Indore. पार्षद कमलेश कालरा के घर पर समर्थक गुंडे भेजने वाले गुंडे जीतू यादव (जाटव) अब भागते फिर रहे हैं। हालांकि अभी तक उसका नाम FIR में नहीं जुड़ा है। लेकिन सीएम डॉ. मोहन यादव के सख्त रुख अपनाने के बाद पुलिस कमिशनर संतोष सिंह ने एसआईटी का गठन किया और अब जीतू की ओर जांच मोड़ दी है। आरोपी बनाने के लिए कालरा को जूनी इंदौर थाना बुलाकर औपचारिक बयान लिए हैं। द सूत्र लगातार इस मुद्दे को उठाता रहा है कि जीतू को आरोपी बनाओ और गिरफ्तारी करो क्योंकि सारे सबूत उसके खिलाफ है और गुंडे उसी ने भेजे हैं।
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ऑडियो, वीडियो से बनेगा आरोपी
हालांकि, जीतू खुद मौके पर कालरा के घर नहीं पहुंचा था। लेकिन वीडियो और ऑडियो के आधार वह आरोपी बनेगा। कालरा के घर हुए हमले में समर्थक गुंडे गंदी गालियां देते हुए साफ कह रहे हैं कि तेरे बाप को भी नंगा करेंगे, बोल देना, समझ गया ना, जीतू यादव को बोलेगा वो। वहीं जब गुंडे घर आए तो बच्चे ने पिता कालरा को फोन किया। इस पर कालरा ने जीतू को उसी समय फोन लगाया और माफी मांगते हुए समर्थकों को बुलाने की बात कही, इस पर जीतू साफ बोल रहे है कि तुझे यह जीवन भर झेलना है पहले माफी मांगने का वीडियो डालो, फिर कालरा जब कहते हैं कि मैं डाल रहा हूं आप उन्हें बुला लीजिए घर में मेरी बुजुर्ग मां है इस पर जीतू बोलते हैं मैं बोलता हूं उन्हें। यह सभी पर्याप्त डिजिटल सबूत है जो जीतू को मुख्य आरोपी बनाते हैं।
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कुछ राजस्थान, वहीं कुछ महाराष्ट्र-गुजरात भागे
'द सूत्र' को मिली जानकारी के अनुसार हमला करने वालों में से पुलिस ने करीब दो दर्जन आरोपियों को पहचान लिया है। इसमें जीतू का चचेरा भाई अवि उर्फ अभिलाष भी और गिरप्तार आरोपी दीपक जोरिया उर्फ दीपू काका व नितिन अडागली ने मान भी लिया था कि कि अभिलाष ने ही सभी को एकत्र किया था। वहीं द सूत्र ने मुद्दा उठाय़ा था कि पुलिस ढिलाई बरत रही है क्योंकि पहले 6 जो गिरफ्तार हुए उनसे पूछताछ के लिए पुलिस ने रिमांड ही नहीं लिया नहीं तो जीतू का नाम आ जाता। वहीं अब जाकर पुलिस ने दीपक और नितिन का दो दिन का रिमांड लिया है और पूछताछ हो रही है। वहीं एक और आरोपी दीपक वर्मा को गिरफ्तार किया गया है। वहीं एक मुख्य आरोपी और जीतू का समर्थक दिलीप बसवाल के नेपाल भाग जाने की सूचना है। वहीं सात-आठ आरोपी राजस्थान भागे हैं तो कुछ महाराष्ट्र और गुजरात में पनाह ले रहे हैं। जीतू भी पार्टी से बाहर किए जाने के बाद से ही गायब है।
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इन सभी की तलाश कर रही पुलिस
पुलिस ने सामने आए वीडियो से स्क्रीन शॉट लेकर करीब दो दर्जन आरोपियों की पहचान कर ली है और इनकी तलाश में छापे मारे हैं। पुलिस मुख्य तौर पर अवि के साथ ही धनराज उर्फ धन्ना राय, धीरज शिवजीत शिंदे, नवीन राजेंद्र शर्मा, आशीष आलोक मालवीय, संपत नेमीचंद यादव, मिथुन डागर, नितिन अड़गले, देवेंद्र सरोज, सोनू शूरवीर, गोलू आदिवासी, दिलीप बसवाल, नाथू काला, लोकेश प्रजापति, संतोष केमिया, परमजीत उर्फ पम्मी तोमर, विशाल गोस्वामी, पिंटू शिंदे, अक्षय दुबे, बंटी ठाकुर की तलाश कर रही है।
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जीतू जिला बदर होंगे या रासुका लगेगी
जीतू के 11 साल की उम्र से साल 2019 तक एक के बाद एक गंभीर 11 आपराधिक रिकार्ड सामने आने और यह कांड करने के बाद अब मांग उठने लगी है कि इस पर रासुका लगाई जाए। साथ ही ऐसे लोगों पर जिलाबदर जैसी कार्रवाई कर जिले से भी बाहर किया जाना चाहिए। उधर जीतू फिलहाल दिखना बंद हो गए हैं, जो चार दिन पहले तक हर आयोजनों में और सीएम के स्वागत तक में नजर आ रहे थे।