कटनी रेलवे जंक्शन परिसर में बने हनुमान मंदिर के बाहर रेलवे द्वारा बनाई गई दीवार को लेकर रविवार को बजरंग दल कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच तीव्र झड़प हुई। लंबे समय से बजरंगियों द्वारा दीवार हटाने की मांग की जा रही थी, जब प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया तो कार्यकर्ताओं ने हथौड़े लेकर खुद दीवार तोड़ने का प्रयास किया। पुलिस ने इन्हें रोकने के लिए वाटर कैनन और लाठीचार्ज किया, जिससे 7 कार्यकर्ता घायल हुए।
दीवार हटाने की मांग को लेकर प्रदर्शन
रेलवे ने मंदिर के चारों ओर सुरक्षा और व्यवस्था के कारण दीवार बनाई थी, लेकिन बजरंग दल का आरोप है कि यह दीवार मंदिर की धार्मिक भावनाओं का अनादर है और श्रद्धालुओं की पूजा-अर्चना में बाधा डाल रही है।
ये खबर भी पढ़ें...
एमपी बोर्ड रिजल्ट 2025 में स्कूलों ने नहीं भेजे प्रोजेक्ट-प्रैक्टिकल नंबर, सैंकड़ों छात्र फेल
बजरंग दल की मांग
बजरंग दल के जिला मंत्री राहुल दुबे के अनुसार, वे करीब आठ साल से इस दीवार को हटाने की मांग कर रहे थे। प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई न होने पर आज कार्यकर्ताओं ने खुद दीवार तोड़ने की कोशिश की।
ये खबर भी पढ़ें...
एक्सप्रेस-वे पर यौन संबंध बनाने वाला भाजपा नेता मनोहरलाल धाकड़ गिरफ्तार
पुलिस ने चलाई वाटर कैनन और लाठीचार्ज
दीवार तोड़ने के प्रयास को रोकने के लिए पुलिस ने बजरंग दल के कार्यकर्ताओं पर वाटर कैनन से पानी की बौछार की और लाठीचार्ज किया। बजरंग दल का आरोप है कि पुलिस ने इस दौरान कार्यकर्ताओं पर अत्याचार किया।
इस घटना में 7 बजरंग दल के कार्यकर्ता घायल हुए हैं। घटना के बाद पुलिस ने भारी फोर्स तैनात कर माहौल को काबू में रखा।
ये खबर भी पढ़ें...
पुलिस देखती रही और हिंदू संगठन का नेता देता रहा खुलेआम आगजनी की धमकी
एसडीएम ने लाठीचार्ज के आरोप बताए गलत
कटनी एसडीएम प्रदीप मिश्रा ने लाठीचार्ज के आरोपों को निराधार बताया और कहा कि दीवार टूटने से कई समस्याएं हो सकती थीं। उन्होंने बताया कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन का उपयोग किया।
मंदिर के आसपास की दीवार को लेकर सोमवार को कलेक्टर, डीआरएम और अन्य अधिकारियों की बैठक होने जा रही है, जिसमें इस विवाद पर विस्तार से चर्चा होगी।
ये खबर भी पढ़ें...
इंदौर में बोले पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल जसविंदर सिंह सिंधू , ऑपरेशन सिंदूर में भारत के सैन्य सामर्थ्य को दुनिया ने देखा
धार्मिक भावनाओं का बताया अपमान
बजरंग दल कार्यकर्ताओं का कहना है कि दीवार के कारण मंदिर में श्रद्धालु पूजा करने में असुविधा का सामना कर रहे हैं, जो धार्मिक भावनाओं के खिलाफ है। बजरंग दल ने इसे धार्मिक भावनाओं का अपमान बताया और कहा कि उनकी मांग पूरी न होने पर मजबूरी में यह आंदोलन किया गया।
प्रदर्शनकारी
अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃
🤝💬👩👦👨👩👧👧