जीतू यादव के भाई अवि सहित सभी 20 से ज्यादा गुंडों की तलाश में SIT की छापेमारी
सीएम डॉ. मोहन यादव के सख्त रुख अपनाने के बाद पुलिस कमिश्नर संतोष सिंह ने एसआईटी का गठन किया और इसके बाद देर रात तक परदेशीपुरा, कुलकर्णी नगर में कई जगह पर एक के बाद एक छापे मारे गए।
Indore. पार्षद कमलेश कालरा के घर पर समर्थक गुंडे भेजने वाले गुंडे जीतू यादव (जाटव) अब भागते फिर रहे हैं। सीएम डॉ. मोहन यादव के सख्त रुख अपनाने के बाद पुलिस कमिश्नर संतोष सिंह ने एसआईटी का गठन किया और इसके बाद देर रात तक परदेशीपुरा, कुलकर्णी नगर में कई जगह पर एक के बाद एक छापे मारे गए। पुलिस को जीतू के भाई अवि उर्फ अभिषेक यादव के साथ ही 20 से ज्यादा गुंडों की तलाश है। डीसीपी अभिनव विश्वकर्मा और डीसीपी ऋषिकेश मीणा द्वारा पहले रेकी कराई गई और फिर टीम बनाकर छापे मारे गए, आईपीएस एसीपी नरेश रावत एसआईटी टीम इसमें मैदान में जुटी हुई है। उधर जीतू यादव पार्टी से बाहर होने के बाद से ही गायब है और किसी को नजर नहीं आए हैं।
जीतू के भाई का नाम औपचारिक तौर पर आया
उधर शनिवार को गिरफ्तार हुए आरोपी दीपक जेरिया और नितिन अड़ागले से पूछताछ में जीतू के चचेरे भाई अभिलाष यादव का नाम आ गया है। आरोपी नितिन ने ही नाबालिग के कपड़े उतारे थे। वहीं दीपक के पास चाकू था। आरोपियों ने कहा कि जीतू के चचेरे भाई अवि उर्फ अभिलाषा के इशारे पर यह हुआ और उन्होंने ही कुलकर्णी नगर, परदेशीपुरा से युवकों को बुलाया था। खुद अवि भी कालरा के घर पर घुसा था।
पुलिस ने सामने आए वीडियो से स्क्रीन शाट लेकर करीब 22 आरोपियों की पहचान कर ली है और इनकी तलाश में छापे मारे हैं। पुलिस मुख्य तौर पर अवि के साथ ही धनराज उर्फ धन्ना राय, धीरज शिवजीत शिंदे, नवीन राजेंद्र शर्मा, आशीष अलोक मालवीय, संपत नेमीचंद यादव, मिथुन डागर, नितिन अड़गले, देवेंद्र सरोज, सोनू सूरवीर, गोलू आदिवासी, दिलीप बसवाल, नाथू काला, लोकेश प्रजापति, संतोष केमिया, परमजीत उर्फ पम्मी तोमर, विशाल गोस्वामी, पिंटू शिंदे, अक्षय दुबे, बंटी ठाकुर की तलाश कर रही है।
उधर अभी भी पार्षद कालरा व विधानसभा चार को जीतू के आरोपी बनाए जाने का इंतजार है। अभी तक पुलिस ने उन्हें आरोपी नहीं बनाया है। उधर कालरा ने कहा कि जब घर पर हमलावर आए थे तब उनके आए एक कार आई थी जिसमें महापौर परिषद सदस्य लिखा था। यानी आशंका है कि घटना के समय जीतू यादव की कार भी आगे-पीछे उधर आई थी। आडियो में तो साफ आ ही चुका है जिसमें वह कालरा से कह रहे हैं कि पहले माफी का वीडियो डालो मैं लोगों को बुला लूंगा। वहीं वीडियो में साफ तौर पर समर्थक गुंडे कह रहे हैं कि जीतू यादव का नाम क्यों लिया।
जीतू के 11 साल की उम्र से साल 2019 तक एक के बाद एक गंभीर 11 आपराधिक रिकार्ड सामने आने और यह कांड करने के बाद अब मांग उठने लगी है कि इस पर रासुका लगाई जाए। साथ ही ऐसे लोगों पर जिलाबदर जैसी कार्रवाई कर जिले से भी बाहर किया जाना चाहिए। उधर जीतू फिलहाल दिखना बंद हो गए हैं, जो चार दिन पहले तक हर आयोजनों में और सीएम के स्वागत तक में नजर आ रहे थे।
जीतू पर जहां खुद ही 11 गंभीर अपराध दर्ज है, वहीं उसके शहर के जाने-माने गुंडों के साथ अच्छी मित्रता है। इसी में एक नाम सतीश भाउ का है जो बड़ा गैंगस्टर है और इस पर शहर के कई थानों में केस दर्ज है। वहीं गब्बर चिकना भी है। इनके साथ जीतू का एक वीडियो भी अब सामने आया है, जो एक-दूसरे को मिठाई खिला रहे हैं और बडी फूल माला पहने हुए हैं।