटना नहीं हुई।

विहिप का आरोप: विहिप ने कहा कि कलेक्टर की फेसबुक पोस्ट गैर-संवैधानिक थी और कोर्ट की प्रक्रिया को प्रभावित करने वाली थी। उन्होंने कलेक्टर की हटाने की मांग की।

एसडीएम का तबादला: विवादित पोस्ट के बाद एसडीएम आर.एस. मरावी को पद से हटा दिया गया। यह अधिकारी वही थे जिनकी रिपोर्ट के आधार पर कलेक्टर की पोस्ट की गई थी।

राजनीतिक तनाव और प्रशासन की चुप्पी: प्रशासन इस विवाद पर चुप है, लेकिन हिंदू संगठनों ने चेतावनी दी है कि अगर कलेक्टर को नहीं हटाया गया, तो वे पुतला दहन और बंद करेंगे।

कलेक्टर ने बिना फैसला मस्जिद को वैध ठहराया - विहिप

विहिप के पदाधिकारी सुमित ठाकुर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जब मामला अभी भी कलेक्टर कोर्ट में लंबित है, ऐसे में जबलपुर कलेक्टर द्वारा अपनी फेसबुक प्रोफाइल से की गई पोस्ट गैर-संवैधानिक और कोर्ट की प्रक्रिया को प्रभावित करने वाली है। उन्होंने मांग दोहराई कि जब तक कलेक्टर को जिले से नहीं हटाया जाता, तब तक आंदोलन और तेज़ किया जाएगा।

ठाकुर ने यह भी बताया कि इस मामले को लेकर हाईकोर्ट में पूर्व में याचिका दायर की गई थी, लेकिन जब हिंदू संगठनों ने इस मामले में केविएट दायर की, तब मस्जिद पक्ष ने अपनी याचिका स्वयं ही वापस ले ली। इससे साफ है कि भूमि को लेकर गंभीर त्रुटियां हैं, जिन्हें प्रशासन जानबूझकर नजरअंदाज कर रहा है।

कलेक्टर की प्रोफाइल से पोस्ट और SDM मरावी का तबादला

सबसे चौंकाने वाला घटनाक्रम तब सामने आया जब विवादित पोस्ट के बाद एसडीएम रांझी आर.एस. मरावी को उनके पद से हटाकर कलेक्टर कार्यालय में अटैच कर दिया गया। यह वही अधिकारी थे जिनकी रिपोर्ट के आधार पर कलेक्टर की प्रोफाइल से मस्जिद की वैधता से जुड़ी पोस्ट की गई थी। द सूत्र पहले भी बता चुका है कि किस तरह अधिकारी केवल बाबुओं के दिए गए दस्तावेजों पर बिना पढ़े साइन करते हैं। अब यह भी सामने आ रहा है कि उनकी सोशल मीडिया प्रोफाइल भी बाबू भरोसे से ही चल रही है।

अब इस पर सवाल उठ रहा है कि यदि कलेक्टर की फेसबुक प्रोफाइल पर किया गया पोस्ट सही था, तो फिर उसे हटाया क्यों गया? और अगर वह पोस्ट गलत था, तो कार्रवाई केवल एसडीएम पर क्यों की गई? क्या कलेक्टर की सोशल मीडिया प्रोफाइल पर की गई पोस्टिंग में SDM की कोई भूमिका थी या उन्हें बलि का बकरा बनाया गया?

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राजनीतिक गरमाहट तेज, प्रशासन मौन

जबलपुर प्रशासन अब तक इस मामले पर खुलकर कोई बयान नहीं दे रहा है, लेकिन अंदरखाने स्पष्ट है कि फेसबुक पोस्ट से पैदा हुआ विवाद प्रशासन के लिए संकट में तब्दील हो गया है। पोस्ट में मस्जिद को वैध बताया गया, लेकिन जैसे ही उस पर विवाद बढ़ा, उसे डिलीट कर दिया गया।

इधर विहिप और बजरंग दल के नेतृत्व में हिंदू संगठनों ने घोषणा की है कि यदि कलेक्टर को हटाया नहीं गया, तो 15 जुलाई को पूरे शहर में कलेक्टर का पुतला दहन और 16 जुलाई को जबलपुर बंद किया जाएगा।

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