जबलपुर में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के द्वारा अधिग्रहण की गई जमीन पर सड़क निर्माण के बाद शेष भूमि पर अवैध रूप से प्लाट काटकर निर्माण कार्य किया जा रहा है जिसमें जिस कृषि भूमि को NHAI के द्वारा अधिग्रहण किया गया था उसके मालिक ने मामले में NHAI के इंजीनियर की मिलीभगत के द्वारा हो रहे अवैध निर्माण के खिलाफ सीबीआई अधीक्षक को शिकायत देकर मामले में सीबीआई जांच की मांग की।
यह है पूरा मामला
दरअसल जबलपुर के रहने निर्मल सिंह की कृषि भूमि तहसील और विकासखंड जबलपुर के रा.नि.म खमरिया के ग्राम सालीवाडा में खसरा नंबर 304 में मौजूद है। इसमे से कुछ जमीन शासन द्वारा अधिग्रहण कर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को सड़क निर्माण हेतु दिया गया था। जिसका मुआवजा भी शासन के द्वारा दिया जा चुका है। शासन के द्वारा अधिकृत की गई जमीन को चिन्हित कर निशानदेही कर दी गई थी इसके बाद सड़क निर्माण का कार्य किया गया। पूरा मामला निमार्ण के बाद अधिग्रहण की गई शेष बची हुई जमीन का है। जिस पर NHAI के इंजीनियर के द्वारा कुछ व्यक्तियों के साथ मिलकर उसे प्लाटों में बांटकर निर्माण कार्य किए जाने का है । जिसमें भूमि स्वामी के द्वारा इस पर आपत्ति जताते हुए शासन की जमीन पर हो रहे अवैध निर्माण को षड्यंत्रकारी साजिश बताते हुए इसके खिलाफ सीबीआई को मामले में जांच करने के लिए आवेदन दिया गया है।
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ROW की जमीन में किया जा रहा निर्माण
NHAI में ROW (राइट ऑफ वे) जिसका मतलब है वह जमीन जो सड़क निर्माण के लिए ज़रूरी है। जिस जमीन का उपयोग या अधिकार सड़क के निर्माण के लिए किया जाएगा। लेकिन इस अधिकृत जमीन के साथ छेड़छाड़ कर आसपास के प्लाटों को बचाकर उनमें अवैध निर्माण किया जा रहा है जिसमें शासन की जमीन पर परियोजना अधिकारियों की निगरानी और संरक्षण में अवैध निर्माण किए जाने का आरोप लगाया है।
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NHAI के अधिकारियों से कई बार की जा चुकी शिकायत
शिकायतकर्ता निर्मल सिंह ने बताया है कि उनके द्वारा इस मामले को लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के परियोजना अधिकारियों एवं NHAI के उच्च अधिकारियों से इसकी शिकायत कई बार मौखिक रूप से की जा चुकी है जिस पर अधिकारियों ने कहा कि तुम्हें मुआवजा मिल चुका है तुम्हें उस जमीन से कुछ लेना-देना नहीं है। लेकिन निर्मल सिंह के द्वारा बताया गया है कि यह जमीन उन्होंने शासन को सड़क निर्माण के लिए दी है जिस पर अवैध रूप से प्लाट काटकर निर्माण किया जा रहा है।
इंजीनियर पर मनमानी के आरोप
जब हमारी टीम मौके पर पहुंची तब यह नजर आया कि जिस जगह पर सड़क का निर्माण किया जा रहा है उसके बाजू में बनी हुई नाली को अनियमित तरीके से बनाया गया है। इस नाली की कहीं पर चौड़ाई 5 फीट है तो कहीं तीन और कहीं दो फीट तक संकरी हो जाती है। जिसका कारण बताया जा रहा है कि जिस जगह पर अवैध प्लॉट में निर्माण करना है वहां पर नाली जानबूझकर संकरी की गई है। इसके साथ ही इंजीनियर पर यह भी आरोप लगे हैं कि शासन के द्वारा किए गए नाप को उसने ढाई फीट कम करते हुए अपनी मर्जी से नया नाप का खंभा गड़ा दिया है।
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NHAI के इंजीनियर की मिलीभगत के आरोप
निर्मल सिंह ने बताया कि देश हित और विकास के लिए शासन को जमीन दी गई थी लेकिन उस जमीन का षड्यंत्रकारी साजिश के जरिए दुरुपयोग किया जा रहा है। इस पूरे मामले में उच्च अधिकारियों की चुप्पी उनकी मौन सहमति को जाहिर कर रही है साथ ही उन्होंने आरोप लगाया है कि NHAI के इंजीनियर कपिल शर्मा की मिलीभगत से इस प्रकार के अवैध निर्माण किए जा रहे हैं।
इंजीनियर कपिल शर्मा से जब द सूत्र ने बात की तो उन्होंने बताया की वह कुछ दिनों के लिए शहर से बाहर है हालांकि दोपहर तक ही वह शहर में थे क्योंकि दोपहर में शिकायतकर्ता उनसे मिला था, इस बात की पुष्टि खुद कपिल शर्मा ने की इसके साथ ही कपिल शर्मा ने बताया कि उक्त व्यक्ति को मुआवजा मिल चुका है उसके बाद भी वह आसपास की जमीन पर आपत्ति उठा रहा है कपिल शर्मा ने स्थिति को स्पष्ट तो नहीं किया पर यह बताया कि यह मामला उन्हें पता है।
मामले की CBI जांच की मांग
शिकायतकर्ता निर्मल सिंह ने बताया कि केवल वह ही नहीं अधिग्रहण की हुई जमीन के सभी भू स्वामियों के द्वारा इस निर्माण संबंधी विरोध किया जा रहा है जिसमें अधिग्रहण किसी और जमीन का हुआ था लेकिन अधिग्रहण किसी और जमीन पर किया जा रहा है उन्होंने इस पूरे मामले में NHAI के अधिकारियों की मिली भगत से हो रहे इस अवैध निर्माण के लिए सीबीआई जांच की मांग की है। शिकायती आवेदन को स्वीकार करते हुए सीबीआई के अधिकारियों के द्वारा मामले की गंभीरता को समझते हुए जांच किए जाने का आश्वासन दिया गया है।